रक्सौल।(vor desk )।वन्दे भारत योजना के तहत नेपाल से भारतीय नागरिकों की वतन वापसी हो रही है।आने वाले नागरिकों में बड़ी संख्या में मजदूर-कामगार हैं।जिनका दुःख देखने के बाद आंखों से आंसू निकलना तय है।
मजदूरों की तमाम पीड़ाओं के बीच उनके पैर के छाले उनका दर्द ए हाल को बयां कर जाते हैं।इसके लिये कुछ कहने की जरूरत नही होती।
यह विडंबना ही है कि एक ओर रक्सौल आइसीपी गेट पर नेपाल की तरफ लिखा हुआ साइन बोर्ड अंकित है-“भारत गण राज्य में आपका स्वागत है!
दूसरी ओर नङ्गे पावँ लौटते महिला पुरूष है।जो मजदूर हैं।मजबूर है।लॉक डाउन ने उन्हें ‘बिल -बिला’ दिया है।
यह कोई फिल्मी कहानी नही,हकिकत है!बिना चप्पल आ रहे सैकडो लोगों की इस व्यथा ने झकझोड़ कर रख दिया है।
आइसीपी की सड़कों पर तारकोल और तपती गर्मी ने इन्हें बेहाल कर रखा है।
इसको देखते हुए एसएसबी 47 वी बटालियन के कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा की मानवता जागी है।और उन्होंने चप्पल पहनाओ अभियान शुरू किया है।
उनकी देखरेख में अब नेपाल से नङ्गे पावँ आने वाले भारतीय नागरिकों को चप्पल पहनाया जा रहा है।इसमें महिला,बच्चे भी शामिल हैं।जिन्हें इंट्री के साथ ही एसएसबी चप्पल पहना रही है।
इस क्रम में नेपाल के पोखरा व नारायण घाट से लौटे महम्मद आरिफ,सनोज ठाकुर,मुन्ना सिंह ,सुनीता देवी आदि ने बताया कि करे साहब,हम ठहरे मजदूर।हमे तो खाने पर भी आफत था।पेट देखे की चप्पल!हम तो नङ्गे पावँ चल कर आये और यह आदत बन गई है।जब उन्हें चप्पल दिया गया तो,उनके आंखों से आंसू छलक आये।चेहरे पर मुस्कान तैर गई।
इससे पहले भी लॉक डाउन में जरूरतमंदों को राशन , मास्क, इत्यादि सहायता की जाती रही है।लेकिन,नङ्गे पावँ मातृ भूमि पर लौटते लोगों की पीड़ा जब एसएसबी के आईजी संजय कुमार( सीमांत मुख्यालय, पटना) को दी गई,यो,झटपट इस अभियान को शुरू करने का आदेश दिया।उसके बाद 47 वी वाहिनी पनटोका ने रक्सौल आइसीपी में यह अभियान शुरू किया।
इस अवसर पर कमांडेंट प्रियव्रत शर्मा ने बताया कि वन्दे भारत मिशन के तहत आइसीपी बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक नेपाल से वतन लौट रहे हैं।तो,मैत्री पुल के रास्ते बहुत बड़ी संख्या में नेपाली मूल के लोग नेपाल जा रहे है।इसी क्रम में भारतीय लोग एकिकृत जांच चौकी रक्सौल से भारत आ रहे है। उसमें मजदूरो की अत्यधिक संख्या है उसको ही ध्यान में रखते हुए, ऐसे व्यक्तियों को जो दूर से पैदल आ रहे है, उनको पैर में चप्पल पहनाकर एसएसबी के जवान उनको सहायता कर रहे है।
इस बाबत एसएसबी के मीडिया प्रभारी सोनू कुमार ने बताया कि अब तक सौ से ज्यादा लोगों के बीच चप्पल वितरण किया जा चुका है।इस सेवा में एसएसबी के जवान खुद लगे हुए हैं!लॉक डाउन में आने जाने वाले गरीब लोगों के बीच हवाई चप्पल का वितरण किया जा रहा है।