रक्सौल।(vor desk )।नेपाल में 7 मई तक लॉक डाउन व 12 मई तक भारत से लगी नेपाल की सीमा सील है।लेकिन,लॉक डाउन में फंसे भारतीय नागरिक वतन वापसी के लिये बेचैन हैं।एक ओर जहां देश के विभिन्न प्रान्तों से मजदूरों व छात्रों की घर वापसी की पहल जारी है।लेकिन,पड़ोसी देश नेपाल में फंसे लोगों पर अब तक कोई फैसला नही हो पाया है।यही कारण है कि नेपाल में काम धंधा करने वाले लोग त्रासदी के शिकार हो रहे हैं।लगातार वे चोरी छुपे देश आने के प्रयास में हैं।
इसी क्रम में रविवार को एसएसबी 47 वीं बटालियन के जवानों ने रक्सौल के भेलाही के मुशहरवा व पनटोका पँचायत के धुपवा टोला कैम्प क्षेत्र कुल 15 लोगों को नियंत्रण में लिया।जिन्हें नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स को सौंप दिया।
बताया गया कि इसमे पंजाब व बिहार के लोग शामिल थे।जो काठमांडू समेत विभिन्न जगहों से किसी तरह पूर्वी चंपारण से लगे रक्सौल बॉर्डर तो पहुंच गए।लेकिन,वे वतन से दूर रहने को विवश हो गए।क्योंकि,खुली सीमा के बावजूद बॉर्डर से किसी को भी आने जाने की अनुमति नही है।यह रोक कोरोना वायरस रोक थाम के लिए लागू है।
एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि नेपाल के पर्सा जिला से मुशहरवा क्षेत्र में पहुचे पंजाब के शाबाजपुर के निशान सिंह( 26 ),निशान सिंह( 29 ),गुरबाज सिंह(17),मछीके के जगतार सिंह(26 ),कुलदीप सिंह(32 ),बलवंत सिंह( 26 ),करम सिंह ( 30 )को नियंत्रण में लिया गया।सभी 7 लोगों को वापस नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स को सौप दिया गया।
इसी तरह धुपवा टोला में मुजफ्फरपुर के साहेबगंज निवासी महम्मद जलालुदीन,महम्मद नसीम ,आशिक अली,माधोपुर के महम्मद रुस्तम,उस्ती के गुलाम मुस्तफा,महम्मद मिनहाज,,बैजनाथ पुर के महम्मद एजाज,सैफुद्दीन अहमद को नियंत्रण में लिया गया।
एसएसबी सूत्रों ने बताया कि सभी को नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स को सौप दिया गया।
एसएसबी ने तीन लोगों को आपदा राहत केंद्र पहूंचाया:
इधर,एसएसबी जवानों ने दो नेपाली व एक भारतीय नागरिक को बीरगंज जाने के क्रम में नियंत्रण में लिया है।
बताया गया कि इसमे गोरखपुर से यहां पहुंचे नेपाल के धनकुटा के पखरि बास निवासी प्रेम बरूवाल के अलावे डांग के बगहर निवासी शंकर नेपाली को नियंत्रण में ले कर रक्सौल के हजारीमल हाई स्कूल स्थित कोरोना आपदा राहत केंद्र को सौप दिया गया।वहीं,सीतामढ़ी के बैरगनिया निवासी ओम प्रकाश साह को भी एसएसबी ने नियंत्रण में ले कर केंद्र के सुपुर्द किया है।
एसएसबी अधिकारियों के मुताबिक,जब तक बॉर्डर सील है।किसी को आने जाने नही दिया जाएगा।