Sunday, November 24

आर्म्ड पुलिस फोर्स की हरकतों से बढ़ रहा तनाव, रक्सौल बॉर्डर पर भारतीय नागरिक की पिटाई से आक्रोश!

रक्सौल।( vor desk )।चाइना के सह पर नेपाल सरकार बॉर्डर पर लगातार तनाव पैदा करके रखना चाहती है।जब से नेपाल के केपी ओली सरकार ने नक्शा विवाद को भारत विरोधी एजेंडा के रूप में बढ़ाया है,तब,से नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स का रवैया भी बदला बदला सा है। बॉर्डर पर तैनात नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स जानबूझकर उल्टी सीधी हरकत कर रही है ताकि भारत नेपाल के रिश्ते को बदनाम किया जा सकें।भारतीय जनता,पुलिस व एसएसबी निशाने पर है।जिसे उकसा कर माहौल खराब करने की कोशिश लगातार जारी है।
बॉर्डर पर तनाव पैदा करने के लिए आज नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने एक भारतीय नागरिक कामेश्वर प्रसाद साह को मार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया है।कामेश्वर प्रसाद के हाथ मे गहरी चोट लगी है।
यह घटना उस वक्त हुई जब भारतीय नागरिक बॉर्डर नजदीक के रास्ते अपने दोस्त के पास जा रहा था । तभी नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने बिना कारण पूछे अंधाधुंध लाठी मारना शुरू कर दिया । भारतीय नागरिक कुछ समझता- पूछता तब तक पिटाई से बुरी तरह जख्मी हो गया था। भारतीय नागरिक की पिटाई देख ग्रामीण वहां गए, तब तक फोर्स वहां से चली गई थी।


लोगो ने घायल व्यक्ति की इलाज कराया और बॉर्डर पर तैनात एसएसबी से शिकायत की । एसएसबी ने नेपाल के आर्म्ड पुलिस फोर्स के वरीय अधिकारियों को इस घटना के बारे शिकायत किया और आपत्ति जताई है।


हालांकि एसएसबी ने द्विपक्षीय मामला बताते हुए कैमरे के सामने कुछ बोलने से मना कर दिया।भारत नेपाल बॉर्डर पर यह तीसरी घटना है जब नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने फिर निर्दोष भारतीय नागरिक को बेवजह बुरी तरह पिट कर जख्मी कर दिया और साथ ही बॉर्डर पर तनावपूर्ण माहौल बनाया है।

इससे पहले पूर्वी चंपारण के रक्सौल के सिवान टोला में उस वक़्त फायरिंग की थी,जब एक भारतीय युवक लॉक डाउन में गैस सिलेंडर ले कर भारतीय इलाके में सीमा के निकट पैदल जा रहा था।

वही,रक्सौल के सहदेवा में भी एसएसबी पर पथरबाजी कराई गई।तो,छौड़ादानों के महुआवा के हनुमान नगर सीमा पर स्थानीय ग्रामीणों के खेत मे जाने के मामले को ले कर आर्म्ड पुलिस फोर्स ने फायरिंग की थी।लेकिन,इन घटनाओं में कोई हताहत नही हुआ।लेकिन,सीतामढ़ी के सोनवर्षा बॉर्डर पर फोर्स की फायरिंग में एक भारतीय यूवक की जान चली गई।चार लोग घायल हुए।इसमे एक भारतीय नागरिक को काफी दवाब व सीमा पर प्रदर्शन के बाद फोर्स ने रिहा किया।


स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अपने खेतों पर भी काम करना और आना जाना मुशिकल हो गया है।इससे आक्रोश भी बढ़ा है।दोनों देशों के बीच सदियों पुराना बेटी रोटी का सम्बंध है।लेकिन, उस पर ओली सरकार की नजर लग गई है।एसएसबी भी काफी धैर्य से काम ले रही है,क्योंकि,भारत सरकार का निर्देश है कि नेपाली जनता को कोई परेशानी नही होनी चाहिए।लेकिन,सवाल है कि आखिर सीमा क्षेत्र के भारतीय नागरिक इन हरकतों को कब तक बर्दाश्त करें,क्योंकि,इन हरकतों से सीमा पार मधेसी जनता भी परेशान हैं।

क्योंकि,बॉर्डर के दोनों ओर एक दूसरे के रिश्ते,खेत और आवाजाही का मार्ग है।लेकिन,बॉर्डर पिलर के पास अब खेतों में जाने से लोग डरने लगे हैं।जबकि, नेपाल आर्म्ड फोर्स सीमा पार अपनी चौकियों की संख्या लगातार बढ़ा रही है।( रिपोर्ट:लव कुमार)

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