
रक्सौल।(Vor desk)।रक्सौल नगर परिषद के कुप्रबंधन ,लापरवाही और अनियमितताओं की वजह से रक्सौलवासी पहले से ही परेशान हैं,अब सत्तारूढ़ दल के नेता भी नाराज दिख रहे हैं।वार्डो में विकास कार्य नहीं होने,योजनाओं में उपेक्षा -भेद भाव, समस्याओं के निराकरण में कोताही और भ्रष्टाचार जैसे मामले से असंतोष दिख रहा है।इसकी झलक सोमवार को सुबह तब दिखी,जब भाजपा के युवा नेता कमलेश कुमार गुप्ता नगर परिषद कार्यालय के गेट पर ताला मार कर उसके आगे अकेले ही धरना पर बैठ गए।अभी गेट का ताला भी नहीं खुला था।धरना पर बैठने से हड़कंप मच गया है और कार्यालय गेट नहीं खुल सका है।
बता दे कि कमलेश कुमार गुप्ता नगर के वार्ड 13 की पार्षद आशा देवी के पुत्र हैं।सूत्रों के मुताबिक,उनके वार्ड में एनडीए सरकार के संकल्पित सात निश्चय के तहत जल नल योजना चालू नहीं होने,सड़क,गली, नाली निर्माण के अधर में होने,नगर परिषद कर्मियों द्वारा कार्य में कोताही और शिकायतों को इग्नोर करने सहित अनेकों मुद्दों पर नाराजगी है।हालाकि,उनका गुस्सा सीधे नगर परिषद नेतृत्व और नगर परिषद प्रशासन से है।वे पूछने पर कहते है कि हमारे घर का मामला है,लेकिन,कुरेदने पर शायराना अंदाज में कह उठे-‘ एक जगह दर्द हो तो कहें कि दर्द यहां होता है..!वे आगे कहते है कि यहां हर शाख पे उल्लू बैठा है, अंजाम ए गुलिस्तां क्या होगा?उन्होंने कहा कि पर्दे में ही रहने ,पर्दा न गिराओ..मुंह मत खुलवाईये!
बता दे कि भाजपा के आधार क्षेत्र कहे जाने वाले रक्सौल को लीड करने वाले सांसद डा संजय जायसवाल और विधायक प्रमोद सिन्हा के क्षेत्र में भाजपा नेता का धरना पर बैठना चर्चा का विषय बन गया है।देखना है कि धरना का असर क्या होता है?मान मनौव्वल से बात खत्म होती है या समस्याओं का समाधान होता है…!