रक्सौल।( vor desk )।भारत-नेपाल की खुली सीमा इन दिनों सील है।रक्सौल आइसीपी से ही भारतीय नागरिकों अथवा आवश्यक वस्तुओं के आने जाने की सुविधा दी गई है।बावजुद चोरी छिपे बॉर्डर पार करने वालो की कमी नही।अब आशंका जताई गई है कि नेपाल में रह रहे रोहिंग्या सीमा पार कर भारत मे घुसपैठ कर रहे हैं।
रिपोर्ट है कि वे बड़ी संख्या में नेपाल से चोरी छिपे रक्सौल पहुंच रहे हैं।यही नही वे सत्याग्रह ट्रेन से दिल्ली व यूपी को रवाना हो रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि वे इसके लिए फर्जी आधार कार्ड का उपयोग कर रहे हैं।जब जांच की जाती है तो ये आधार कार्ड दिखा देते हैं।वह भी केवल छाया प्रति।और बच निकलते हैं।
इनकी भेष भूषा और भाषा शैली में थोड़ा बहुत ही फर्क है।वे हिंदी में बात भी कर रहे हैं।इसलिए प्रथम दृष्टया शक होना मुश्किल है।
बताया गया है कि ये नेपाल के ईंट भट्ठा में काम करने वाले मजदूरों के जथे में घुसपैठ कर रहे हैं।इसलिए सुरक्षा एजेंसी भी शक नही कर पाई।
रक्सौल स्टेशन पर प्रतिदिन पचास सौ लोग पहुंच रहे हैं।जिसमे रोहिंग्या के शामिल होने की चर्चा जोरों पर है।
इस बाबत स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने भी कई लोगों के आधार कार्ड को देखा।लेकिन, बुधवार को जीतने लोग इस जथे में थे।सब के पास केवल छाया प्रति थी।जब बार कोड की जांच की गई तो,सत्यापन नही हो सका।इस पर शक गहरा गया।
रणजीत सिंह भी स्वीकारते हैं कि मजदूरों के समूह में घुसपैठ की आशंका है।इसलिए इस मामले की गहन जांच व चोरी से सीमा पार कर रहे लोगों पहचान सत्यापन व निगरानी जरूरी है।
वहीं, जनता दल यू के नगर अध्यक्ष सुरेश कुमार ने साफ कहा कि इस मामले में जरा सी भी चूक खतरनाक हो सकती है।रोहिंग्या को नेपाल से भगाया जा रहा है।लिहाजा उनकी घुसपैठ खतरा बढ़ा सकती है।वहीं,आतंकी घुसपैठ से भी इंकार नही किया जा सकता।उन्होंने इस मामले में अविलंब एक्शन लेने की मांग की है।ताकि,घुसपैठ रोकी जाए।पहचान पत्र की जांच सुनिश्चित की जाए।
फिलहाल,इस गम्भीर मामले को ले कर अविलम्ब सुरक्षा बढ़ाने और चोरी छिपे लोगों की आवाजाही बन्द करने की मांग उठने लगी है।