
रक्सौल।(Vor desk)। रक्सौल के व्यवसायी टुन्ना प्रसाद को झूठे अपहरण केस में फंसाने और पुलिस अधिकारियों के नाम पर रुपए वसूलने का मामला तुल पकड़ गया है।एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर इस गंभीर प्रकृति के आरोप के मामले में एक आरोपी शिवपूजन शर्मा
को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस पूरे प्रकरण में रक्सौल इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा को दो दिन पहले निलंबित कर दिया गया था।इस मामले की उच्चस्तरीय जांच जारी है।
व्यवसाई से पांच लाख रुपए की हुई थी मांग
पूर्वी चंपारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पीड़ित व्यवसायी टुन्ना प्रसाद ने चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय को आवेदन देकर शिकायत की थी। जिसमें कहा गया कि उनके खिलाफ झूठा अपहरण केस दर्ज कर उनके दुकान से 1 लाख 80 हजार रुपए का सामान मंगवाया गया। साथ ही, केस से नाम हटवाने के एवज में पांच लाख रुपए की मांग की गई थी।
डीआईजी हरकिशोर राय के आदेश पर तत्काल जांच शुरू की गई। जांच के दौरान छौड़ादानो थाना क्षेत्र के खैरवा निवासी शिवपूजन शर्मा को गिरफ्तार किया गया। वह पूरे प्रकरण में मध्यस्थ (बिचौलिया) की भूमिका निभा रहा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी खुद रक्सौल पहुंचे और घटनाक्रम की विस्तृत जांच की। जांच के प्रथम चरण में रक्सौल इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा को निलंबित कर दिया गया था साथ ही, रक्सौल के अन्य पुलिस पदाधिकारी की भूमिका की भी जांच जारी है। एसपी स्वर्ण प्रभात के अनुसार, इस मामले में कुछ और नामों की भी जांच की जा रही है। प्रशासन ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।