रक्सौल।( vor desk )।विश्व महामारी बने कोरोना यानी कोविड 19 के रोक थाम को ले कर लागू लॉक डाउन के क्रम में बिहार के विधार्थी सूबे से बाहर विभिन्न प्रदेशों में फंसे हुए हैं।इसी बीच नवादा के विधायक अनिल कुमार द्वारा ,कोटा (राजस्थान) में पढ़ रही अपनी बेटी को घर ले आये।यूपी,एमपी समेत कई अन्य राज्यों ने अपने अपने बच्चों को बुला लिया।लेकिन, बिहार के हजारो छात्र आज भी फसे हुए है ।उसको लेकर बिहार में सियासत तेज हो चली है।इसी क्रम में रक्सौल पहुँचे बिहार बीजेपी अध्यक्ष सह बेतिया सांसद संजय जायसवाल ने भी इस मसले पर अपना पल्ला झाड लिया।
मीडिया से कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से बच्चों की चिंता कर रहा हूँ। सौ से अधिक छात्र उनके सम्पर्क में हैं। जिन्हें राशन उपलब्ध कराया जा रहा है पर जो अधिक बीमार छात्र है,यानी सीरियस हैं। उन्हें मानवीय आधार पर बुलाना चाहिए ।इसके लिए डीएम व एसडीएम को निर्णय लेना चाहिए।हालांकि,उन्होंने कहा कि इस मसले के समाधान की पहल की जा रही है।
उन्होंने बीजेपी के विधायक द्वारा अपनी पुत्री को लाए जाने पर कहा कि यह राज्य सरकार का मामला है राज्य सरकार अपने स्तर से कारवाई कर रही है।( रिपोर्ट:गणेश शंकर )