Saturday, November 23

नेपाल-भारत आपसी सहयोग से ही जीत सकते हैं कोरोना से जंग:प्रदीप यादव

नेपाली नागरिकों से हाल चाल लेते नेपाली सांसद प्रदीप यादव

रक्सौल।( vor desk )।कोविड 19 संक्रमण की रोक थाम को ले कर लॉक डाउन व बिहार- नेपाल सीमा के सील होने के बीच नेपाल के पर्सा जिला के क्षेत्र 1 के सांसद व समाजवादी पार्टी के नेता प्रदीप यादव ने रक्सौल में सरकार द्वारा बनाये गए कोरोना आपदा राहत केंद्र में रह रहे नेपाली नागरिकों से मुलाकात की और उनका हाल चाल लिया।

लॉक डाउन व सीमा सील होने की वजह से बिहार के बोधगया में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले मजदूर सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोक दिए जाने से नेपाल नही जा सके थे।और पिछले एक सप्ताह से स्वजनों के साथ कुल 13 लोग इस राहत केंद्र पर रह रहे हैं। सभी नेपाल के रुकुम जिला के रहने वाले हैं।वहीँ, एक युवक बारा जिला का है।जवकि, पटना में होटल में काम करने वाले नेपाल के पर्वत के दो युवक आज ही पहुँचे हैं।उन्होंने बताया कि पैदल ही आ रहे थे,लेकिन,एक मालगाड़ी मिल गई।उसी से रात यहां पहुचे हैं।

सांसद यादव इस दौरान शिविर की व्यवस्था को देख गदगद हो गए। साथ ही उन्हें कुछ फल एव बिस्कुट,भुजिया ,चिवड़ा,जूस की व पानी का बोतल प्रदान किया ।सभी नेपाली नागरिकों को सेनेटाइजर व मास्क भी दिया।

इस दौरान रुकुम के भरी लाल,धनी नेपाली,लाले ,सेम बहादुर आदि ने कहा सर,पांच दिनों से यहां हैं।कोई दिक्कत नही है।बॉर्डर कब खुलेगा?हमे देश पहुँचवाईये।ताकि घर जाएं।उन्होंने कहा कि भारत सरकार की मदद मिली।तभी ठीक से हैं।नही तो भूखे मर जाते।इन सबको उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी लोगों के घरों पर सूचना दे दी जाएगी,की आप ठीक हैं।

उन्होंने पत्रकारों से बात चीत में उन्होंने कहा कि नेपाल के बीरगंज में फसे बिहारी मजदूर के साथ उचित व्यवहार नही किया जा रहा था। एक साथ 400 लोगों के पकड़ लिए जाने से कुव्यवस्था हुई। स्थानीय मीडिया एव भारतीय दूतावास के सहयोग से उन्हें भोजन एव रहने की ब्यवस्था दी गई। जिनकी संख्या 170 है ।

उन्होंने कहा कि यहां शिविर में जो नेपाली हैं।वे कुशल हैं।देख रेख व खान पान की बेहतर व्यवस्था की गई है।यहां तक की मछड़दानी भी दी गई है।इस व्यवस्था से मैं काफी खुश हूं।

उन्होंने स्वीकार किया कि नेपाल में भी कई बिहारी मजदूर फसे हैं।जिन्हें दिक्कत झेलनी पड़ी है।इसको ले कर नेपाल सरकार का ध्यानाकर्षण किया हूँ।ताकि, भारतीय लोग परेशान न हो।उन्हें दिक्कतें न हो।उन्होंने कहा कि इस वक़्त लॉक डाउन का पालन करना है।सोशल डिस्टेंस मेनटेन करना है।तभी कोरोना को हरा पाएंगे।बॉर्डर खुलने के बाद ही नेपाली नागरिक घर जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि नेपाल में कोविड 19 के 9 लोग संक्रमित पाए गए हैं।उन्होंने कहा कि दिल्ली मरकज से आये लोगों द्वारा चोरी छिपे घुसने से समस्या खड़ी हुई है।जिसको ले कर पुलिस -प्रशासन विभिन्न मस्जिद-मदरसों में छापेमारी के क्रम में अनेको लोगों को हिरासत में लेकर क्वरेंटाइन व जांच की प्रक्रिया में रखा गया है ।

उन्होंने कहा कि नेपाल भारत एक दूसरे के सहयोग से ही कोरोना संक्रमण को हरा सकते हैं।और इस जंग को जीत सकते हैं

उन्होंने इस दौरान डीसीएलआर मनीष कुमार,नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी आनन्द गौतम ,रक्सौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरत चन्द्र शर्मा,डॉ आरपी सिंह,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार ,एसएसबी के सहायक कमांडेंट राजकुमार कुमावत आदि से क्वरेंटाइन किये गए नेपाली नागरिकों की स्थिति का जायजा लिया।और उन्हें नेपाली नागरिकों के सहयोग व सुविधा के लिए आभार प्रकट किया।इस दौरान दीपक कुमार गोल्डन, महेश सिकरिया नप कर्मी राजदेव यादव,मृणाल मयंक,बैजू जायसवाल ,रामनरेश प्रसाद कुशवाहा,सोनू कुमार,समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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