- बीरगंज के घन्टा घर मे पर्सा जिला पुलिस ने बस समेत कुल पांच वाहन समेत 128 भारतीय नागरिक नियंत्रण में
- 12 नेपाली नागरिक थे वाहन में,उन्हें भेज दिया गया अपने अपने घर,वाहन चालक को लिया गया हिरासत में
रक्सौल।( vor desk)।कोरोना वायरस रोक थाम को ले कर नेपाल में लॉक डाउन लागू है।जिसे नेपाल सरकार ने 31 मार्च से एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है।वहीं,बॉर्डर भी सील है।इसमे फंसे हजारों भारतीय नागरिकों की मुसीबतें बढ़ गई है।जिस कारण वे पैदल ही बीरगंज या अन्य सीमाई शहर व क्षेत्र पहुच रहे हैं।वहां सीमा पार कर रहे हैं।इसको ले कर गृह मंत्रालय सख्त है।तो,सुरक्षा बल मुस्तैद है।
बावजूद,चोरी छुपे वाहन से यात्रा करने वालो की कमी नही।मुहं मांगी कीमत दे कर लोग बॉर्डर पहुच रहे हैं।उन्हें कोई सरकारी सहायता नही मिल रही। इसी क्रम में भारतीय नागरिकों को लेकर काठमांडू व सयांगजा के बॉलिंग से वीरगंज पहुँचे 5 वाहन को पुलिस ने अपने नियन्त्रण में लिया है । पर्सा पुलिस कार्यालय सूत्रों ने बताया है कि 3 बस, 1 जीप और एक माइक्रोबस यात्री लेकर काठमांडू से वीरगंज आया गया है।जिन पर 128 भारतीय नागरिक और 12 नेपाली नागरिक सवार थे । जिला पुलिस कार्यालय पर्सा के डीएसपी वीरेन्द्र शाही ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि ग 2 च 7802 नम्बर की सुमो जीप,, बा 2 ख 4594 नम्बर की माइक्रोबस और लु 1 ख 6880 , ना 5 ख 1106, प्रदेश नं 3-03-01 ख 0066 नम्बर के बस को नियंत्रण में लिया गया है।
इस बाबत पर्सा जिला के एसपी गंगा थापा ने बताया कि लॉक डाउन व बॉर्डर सील है।ऐसे में उन्हें क्वरेंटाइन में रखा जा रहा है।भोजन का इंतजाम किया जा रहा है।मेडिकल जांच की प्रक्रिया की गई है।सुरक्षा समन्वय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि चालको पर क्या कारवाई की जाए।इन भारतीय नागरिकों को भारत कैसे भेजा जाए।
वहीँ, पर्सा जिला प्रशासन के प्रवक्ता व सहायक जिलाधिकारी ललित बस्नेत ने बताया कि भारतीय यात्रियाें को भारत भेजने के लिए भारतीय प्रशासन से समन्वय स्थापित किया जा रहा है ।इसमे बिहार समेत अन्य राज्यो के नागरिक भी शामिल बताए गए हैं।जो काठमांडू समेत अन्य जगहों पर काम करते थे।इसमे बच्चे व महिला भी शामिल बताये गए हैं।