रक्सौल।( vor desk )।वन्दे भारत मिशन के तहत नेपाल से भारतीय नागरिकों के लौटने की प्रक्रिया आगामी 30 जून तक ही जारी रहेगी।इसके बाद बीरगंज-रक्सौल एकीकृत चेक-पोस्ट के माध्यम से नेपाल से भारतीय नागरिकों का आगमन बन्द कर दिया जाएगा।
उक्त जानकारी बीरगंज स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास कार्यालय ने दी है।
बताया गया है कि बीरगंज के रास्ते अब तक लगभग 18000 भारतीयों के प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया 17 जून 2020 तक पूरी कर ली गई है।
महावाणिज्य दुतावास के सूचना अधिकारी बी सुरेश कुमार ने बताया कि वतन वापसी के सभी इच्छुक भारतीय नागरिकों से अनुरोध है कि वे बीरगंज में एकीकृत चेक पोस्ट (आइसीपी) पर पहुँचें। विराट नगर – जोगबनी में भी पहुंच सकते हैं।
उन्होंने बताया कि यह प्रकिया 26 मई, 2020 को शुरू की गई थी। जो 30 जून, 2020 को समाप्त होने की उम्मीद है।
बताया गया है कि शुरुआती सप्ताह के दौरान प्रति दिन लगभग 2000 प्रति दिन तक पहुंचने वाले भारतीयों की संख्या अब लगभग 200 हो गई है।
इधर,नेपाल के केपी ओली सरकार ने मन्त्रमण्डल की बैठक की।जिसमे अन लॉक 1 के बारे में नियमावली पर चर्चा की गई,लेकिन, इंडो नेपाल बॉर्डर के खुलने के बारे में कोई चर्चा सार्वजनिक नही की गई।आगामी 27 जून तक बॉर्डर सील है।अब आगे भी बॉर्डर सील रहेगा?या क्या होगा?इस पर असमंजस व अटकल कायम है।
इधर,30 जून तक वन्दे भारत मिशन के जारी रहने से इस अटकल को और बल मिला कि फिलहाल बॉर्डर खुलने की संभावना कम ही है।