Saturday, November 23

नेपाल आर्म्ड पुलिस के हिरासत से मुक्त लग्न राय ने कहा : ‘ भारत की सीमा में घुसकर मुझे उठाया, मारा-पीटा और गोली भी चलाई’

सीतामढ़ी/रक्सौल।( vor desk )।शुक्रवार 12 जून की सुबह करीब 8.40 बजे सीतामढ़ी के सोनबरसा में नेपाल बॉर्डर इलाके के जानकीनगर गांव के पास नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने अधाधुंध फायरिंग की थी. इसमें चार लोगों को गोली लगी थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।इस बीच नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने लगन किशोर राय नाम के एक व्यक्ति को बंधक भी बना लिया था, जिसे अब छोड़ दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, जिस लड़के विकेश की मौत हुई थी, उसके परिजन धरने पर बैठ गए थे और मृत व्यक्ति का दाह संस्कार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद नेपाल प्रशासन और सीतामढ़ी के स्थानीय प्रशासन की बातचीत हुई और हिरासत में लिए गए लगन किशोर राय को रिहा किया गया।स्थानीय प्रशासन की नेपाल पुलिस से बातचीत के बाद ये हल निकला है।

  • कहा-नही मारिये… तो चला दी गोली

भारत-नेपाल बॉर्डर के पास नेपाल सशस्त्र पुलिस की शुक्रवार सुबह की गई फायरिंग के मामले में लगातार खुलासे हो रहे हैं। इस मामले के चश्मदीद लगन किशोर राय को बताया कि इतना ही कहा-मत मारिये… लेकिन ,फोर्स फ़ायरिंग करने लगी।

घटना ने साफ कर दिया कि मामूली बात पर नेपाल आर्म्ड पुलिसफोर्स ने अपनी बंदूक का मुंह भारतीय नागरिकों की तरफ खोल दिया। ये हम नहीं कह रहे बल्कि ये उस गवाह की आंखों देखी है जो 12 घंटे से ज्यादा समय तक नेपाल पुलिस की हिरासत में रहा।
बताते हैंं की 12 जून की सुबह 8 बजे की घटना के बाद सीतामढ़ी के रहनेवाले लगन किशोर राय को नेपाल पुलिस उठाकर अपने साथ संग्रामपुर ले गई थी।जिसे दवाब पर रिहा किया। लगन ने यहां तक दावा किया है कि उन्हें नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने बिहार की सीमा में अंदर घुसकर उठाया और संग्रामपुर ले जाकर ये बुलवाने की कोशिश की कि उन्हें नेपाल सीमा से उठाया गया है। रिहाई के बाद अब लगन सारी बातें विस्तार से बता रहे हैं।

लगन के मुताबिक उनके बेटे की शादी नेपाल में हुई है। नेपाल से उनकी बहू और समधन 12 जून को परिवार के साथ सीतामढ़ी में अपने परिवार वालों से मिलने के लिए आईं थीं। लेकिन उन्हें बॉर्डर पर नेपाल पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान लगन का बेटा भी वहां मौजूद था। वहां मौजूद नेपाल पुलिस ने उनके बेटे को इसी बात पर डंडों से पीटा। तब तक लगन भी वहां पहुंच गए। उन्होंने जब नेपाल पुलिस से इसकी वजह पूछी तो उन्हें भी बदसलूकी का सामना करना पड़ा।

लगन का दावा है कि इसके बाद बॉर्डर पर मौजूद नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स के अफसर ने 10 जवानों को मौके पर बुलाया। इन्हीं 10 जवानों ने बॉर्डर पार से सीतामढ़ी में फायरिंग की जिसमें लालबन्दी निवासी नागेश्वर राय के पुत्र युवक विकेश उर्फ विकास( 25) की मौत तक हो गई।दो गोली सीने पर लगी थी।

लगन के इस बयान से नेपाल पुलिस के उस दावे पर सवाल उठ गए हैं जिसमें भारतीयों पर तस्करी का आरोप लगाया गया है। लगन के दावे को मानें तो ऐसा लगता है कि नेपाल पुलिस ने जानबूझकर और बगैर किसी वजह के फायरिंग की। एक तरफ नेपाल से भारत में रोटी-बेटी के रिश्ते की दुहाई दी जाती है। लेकिन इस घटना के बाद ऐसी दुहाइयां भी सवालों के घेरे में है। हालांकि अभी तक लगन के खुलासे पर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है।

बता दें कि शुक्रवार को इस घटना पर बिहार के सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल के सुरक्षा बलों द्वारा हिरासत में लिए गए लगन राय नाम के व्यक्ति की रिहाई के लिए बिहार सरकार के अनुरोध पर भारत सरकार और नेपाल अथॉरिटी के संपर्क की भी बात सामने आई थी.

गौरतलब है कि इस मामले में एसएसबी के डीजी कुमार राजेश चंद्रा, सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा और एसपी अनिल कुमार ने इसे स्थानीय मुद्दा बताया था और इसका सीमा विवाद से कोई नाता न होने की बात कही थी. इस घटना में नेपाल पुलिस ने 18 राउंड फायरिंग की थी. घटना से पहले भी दो बार नेपाल पुलिस ने लोगों को खदेड़ा था. तीसरी बार भारतीयों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए अभी भारत-नेपाल बॉर्डर सील है।आवाजाही बंद होने के बावजूद सीतामढ़ी जिला निवासी लगन राय अपने पुत्र के साथ किसी महिला रिश्तेदार से मिलने बॉर्डर पार गए थे।इसी क्रम में नेपाल पुलिस उनको बॉर्डर से भगाना चाह रही थी।कहा जा रहा है कि पिता-पुत्र ने थोड़ी देर की मोहल्लत मांगी तो एपीएफ (नेपाल सशस्त्र प्रहरी बल) ने उनके लड़के पर लाठी चला दी। लगन किशोर राय को घसीटते हुए बॉर्डर से 100 मीटर दूर ले गई और उसके बाद उनको बंधक बना लिया।


दूसरी ओर नेपाल की ओर से फायरिंग की घटना को लेकर नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स ने एसएसबी जवानों को जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि उनसे हथियार छीनने की कोशिश की गई तो उन्होंने जवाब में फायरिंग की।


वहीं शुक्रवार को ही शस्त्र सीमा बल डीजी नीतीश चंद्रा ने कहा था कि भारतीय नागरिक नेपाल जा रहे थे,इसी क्रम में फायरिंग की गई।वहीं,फ्रंटियर हेडक्वार्टर (पटना) के डीआईजी संजय कुमार ने कहा कि फायरिंग में घायल उमेश राम और उदय ठाकुर को इलाज के लिए सीतामढ़ी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। फायरिंग की घटना नेपाल इलाके में हुई। घटना के मद्देनजर बॉर्डर इलाके में भारतीय जवानों की गश्त तेज कर दी गई। सीतामढ़ी के एसपी अनिल कुमार के मुताबिक, ग्रामीणों और नेपाल सशस्त्र पुलिस के बीच में झड़प हो गई। जिसमें नेपाल पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई।

गौरतलब है कि नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स यह कहती रही कि एसएलआर छीनने पर गोली चलानी पड़ी।उसने पहले तो यह स्वीकार ही नही किया कि लग्न को हिरासत में लिया गया है।लेकिन,बाद में स्वीकार किया।और फिर छोड़ना भी पड़ा।

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