- बीरगंज महावाणिज्य दूतावास के कॉउंसुल पहुँचे कोरोना आपदा राहत केंद्र,नेपाली नागरिकों से पूछा कुशल क्षेम!
रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल स्थित कोरोना आपदा राहत केंद्र पहुच कर नेपाल के बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के कॉउंसुल बी0 सुरेश कुमार ने शुक्रवार को निरीक्षण किया और नेपाली नागरिकों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।साथ ही आवश्यक निर्देश दिए।
इस क्रम में उन्होंने नेपाल के रुकुम जिले के 13 नेपाली नागरिकों से मिल कर उनका हाल जाना।और उनसे पूछा कि कोई परेशानी तो नही है?उन्होंने नगर परिषद कर्मियों से कहा कि नेपाली नागरिकों को कोई दिक्कत नही होनी चाहिए।
गौरतलब है कि इंडो- नेपाल
बॉर्डर सील होने व दोनों देशों में लॉक डाउन होने के बावजूद नेपाल जाने की कोशिश में 13 नेपाली नागरिकों को एसएसबी ने नियंत्रण में ले कर हजारी मल हाई स्कूल स्थित कोरोना आपदा नियंत्रण केंद्र को सौप दिया था। इसमे सभी नेपाल के रुकुम जिले के हैं।जिसमे महिला व बच्चे भी हैं ।ये बिहार के बोधगया व गया में मजदूरी करते थे।वे एक बस से रक्सौल पहुचे थे।उन्हें नगर परिषद द्वारा संचालित कोरोना आपदा राहत केंद्र में रखा गया।और खान पान की व्यवस्था दी गई।इस दौरान गुरुवार को पीएचसी के डॉ0 मुराद आलम ने उनकी स्क्रिनिंग व इंफ्रारेड थर्मा मीटर से चेक अप भी किया।शिविर में ठहरे रुकुम निवासी वीर बहादुर नेपाली,वीरबहादुर चनारा,सेम बहादुर, भरी लाल,नर बहादुर, तस्वीर चदारा,लाले नेपाली,प्रजाति नेपालि, विजय ,अशोक,माया नेपाली,धनी आदि ने बताया कि बॉर्डर पर एसएसबी ने रोक कर हमें यहां लाया।हमे मालूम नही था कि बॉर्डर सील था।हम फंस गए थे।लेकिन,यहां सरकार ने हम को रखा।ख़ाना पानी दिया।इसके लिए उन्होंने धन्यवाद भी दिया।
मौके पर नगर परिषद के कर्मी बैजू जायसवाल,मृत्युंजय मृणाल, आदि उपस्थित रहे।श्री कुमार ने एसएसबी के रोल को भी सराहा।उन्होंने कहा कि नेपाली नागरिकों को सम्मान मिलना चाहिए।