रक्सौल।( vor desk )।कोरोना वायरस रोक थाम को ले कर भारत व नेपाल सरकार न केवल सख्त है,बल्कि,सीमा पर सुरक्षा बल सँयुक्त रूप से निगरानी व गश्ती में भी हैं।खुली सीमा के रास्ते आवाजाही नही होने देने के लिए सख्ती बरती जा रही है।
इसी क्रम में रमजान के मौके पर घर आने की कोशिश करते सात लोगों को एसएसबी ने शुक्रवार को नियंत्रण में लिया।
बताया गया कि ये शुक्रवार को सभी चोरी छुपे सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे।जिन्हें एसएसबी 47 वीं बटालियन के ए कम्पनी अंतर्गत बीओपी सिसवा के जवानों ने नियंत्रण में लिया।
सिसवा के फिक्स पॉइंट कोहनी टोला ड्यूटी पार्टी के द्वारा इन्हें नियंत्रण में लेने के बाद पूछ ताछ कर अग्रिम कार्रवाई हेतु नेपाल सशस्त्र बल 13 वीं वाहनी अमर पट्टी ( पर्सा ) को सुपुर्द कर दिया गया।जिसके बाद इन्हें क्वरेंटाइन की प्रक्रिया की गई।
बताया गया कि इसमे भारतीय कामगार व उनके परिजन थे।जो काठमांडू से बॉर्डर पहुँचे थे।सभी पश्चिम चमपरण के नरकटियागंज के रोआरी के रहने वाले थे।इसमे बच्चे भी शामिल थे।
नियंत्रण में लिए जाने के बाद नुरापद अंसारी,नसीम अख्तर ,अमरुक हक,शबाना आदि ने आरजू मिन्नत की ।ताकि,रमजान पर उन्हें घर जाने की इजाजत मिल सके।लेकिन,एसएसबी अधिकारियों ने बॉर्डर सील होने के कारण उन्हें वापस नेपाल को सुपुर्द कर दिया।उन्होंने नियमो व निर्देश से बंधे होने की बात कहते हुए कहा कि किसी को भी आवाजाही की इजाजत नही मिल सकती।
हालांकि,यह पहला मामला नही है।इससे पहले बॉर्डर के पिलर संख्या 405/11 से पिछले दिनों पांच भारतीय नागरिकों को एसएसबी ने नियंत्रण में ले कर वापस नेपाल को सौप दिया गया।एसएसबी के इंस्पेक्टर अविनाश कुमार का कहना है कि किसी को भी बॉर्डर से आवाजाही की इजाजत नही है।पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उधर,नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स भी सख्ती बरत रही है।इसी क्रम में पर्सा जिला के बिरगंज समीप अलऊं सीमा से नेपाल आर्म्ड फोर्स ने अवैध रुप में भारत प्रवेश करने के दौरान 33 भारतीय नागरिकों को नियंत्रण में लेकर ठाकुर राम कॉलेज स्थित क्वारेन्टाईन में भेज दिया ।
उक्त भारतीय नागरिक नेपाल के विभिन्न उद्दोगों में काम करते थे। मगर नेपाल में लॉकडाउन होने के वजह से सभी उद्योग बंद रहने पर पैसा और राशन खत्म होने की वजह से ये भूखमरी के कागार पर पहूंच गए।ऐसे में ये भारतीय मजदूर पैदल ही अपने वतन को लौट रहे थे। आर्म्ड पुलिस फोर्स( पर्सा) के एसपी दिपेन्द्र कुंवर ने बताया कि किसी को आने जाने नही दिया जा रहा।
बता दे कि पिछले माह लॉक डाउन व बॉर्डर सील होने के कारण डीएम कपिल शीर्षत अशोक व एसपी नवीन चन्द्र झा ने नेपाल से बॉर्डर पर पहुंचे दो हजार से ज्यादा भारतीय मजदूरों को इंट्री देने से मना कर दिया था।बाद में खुद एसपी नवीन चंद्र झा व कमांडेंट प्रियवर्त शर्मा भी काफी सख्त दिखे।बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।वहीं,नेपाल सरकार ने अनिश्चितकाल के लिए अपनी सीमा सील कर दी है।वहीं,बीरगंज में भी तीन कोरोना संक्रमितों की पुष्टि के बाद खतरे की घण्टी बज गई है।