- नेपाल में कोरोना संक्रमितों की संख्या हुई 12,कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के आधार पर शुरू हई जांच पड़ताल
- तीनो संक्रमित भारतीय नागरिक हैं मुस्लिम धर्म प्रचारक,15 अप्रैल को वापसी का बना रखा है रेल टिकट
- कोरोना की पुष्टि के बाद छपकैयाँ को किया गया सील,बीरगंज के विभिन्न वार्ड में लगा नो इंट्री का बोर्ड
रक्सौल।(vor desk)।नेपाल के स्वास्थ्य एवं जन संख्या मन्त्रालय ने बीरगंज स्थित नारायणी हॉस्पिटल के आइसोलटेड वार्ड में भर्ती तीन भारतीय नागरिकों में कोविड 19 की पुष्टि कर दी है।इसमे दो यूपी व एक दिल्ली के बताए गए हैं। तीनो मुस्लिम धर्म प्रचारक हैं।
रविवार को प्रेस ब्रीफिंग में इसकी पुष्टि मन्त्रालय के प्रवक्ता विकास देवकोटा ने की है।उन्होंने बताया कि कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के आधार पर जांच -पड़ताल शुरू कर दी गई है।बता दे कि शुक्रवार की शाम इन्हें पुलिस ने बीरगंज के छपकैया स्थित मस्जिद से नियंत्रण में ले कर हॉस्पिटल के आइसोलटेड वार्ड में रखा था।
बीरगंज में खौफ:कोरोना वायरस यानी कोविड 19 के तीन मरीज की पुष्टि के बाद बीरगंज में हड़कंम्प मच गया।नारायणी हॉस्पिटल का ओपीडी बन्द कर दिया गया है।कोरोना के नोडल पदाधिकारी नीरज सिंह का कहना है कि बीरगंज में कोरोना स्पेशल हॉस्पिटल बनाया जाए,ताकि,आम लोग परेशान न हों।इधर,अनेको चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी व नर्स भी ड्यूटी से गायब रहे।
छपकैया सील:कोरोना की पुष्टि के बाद छपकैया इलाके को सील कर दिया है।यही नही डर से आस पास के मुहल्लों में भी लोगों ने प्रवेश निषेध का बोर्ड लगा कर इलाके को सुरक्षित किया है।
कॉन्टेक्ट हिस्ट्री पर जांच शुरू:कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री के आधार पर तीनों मरीज से मिलने जुलने सम्पर्क में रहने वाले लोगों की पहचान के लिए मेडिकल टीम व पुलिस अभियान में जुट गई है।सन्दिग्ध लोगों से पूछ ताछ व जांच की जा रही है।
क्या है मामला:गुरुवार को भारत से आये व भारतीय लोगो समेत 24 लोगों की जांच हुई। इसी में इनका स्वैब जांच के लिये हेतौड़ा स्थित प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया।जहाँ इन तीनो की प्रथम जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव के संकेत मिले।इसके बाद इन्हें नियंत्रण में लिया गया।तीनो की उम्र 37,44 व 55 वर्ष बताया गया है।मेडिकल बोर्ड ने इनके स्वैब रिपोर्ट को पुनः काठमांडू स्थित राष्ट्रीय प्रयोगशाला में प्रेषित किया।जिसमे रिपोर्ट कन्फर्म हुई।इसके बाद हड़कंम्प मच।गया।प्रेस ब्रीफिंग कर स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की।
अपील पर सहयोग नही:बताते है कि तीनों को गुरुवार को छपकइयाँ के वार्ड अध्यक्ष ने सर्दी खांसी की रिपोर्ट के बाद हॉस्पिटल जांच को लाया।चिकित्सको के आग्रह के बाद भी इन्हें जांच करा कर वापस छपकैया मस्जिद ले जाया गया।जब हेतौड़ा में रिपोर्ट पॉजिटिव हुई, तो,पुलिस ने इन्हें नियंत्रण में लिया।
छुपे लोग पकड़ाए:प्रथम रिपोर्ट के बाद कोरोना नियंत्रण समिति की बैठक में हड़कम्प मचा।इसके बाद बीरगंज की एसपी गंगा थापा के नेतृत्व में श्री राम पिक्चर पैलेस के आगे अवस्थित छपकैया मस्जिद से 11 व घुसुकपुर मस्जिद से 15 लोगो को नियंत्रण में ले कर बीरगंज के सिद्धार्थ माध्यमिक विद्यालय स्थित कोरेण्टाईन सेंटर भेजा।जिसमे 19 भारतीय जमाती व तीन मुस्लिम धर्म गुरु,घुसुकपुर मस्जिद प्रमुख, समेत कुल 26 शामिल बताए गए ।बताया गया कि अपील के बाद भी ये धार्मिक प्रचारक मस्जिद में थे।
तीनों की तहकीकात:पुलिस टीम इस बात का पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि ये तीनो भारत के नई दिल्ली मरकज में शामिल हुए थे या नही।सप्तरी के इज्तिमा में गए थे नही।अब तक नेपाल में क्यों थे।बता दे कि इन्होंने जांच में बताया था कि ये 40 दिनों से नेपाल में हैं।लेकिन,कोविड19 की पुष्टि से यह जानकारी गलत साबित हुई है।इस कारण पुलिस नए सिरे से जांच कर रही है कि किस कोरोना मरीज से इनमें संक्रमण हुआ।
बढ़ सकती है संख्या:हॉस्पिटल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ मदन उपाध्याय ने बताया है कि पर्सा जिला से अब तक जांच 60 रिपोर्ट निगेटिव रहा है।तीन कन्फर्म हुए हैं।जबकि,31लोगों के जांच की रिपोर्ट अभी बाकी है।जिसमे भारत से लौटे व भारतीय नागरीको की रिपोर्ट शामिल है।
इधर सूत्र बताते हैं कि बारा व पर्सा जिला से करीब 79 जमातीयों को पुलिस ने लॉक डाउन में नियंत्रण में लिया।इसमे जगन्नाथपुर के मेयर जालिम मियां के संरक्षण वाले जगन्नाथपुर मस्जिद से 15 जमातियों को नियंत्रण में लिया गया था।वहीं, कंचनपुर गदियानी मस्जिद से 13 जमतियों को नियंत्रण में लिया गया था।सभी बॉर्डर सील होने के बावजूद नेपाल पहुचे थे।पुलिस ने इन्हें नई दिल्ली मरकज में शामिल होने आशंका मे नियंत्रण में ले कर क्वरेंटाइन किया गया।
क्या कहते है अधिकारी:
पर्सा जिला के सहायक जिलाधिकारी ललित बस्नेत ने बताया कि तीनो भारतीय नागरिक पिछले करीब दस दिनों से छपकैया मस्जिद में रह रहे थे।कोविड 19 की पुष्टि के बाद इलाज शुरू कर दिया गया है।छपकैयाँ इलाके को सील कर कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।
पर्सा जिला की एसपी गंगा पंत ने कहा है कि बॉर्डर सील है।लॉक डाउन है। सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।तीनो से जुड़े लोगों की पहचान व जांच का कार्य शुरू है।