रक्सौल।( vor desk )।भारत-नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील होने के बावजूद चोरी छिपे हो रही आवाजाही को रोकने के लिए पूर्वी चंपारण व पर्सा जिला प्रशासन मुस्तैद है।दोनों ओर के सुरक्षा निकाय एक दूसरे को सहयोग कर रहे है।
इसी बीच, बुधवार को भारत-नेपाल सीमावर्ती रक्सौल के प्रेम नगर अंतर्गत पिलर संख्या 390/28 के पास से एसएसबी ने 8 नेपाली नागरिक को अवैध रूप से नेपाल में घुसने के प्रयास में नियंत्रण में लिया है।ये सभी बिहार के सासाराम से चल कर यहां पहुंचे थे।और सीमा पार करने की कोशिश में थे।
एसएसबी के हवलदार संजीव कुमार गुज्जर, जीडी कवीन्द्र कुमार रॉय व चेतन कुमार की टीम ने इन्हें नियंत्रण में ले कर शहर के हजारीमल उच्च विद्यालय स्थित कोरोना आपदा राहत केंद्र में पहूंचाया।
एसएसबी के अधिकारियों ने बताया कि इन्हें 14 दिनों तक क्वरेंटाइन किया गया है।बॉर्डर खुलने के बाद ये नेपाल जा सकेंगे।
बताया गया कि यह सभी मजदूर व कामगार है।जो सासाराम में काम करते थे। वहां पैसा व ख़ाना पानी खत्म होने के कारण पैदल चलकर किसी तरह रक्सौल पहुँच गए।ये सभी पूर्वी नेपाल के लहान स्थित सिसवानी, सिरहा के गणेश पुर, सप्तरी के लालपत्ति, डंगराही शम्भूनाथ व विराटनगर के रहने वाले हैं।
नगर परिषद के कैम्प प्रभारी मृत्युंजय मृणाल ने बताया कि सभी के खाने पीने व रहने की सुविधा क्वरेंटाइन में उपलब्ध है।
- एसएसबी ने चार को एपीएफ को सौंपा:
नेपाल से भारत की सीमा में अवैध रुप से प्रवेश कर रहे चार भारतीय नागरिकोंं को पंटोका सीमा के पीलर संख्या 393 से एसएसबी ने नियंत्रण में लेकर नेपाल एपीएफ को सौंप दिया गया है।इसमे पूर्वी चम्पारण के सिद्धपुर पलनवा निवासी 21 वर्षीय आजाद आलम, 40 वर्षीय आलम मियां, पश्चिमी चम्पारण के ढकराहा मझौलिया निवासी जुनैद अंसारी और इरशाद अंसारी शामिल है।( रिपोर्ट:राजेश केशरीवाल )