एडीएसपी रणविजय ने की गर्भवती तमन्ना अली को मदद,तमन्ना ने थैंक्स कहते हुए बेटे का नाम रख दिया रणविजय!
रक्सौल।(vor desk )।कोरोना वायरस से जंग में देश व्यापी लॉक डाउन जारी है ।इसमें अपनों से भी सोशल डिस्टेंस रखा जा रहा है।लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हैं,जो ,मानवता की मिशाल पेश कर रहे हैं।इसमें भी बिहारी सबसे आगे हैं।यानि ,एक बिहारी सब पे भारी! इस संकट की घड़ी में नोएडा के एडिशनल पुलिस कमिश्नर पुलिस (एडीसीपी ) कुमार रणविजय सिंहने ‘कोरोना’ कहर से मची अफरा-तफरी के बीच कुछ ऐसा कर दिखाया ,जिससे पुलिस की छवि ऊंचाई पर पहुंच गई और पुलिस के वरीय अधिकारी कुमार रणविजयसिंह की भी अनुकरणीय ,तारीफी और प्रेरणादायक नजीर सामने आई।
बताया गया कि बरेली की गर्भवती मुस्लिम महिला तमन्ना अली, जिसको बच्चा होने वाला था।एक-दो दिन में ही प्रसव तय था। उसके पति अनीश नोएडा में थे।तमन्ना ने बहुत ही मार्मिक गुहार लगाई।उस गुहार को कुमार रणविजय सिंह ने गंभीरता से सुना और तुरंत अनीश को बरेली पहुंचवाया। दूसरे ही दिन तमन्ना ने बच्चा दिया।जच्चा- बच्चा दोनों सकुशल रहे!खूब तो यह कि तमन्ना ने झट बेटे का नाम “रणविजय खान” रख दिया।यहां हिंदू- मुस्लिम का भेद ही मिट गया।मानवता का विजय भाव पनप गया।एक बेहतर नजीर जो न केवल अनुकरणीय व प्रेरणादायक रहा,बल्कि,सचमुच मानवता का प्रतीक बना।यह वाक्या पूरे देश में तेजी से छा गया।कुमार रणविजयसिंह काफी चर्चे में रहे।उन्हें खूब बधाइयां मिली है। पुलिस की इस मानवीय छवि की एक बारगी लोग मुरीद बन गए हैं।क्योंकि,ये वही लोग हैं,जो पुलिस के शाब्दिक अर्थ को साकार रुप देते हैं।इस प्रकरण के अलावे भी लॉक डाउन में फंसे लोगों के लिये वे लगातार मदद करते दिख रहे हैं ।जिसमे बिहार के अनेको लोगों की भी मदद की है।
यह बता दें कि कुमार रणविजय सिंह रक्सौल विधानसभा क्षेत्र के आदापुर प्रखंड अंतर्गत हीराछापर गांव निवासी सामान्य किसान के घर स्वर्गीय मुकुंदा बाबू के पुत्र के रूप में पैदा हुए तथा कठिनाई में पढ़ाई पूरी करके मुकाम पर पहुंचे। बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के रहे। इस बाबत क्षेत्र के राजनीतिज्ञ अर्जुन भारतीय बताते हैं कि रणविजय की भूमिका से रक्सौल अनुमंडल तथा संपूर्ण चंपारण फख्र महसूस कर रहा है।