Sunday, November 24

अर्चना के मौत के बाद उस पर हुए जुल्मों की चर्चा हर जुबां पर,पुलिस ने आरोपी सीआरपीएफ जवान को किया गिरफ्तार, जांच शुरू !

रक्सौल।( vor desk )।अर्चना नही रही।रक्सौल के कनना गाँव स्थित ससुराल से पुलिस ने उसका शव बरामद किया ।शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिये मोतिहारी भेज दिया।इधर,मृतका के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए रक्सौल थाना को आवेदन दिया है।जिसके बाद मृतका के पति शशिरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया है।पुलिस ने कहा कि जांच चल रही है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलाशा होगा।

अर्चना विपरीत हालातों में संघर्ष करते करते इस दुनियां से चली गई।इस मामले में दहेज हत्या का केश भी चला और अमानवीय अत्याचार का भी।जिसके लिए खुद उसका पति व परिजन आरोपी बताये गये हैं।

बताया गया है कि इस कांड में पहली बार 2018 मे नारी दिवस पर जुल्म की दास्तान सामने आई थी।जब उसका पति उसका हाथ पावँ दुप्पटा व सिकड से बांध कर उसे शहर के बड़ा परेउवा स्थित अपने घर पर कैद कर रखा था।बार बार की इस घटना और चीत्कार से मुहल्ले वाले तन गये थे,तब पुलिस पहुंची थी।और उसके पति को नियंत्रण में लिया था।रक्सौल थाना में अर्चना ने दुख भरी यातना की दर्दनाक कहानी सुनाते हुए -पति के साथ रहने से मना कर दिया था।लेकिन,आखिर उसी घर मे जाना पड़ा।लेकिन,हंसी खुशी छीन गई।वैसे यह पहला वाक्या नही था।इससे पहले दहेज प्रताड़ना का केश न्यायालय तक पहुंच चुका था।लेकिन,अर्चना इस दर्दनाक व घुटन भरी जिंदगी से निकल नही सकी।

उस समय उक्त जवान यानी उसके पति को हिरासत में भेजा गया।उसके बाद पुलिस व न्यायालय की कार्रवाई बढ़ी।और फिर इस मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आने से लोग विस्मित रह गए।क्योंकि,इस बार अर्चना के मौत की खबर हिला गया।फिर,उस घटना को शहर में याद किया गया।जो नारी दिवस पर ही इस बेबस नारी पर जुल्म ढाया गया था।

वर्ष 2018 में नारी दिवस के दिन जुल्म का शिकार बनी अर्चना व बगल में खड़ा उसका पति

यह नारी की विवशता थी कि उसे यातनाओं के बावजूद उसी ससुराल में रहने को विवश होना पड़ा,जहां उसका जीवन नारकीय हो गया।तब भी अर्चना न्याय के लिए तड़प रही थी।आज उसकी आत्मा न्याय के इंतजार में है।

इस मामले में मृतका के पिता मुनि लाल साह( पिता पन्ना लाल साह) ने आवेदन दिया है।पूर्वी चंपारण के हसनपुर कोटवा निवासी मुनिलाल ने चार लोगो पर हत्या करने का आरोप लगाया है।जिसमे
पति शशि रंजन, पिता ओम प्रकाश साह ,मां मीरा देवी व देवर निरंजन कुमार,अर्चना देवी( 26 ) पर गला दबा कर हत्या करने का आरोप लगा है।

दरअसल,शशि कुमार अर्चना का पति है।और वह सीआरपीएफ का जवान है।जो 2018 में असम के लखमीपुर में 20 वीं बटालियन में तैनात था,अब पुलवामा में तैनात बताया जा रहा है। वह रक्सौल कनना गांव का निवासी है। जो इन दिनों छुट्टी में घर आया था।और लॉक डाउन में घर ही रह रहा था ।लेकिन,हत्या का मामला पसरा तो पुलिस पहुंच गई।

उक्त जवान की पत्नी अर्चना देवी का मैके मोतिहारी कोटवा हसनपुर में है। पांच वर्ष पूर्व उसकी शादी हुयी थी। शादी के बाद दहेज को लेकर सदैव उसे प्रताड़ित किये जाता रहा। इस दौरान न्यायालय में केस भी चला। बाद में कोर्ट के आदेश पर पति पत्नी साथ रह रहे थे।सूत्रों का दावा है कि वह ससुराल में कभी खुश नही रह सकी।पिता मुन्नी लाल ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि शशि रंजन की दूसरी लड़की से चक्कर था।इसी वजह से इस घटना को अंजाम दिया।

पूरे मामले को कर रक्सौल थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि मृतका के पिता द्वारा केश दर्ज कराया गया है। जाच की जा रही है।जिसमे पति सहित घर के ही चार लोगों पर आरोप है। बताया कि पति से पूछताछ की जा रही है।जांच के बाद कानूनी कार्रवाई होगी।हालांकि,परिजन आरोप से पल्ला झाड़ते हुए बेकसूर बताने से नही चूक रहे।पिता ओम प्रकाश का कहना है कि उसकी तबियत खराब थी।इलाज चल रहा था।

इधर,इस मामले को ले कर राजद नेता फखरुद्दीन आलम ने निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है।

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