रक्सौल।( vor desk )।लॉक डाउन व भारत नेपाल सीमा सील होने के क्रम में सीमाई इलाके के पुलिस प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा में सेंधमारी कर अवैध रुपया लेन देन का खुलासा हुआ है।
बता दे कि वैश्विक महामारी कोरोना को ले कर लॉक डाउन व सीमा सील है।ऐसे में केवल मालवाहक वाहन को छोड़ कर किसी के भी आने जाने पर रोक है। उसके बावजूद नेपाल पुलिस ने ना.62 प 9571नम्बर की 220 सि.सि.पल्सर मोटरसाइकिल पर सवार बीरगंज महा नगरपालिका के वार्ड 16 इनरवा गाव के रहने वाले 29 वर्षीय लाल बाबु कुमार यादव नामक युवक से ग्यारह लाख पचास नेपाली मुद्रा को बरामद किया है।इस सम्बन्ध में पर्सा जिला की एसपी गंगा पंत ने एक प्रेस विज्ञप्ति के मध्यम से मिडिया को जानकारी दी है की उक्त ब्यक्ति रक्सौल से बीरगंज आ रहा था। जिसे पर्सा जिला के इनरवा पुलिस चौकी की पुलिस टीम ने रजतजयन्ती चौक के पास से उसे हिरासत में लिया है।पुलिस जांच में जप्त रुपया का वैध स्तोत्र व जानकारी नही देने के बाद उक्त व्यक्ति को रुपया एवं मोटरसाइकिल के साथ हिरासत में लेकर आवश्यक अनुसन्धान शुरू किया गया है।
इधर,पकड़े गए युवक के भाई सुभाष यादव का कहना है कि लालबाबू नेपाली कस्टम के एजेंट हैं।जिसका दफ्तर बीरगंज कस्टम कार्यालय के पास है।वहीं,से बीरगंज ड्राइपोर्ट जाते वक्त जबर्दस्ती पकड़ लिया गया।बरामद रुपया विभिन्न प्रतिष्ठानों का था।जिसे कस्टम क्लियरेंस के लिए जमा करना था।
इधर, इस बरामदगी से सीमाई इलाके के सीमा सुरक्षा के ऊपर सवाल उठना लाजमी है कि जब सीमा सील है तो यह ब्यक्ति रक्सौल से बीरगंज तक अपने नेपाली मोटरसाइकिल से कैसे पंहुचा। जबकि दोनों और की पुलिस प्रशसन की टीम सीमा की सुरक्षा में लगी हुई है!पर्सा पुलिस ने विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से कहा है कि रक्सौल बीरगंज के मुख्य सड़क अंतर्गत रजतजयन्ती चौक से उक्त व्यक्ति को हिरासत लिया गया है।पुलिस का कहना है कि गुप्त सूचना पर छापेमारी कर रकम बरामद किया गया।क्योंकि,सब्जी लदे वाहन या अन्य स्त्रोत्र से उक्त रकम रक्सौल से लाये जाने की सूचना मिली थी।पुलिस का कहना है कि अवैध करोबार होने की सूचना है।पुलिस ने यह भी कहा कि कोई भी कस्टम क्लियरेंस के लिए एक डेढ़ लाख की रकम पर्याप्त है।तो इतने रूपये ले कर घूमने का क्या तुक था?फिलहाल,पूरा मामला जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि वास्तव में यह रकम हुंडी का है या नही।इस मामले की जांच जारी है। (रिपोर्ट:गणेश शंकर )