Friday, November 22

पीएम मोदी ने किया देश को सम्बोधित:22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’का एलान करते हुए मांगा जन समर्थन!

नई दिल्ली।(vor desk )। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया. पीएम मोदी ने इस दौरान जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है.

इस रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है
– ‘संकल्प’ और ‘संयम’ पर ध्यान दें लोग:
पीएम ने आगे कहा कि जिन देशों में ज्यादा असर है, वहां शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का विस्फोट हुआ. संक्रमित लोगों की संख्या अचानक बढ़ी. बड़े-बड़े और विकसित देशों में महामारी का बड़ा असर है. भारत पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा, ये मानना गलत है. इसलिए इसका मुकाबला करने के लिए दो चीजें करनी होंगी. पहला- ‘संकल्प’ और दूसरा – ‘संयम’.

-पीएम मोदी ने बुजुर्गों को सलाह देते हुए कहा कि:-

“60-65 से ऊपर की उम्र वाले बुजुर्ग आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें. पहले जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव ब्लैकआउट किया जाता था. लोग रात भर पहरेदारी करते थे. युद्ध न भी हो तो साल में एक दो बार ये ड्रिल होती थी और इसलिए हर देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं.”

-मांगा जन समर्थन:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज में देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं। मुझे आपसे कुछ सप्ताह चाहिए। हम जैसे लोगों पर कोरोना का संकट सामान्य बात नहीं है। पूरे विश्व के प्रभाव को देखते हुए वर्तमान में जरूरी यह है कि केंद्र और राज्य सरकार का गाइडलाइन का पालन करें। इस समय एक ही मंत्र काम करता है ‘ हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ’ । संयम का मतलब यह है कि भीड़ से बचना, घर से निकलने से परहेज करना। हमारा संकल्प और संयम इस बीमारी से निपटने में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।

यदि आप घूमते फिरते रहेंगे तो अपने प्रियजनों के साथ अन्याय करेंगे। जितना हो सके अपना काम संभव हो तो अपने काम अपने घर से करें।उन्होंने कहा कि युद्ध की स्थिति में ब्लेक आऊट किया जाता था। इस समय ‘जनता कर्फ्यू’ है। 22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू की अपील करता हूं।यह जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू।उन्होंने यह भी अपील किया कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए।

-राज्यों से कर्फ्यू लागू करने की अपील:

उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें जनता कर्फ्यू को लागू करें। कुछ लोग संक्रमित होने के खतरे के बावजूद अपने काम में लगे हुए हैं। देश ऐसे सभी लोगों को सलाम करता है। मैं चाहता हूं हम रविवार को एसे सभा लोगों को शाम 5 बजे घर के दरवाजे या खिड़की के सामने खड़े होकर ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें। हन उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करेंगे। सेवा परमो धर्म को मानने वाले ऐसे कोरोना सेनानियों के लिए हमको आभार व्यक्त करना है। मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि सामान्य चेकअप के लिए घर से निकलने से बचे। यदि कोई सर्जरी जरूरी नहीं हो तो उसको भी टाल दे।

इस महामारी का आर्थिक हालत पर भी असर पड़ा है। इसके लिए सरकार ने जरूरी कदम उठाए हैं। मेरा उच्च वर्ग के लोगों से आग्रह है कि आप जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं उनका ख्याल रखें। वो सर्विस पर न आए तो उनका वेतन न काटे। देश में जरूरी सामान की कमी न हो इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। मेरी देशवासियों से अपील है की चीजों का संग्रहण न करें। इस संकट को देशवासियों ने अपना संकट माना है। मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी देशवासी अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। ये संकट काफी बड़ा और वैश्विक है। अभी हमें अपना सारा सामर्थ्य कोरोना से बचाव में लगाना है।

सभी देशवासियों को इस बीमारी से निपटने में योगदान देना है। कुछ दिनों बाद नवरात्र का पर्व आ रहा है। देश पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े। मैं आग्रह करूंगा सेवा करने वालों का धन्यवाद करने का।

बता दें कि देशभर में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. अब तक 165 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, 19 मार्च को चौथी मौत भी इस बीमारी से हुई. कोरोनावायरस से पंजाब में मौत की खबर है. इससे पहले कर्नाटक, दिल्ली और महाराष्ट्र से भी मौत की खबर है. कोरोनावायरस देश के 18 राज्यों में फैल चुका है. कोरोना का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिला है. इसके बाद केरल और उत्तर प्रदेश में इस बीमारी ने सबसे ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लिया है.

-दुनियाभर में 9 हजार से ज्यादा मौत:
चीन के वुहान से फैले कोरोनावायरस ने अब करीब पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है. दुनियाभर में 2.25 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. 9 हजार से ज्यादा मौत हो चुकी है वहीं 85 हजार लोग इस बीमारी से सही भी हो चुके हैं.

चीन, इटली, ईरान, स्पेन और जर्मनी ऐसे देश हैं जहां सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं.

क्या करें संयम:

  1. भीड़ से बचें।समाज के सार्वजनिक समारोह से दूर रहें।
  2. 60 साल से ऊपर के लोग घर से बाहर ना निकले
  3. जितना सम्भव हो सके दफ्तर का काम अपने घर से करें।
  4. हमे कुछ नही होगा,इस सोच से बचें।22 मार्च रविवार को सुबह 7 से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें।कोई भी नागरिक इस दौरान घरों से बाहर ना निकले।दूसरों को भी घर मे रहने की सलाह दें।
  5. शाम 5 बजे ताली या थाली बजाकर, सायरन बजाकर सेवाभावियों का धन्यवाद करना चाहिए
  6. घबराकर खरीदारी न करें, सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं। हम दूध और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कभी नहीं रोकेंगे। जैसे आप सामान्य रूप से खरीदारी करते हैं वैसे ही करें।
  7. हमें देखना है कि हम अस्पतालों पर अनावश्यक दबाव ना बढ़ाएं। रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल के लिए न जाएं। ऐसी सर्जरी जो आगे बढ़ सकती है उसे आगे बढ़ा दें।
  8. कोरोना सेनानियों को सम्मान दें, वे जो साफ-सफाई और जरूरी कामों में लगे हैं। जो लोग आर्थिक रूप से संपन्न हैं वो अपने साथ और अपने लिए काम करने वालों का ध्यान रखें। उनका वेतन न काटें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected , Contact VorDesk for content and images!!