Sunday, November 24

नेपाल को टायर गाड़ी में दिख रहा ‘कोरोना’, आर्म्ड पुलिस फोर्स व बीरगंज कस्टम ने इंट्री रोकी,आक्रोश!

रक्सौल।( vor desk)।नेपाल के ओली सरकार की नजरें इन दिनों भारत पर टेढ़ी हो गई है।लिहाजा,नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स और नेपाली कस्टम को टायर -बैल में कोरोना दिखने लगा है!यही कारण है कि उसने न केवल नेपाली कस्टम से जुड़े क्लियरिंग एजेंटों के दफ्तर व कार्यो में भारतीय नागरिकों के इंट्री पर रोक लगा दिया है।बल्कि, तुगलकी आदेश के तहत बैलगाड़ी के नेपाल प्रवेश पर रोक लगा दिया है।इससे टायर गाड़ी चालक परेशान हैं।और आंदोलन के मूड में हैं।

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बताते हैं कि आर्म्ड पुलिस फोर्स ने उन्हें नेपाल के बीरगंज में घुसने से रोक दिया,बल्कि, प्रताड़ित भी किया।घण्टो उन्हें नो मेंस लैंड पर रोके रखा।

इससे टायर गाड़ी चालक काफी निराश दिखे।इसमे ज्यादातर रक्सौल के अहिरवा टोला समेत अन्य ग्रामीण इलाकों के हैं।इनके परिवार की रोजी रोटी इसी परम्परागत बैल गाड़ी से चलती आ रही है।लेकिन,नेपाल सरकार के रवैये से उनके समक्ष भूखे मरने की नौबत है।टायर गाड़ी चालक मुन्ना साह ने बताया कि उन्होंने हमें कहा कि पिक अप पर समान लाओ,नही तो मत आओ…!बताइए हम कहाँ जाएं?वे जान बूझ कर परेशान कर रहे हैं।वही,पटना से आये एक सब्जी विक्रेता ने कहा कि सब्जी भी रोक दी गई है।कह रहे कोरोना है।अरे भाई जांच करा लो..दवा में कोरोना नही है?सब पैसे का झमेला है।

नेपाली प्रशासन के इस रवैये के खिलाफ बैल गाड़ी चालको ने सोमवार को रक्सौल के भरतीया कॉलोनी स्थित सुगम ट्रांसपोर्ट के कार्यालय के समीप एक बैठक आयोजित हुई।जिसमें रक्सौल व वीरगंज के टायर बैलगाड़ी चालक शामिल थे।

बैठक में नेपाल के कस्टम कार्यालय व एपीएफ के द्वारा रक्सौल से नेपाल जाने वाले टायर बैलगाड़ी व ठेला पर लगायी गयी रोक का पुरजोर विरोध किया गया। टायर गाड़ी संघ के स्थानीय अध्यक्ष चंद्रकिशोर यादव ने कहा कि रक्सौल-वीरगंज के बीच का व्यापार सदियों पुराना है।जब से व्यापार होता है, तभी से टायर गाड़ी से माल व समान नेपाल जाता रहा है। लेकिन,अचानक से नेपाल के कस्टम प्रशासन के द्वारा मौखिक ही टायर गाड़ी पर रोक लगा दी गयी है। जिसके कारण करीब 500 परिवार के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है।।कहा जा रहा है कि पिक अप से माल ढोये,नही तो बन्द कर दें। हमलोगों के पास इतनी पुंजी नहीं है कि नया पीकअप लेकर काम कर सके है।

नेपाली कस्टम एवं एपीएफ का कहना है कि टायर बैैैलगाड़ी में कोरोना है माल नहीं लाने देगें। जिसके बाद करीब बीते कई दिनो टायर से माल नेपाल नहीं जा रहे है। लॉकडाउन की अवधि भर भी माल व समान नेपाल नहीं जा रहा था। अब जैसे ही टायर बैल से माल जाना शुरू हुआ, इसपर रोक लगा दिया गया है।

बताया गया कि इस रोक के विरोध में टायर गाड़ी संघ के द्वारा नेपाल कस्टम के साथ-साथ रक्सौल के सहायक कस्टम आयुक्त , एसडीओ , डीएसपी , हरैया ओपी प्रभारी को आवेदन देकर अपनी पीड़ा बतायी गयी है। टायर गाड़ी संचालको ने बताया कि यदि यह रोक नही हटी, तो उनके परिवार भूखमरी का शिकार हो जाएगा। कई परिवार का चूल्हा बन्द हो जाएगा। संकट का सामना करना पड़ेगा।

बैठक में शामिल माधोलाल यादव, कृष्णा प्रसाद, रमाकांत यादव, राजेश गिरी, मनोज यादव, राजू साह, संजय राम, रामनाथ राम सैकड़ो टायर गाड़ी चालक ने कहा कि सरकार अविलम्ब समाधान करे,ताकि,हमारी रोजी रोटी चालू हो।

इस बाबत सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने बताया कि टायर गाड़ी के आइसीपी से जाने पर पहले से ही रोक है।लेकिन,मैत्री पुल से नेपाली कस्टम होते यह टायर गाड़ी से समान ढुलाई का धंधा वर्षों पुराना है।विगत दो वर्षों पूर्व भी इसे रोकने की कोशिश की गई।लेकिन,नेपाली अधिकारियों ने बात को समझी,और टायर गाड़ी का परिचालन यथावत रहा।लेकिन, अब कोरोना के नाम पर रोक लगाना अमानवीय व गलत है।इसको ले कर सीमा क्षेत्र के अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को पहल करने की जरूरत है।

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