रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापित आठ एएनएम वेतन नही मिलने से नाराज हैं।
लॉक डाउन में उनके समक्ष भुखमरी की समस्या हो गई है।
इसको ले कर क्षुब्ध एएनएम के समूह ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया।उन्होंने घण्टो धूप में खड़े हो कर विरोध जताया और वेतन भुगतान की मांग की।सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए उन्होंने विरोध जताया।और कहा कि सरकार हमारी आवाज सुने।
कुमारी किरण(कल्याणपुर)
अंजन कुमारी(मुजफ्फरपुर),
रीता कुमारी 2 (कल्याणपुर)
कुमारी अमृता सिंहा( नालंदा),
गीता कुमारी(नालंदा),
रमिता कुमारी(बेगूसराय)
सुनीता कुमारी(मुजफ्फरपुर)
प्रेम लता कुमारी(नालंदा) ने बताया की हम सभी आठ एएनएम संविदा पर कार्यरत थे।बाद में रेगुलर होने पर विभागीय निर्देश से यहां 5 अक्टूबर 2019 को योगदान किये।
लेकिन,सीवील सर्जन कार्यालय से अब तक सम्पुष्टि लंबित है। जिससे हमे पिछले छह माह से वेतन नही मिल रहा।जबकि, अन्य जिलों में भुगतान शुरू हो चुका है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी भी 30 अप्रैल तक कर दी गई है।जिससे हम घर भी नही जा सकते।
।लॉक डाउन में आवाजाही नही हो रही।जिससे खान पान की भी दिक्कत हो गई है।कोई सहयोग नही मिल रहा।जिस मकान में किराया पर रह रहे हैं,उसके मकान मालिक भी कमरा खाली करने का दवाब दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि हम लगातार ईमानदारी से कर्तव्य निर्वाह कर रही हैं ।लेकिन,सरकार को हमारी कोई चिंता नही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जान बूझ कर सम्पुष्टि में विलम्ब किया जा रहा है। बेवजह हमे परेशान किया जा रहा है।
इस मामले को ले पूछने पर स्वास्थ्य प्रबन्धक सतीश कुमार शाही ने बताया कि ये सभी एएनएम रेगुलर होने पर योगदान कर चुकी हैं। जिला स्तर से सम्पुष्टि बाकी है।निर्देश के बाद ही वेतन शुरू हो सकेगा।