Saturday, November 23

लॉक डाउन के कारण नही हुई रक्सौल के मस्जिद में जुम्मा की नमाज,सड़क पर सन्नाटा!

  • रक्सौल के कुछ एटीएम में पैसा नही,कहीं गार्ड नहीं,तो,कहीं सेनेटाइज की व्यवस्था नही
  • एसएसबी व पुलिस सड़क पर रही चौकस,कई मुहल्लों में अब भी लॉक डाउन का पालन नही

रक्सौल।( vor desk )।देश व्यापी लॉक डाउन को ले कर भारत -नेपाल सीमावर्ती रक्सौल शहर में पुलिस-प्रशासन व एसएसबी चौकस रही। सड़कों पर पहले की अपेक्षा लोगो में जागरूकता दिखी।लेकिन,फिर भी लोग व वाहन सड़को पर दिखती रही । इधर,शुक्रवार को जुम्मा की नमाज घरों में अदा हुई।रक्सौल के बड़ी मस्जिद में ताला लटका रहा।

वहीं,शहर के बैंकों में काम काज चलता रहा।लेकिन,कई एटीएम में पैसे का अभाव दिखा।तो,किसी एटीएम पर गार्ड नही दिखा।अधिकांश एटीएम पर सेनिटाइज की व्यवस्था नही दिखी।

शहर के मुख्य पथ स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में कैश निकालने पहुँचे एक उपभोक्ता ने बताया कि पैसे निकल रहे हैं।एक हजार रुपया निकाला भी है।लेकिन,गार्ड नही है।सेनेटाइज की व्यवस्था नही है।केवल सूचना लगी है कि हाथों को सेनेटाइज करें।जब गार्ड नही है,तो इसकी निगरानी कौन करेगा?कौन कहेगा सोशल डिस्टेंस मेनटेन कीजिये! उधर,इंडो -नेपाल बॉर्डर सील होने से सब्जी की कीमत ज्यादा तेज नही हुई है।वहीं,माल वाहक ट्रकों व पेट्रोलियम पदार्थों की ढुलाई नेपाल के लिए जारी रही। बॉर्डर पर दो मेडिकल टीम कार्यरत रही।इस बीच डीएम शीर्षत कपिल अशोक को सूचना मिली कि इमिग्रेशन कार्यालय पर तैनात डॉक्टर नही है।तो उन्होंने पीएचसी व प्रशासन से जवाब तलब किया और फटकार भी लगाई।

इधर, एसएसबी जवान भी शहर में माइकिंग करते नजर आए।वे कह रहे थे कि जान है तो जहान है।जान है तभी दुकान है।उनके निगरानी के बाद बाजार में लॉक डाउन की अवज्ञा कम हुई है।

इस बीच,लॉक डाउन को ले कर रक्सौल प्रशासन मुस्तैद रही।एसडीओ अमित कुमार रसोई गैस की किल्लत व कालाबाजारी नही होने देने व सहज सुगम होम डिलीवरी को ले कर गैस एजेंसी संचालको की एक बैठक की।आवश्यक निर्देश दिए।

चार दिनों से जारी लॉक डाउन के क्रम में चोरी छुपे नेपाल जाने आने वालों की कमी नही रही।लेकिन,रक्सौल में दूसरे जिलों व राज्य के बाहर के लोग फंसे रहे।आदापुर के कुचुरवारी व रक्सौल के लौकरिया में यूपी के नागरिक फंसे रहे।प्रशासन से मदद मांगी।तो इस पर उन्हें उनके राज्य में भेजवाने के लिए सक्रिय दिखी। तो,एसडीओ अमित कुमार की पहल पर कई सामाजिक संगठनों ने शहर में फंसे बाहर के असहाय लोगों को भोजन कराते दिखे।इसमे सीमा जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष महेश अग्रवाल, भारत विकास परिषद के सीताराम गोयल के अलावे मस्करा ट्रस्ट के रवी मस्करा ने दर्जनों लोगों को भोजन उपलब्ध कराने में सक्रिय दिखे।

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