रक्सौल।( vor desk )। वर्ष 2020 का पहला सूर्य ग्रहण रविवार को यानी साल के सबसे बड़े दिन 21 जून को खत्म हो गया है। इस दौरान आसमान में सूर्य का घेरा एक चमकती अंगूठी यानी रिंग ऑफ फायर की तरह नजर आया।
कई बार यह चांद की तरह दिखा।बादलों से सूर्य ढका रहा।बारिश भी हुई।और दिन में ही रात का अहसास भी हुआ इस ग्रहण का मध्य 12:10 के आसपास था, जिसमें सूर्य एक वलय/फायर रिंग/चूड़ामणि के रूप में नजर आया।भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र समेत बिहार व नेपाल में भी सूर्य ग्रहण के दृश्य को देखा गया।
सूर्य ग्रहण को सीधे आंखों से देखने की सलाह नहीं दी गई थी।
दरअसल, सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य से काफी हानिकारक सोलर रेडिएशन निकलते हैं जिससे कि आंखों के नाजुक टिशू डैमेज हो जाते हैं और आंखों को जबरदस्त नुकसान पहुंच सकता था।
रक्सौल में सूर्य ग्रहण का अद्भुत दॄश्य दिखाई दिया। ग्रहण के दौरान सूर्य आधा ढंका हुआ नजर आया है।तो आसमान में बादल छाए रहे।बारिश व बादलों के कारण अंधियारा सा रहा।लुका छिपी के बीच ‘रिंग ऑफ फायर’ दिखाई दिया।तो,कभी चांद की तरह भी दिखा।
आपको बता दें कि वलयाकार सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चांद पृथ्वी से बेहद दूर रहते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच में इस तरह से आ जाता है। जिससे चांद सूर्य की आधे से ज्यादा रोशनी को रोक लेता है।
इस अद्भुत दृश्य को कैमरे में कैद करने वाले अन्नू शर्मा व शमशुद्दीन आलम ने बताया कि वास्तव में यह दुर्लभ मौका था।
नेपाल के काठमांडू में दिखा ऐसा दिखा ग्रहण :
नेपाल के बीपी कोइराला स्मारक, तारामंडल वेधशाला और विज्ञान संग्रहालय विकास बोर्ड के अनुसार सूर्य ग्रहण आज सुबह 10:52 बजे से लेकर दोपहर 2:32 बजे तक दिखाई देगा।