
रक्सौल।(Vor desk)।राष्ट्रीय जनता दल के विधानसभा स्तरीय समाजिक न्याय परिचर्चा कार्यक्रम गुटबाजी की शिकार हो गई और ऐसी नौबत आ गई कि दल के ही दो नेताओं के समर्थक आपस में ही भीड़ गए। राजद के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे उदयनारायण चौधरी, पूर्व मंत्री रियाजुल मंसूरी, पूर्व विधायक रियाजुल हक राजू , प्रदेश प्रवक्ता अरूण यादव ,राष्ट्रीय सचिव संतोष जायसवाल,प्रदेश महासचिव अनिल चंद्र कुशवाहा,
की उपस्थिति में मंचीय क्षेत्र रणक्षेत्र में तब्दील हो गया।धक्कम धुक्की , हाथापाई के बीच कुर्सी भी चली। यह स्थिति स्टेज पर बैठने और मंच संचालन को ले कर राजद नेताओं के बीच उत्पन्न हुई।प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रक्सौल के दो यदुवंशी कद्दावर नेता आमने सामने काफी तल्ख स्थिति में आ गए और देख लेने की बात तक होने लगी।

राजद जिलाध्यक्ष मोहम्मद नूर आलम स्टेज से मामला शांत कराने के लिए राजद नेता राम बाबू यादव और सुरेश यादव को समझाते रहे और कहा कि यह अच्छी बात नहीं है।माहौल इतना तल्ख हो गया कि समर्थक अपने अपने नेताओं के पक्ष में जिंदाबाद जिंदाबाद का नारा लगाने लगे ,लड़ने भिड़ने पर आमादा हो गए ।सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम शुरू होने के बाद कार्यक्रम संचालन और स्टेज पर बैठने को ले कर हो बवेला हो गया।संतरे की फांक की तरह बंटे राजद के मंच पर जब मंच की अध्यक्षता और संचालन की घोषणा हुई,तो,विवाद बढ़ गया।पार्टी का निर्देश था कि जो केंद्र,प्रदेश या जिला के अतिथि है वे मंचासिन होंगे और संबंधित प्रखंड के अध्यक्षगण ही मंच की कमान संभालेंगे।कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए प्रखंड अध्यक्ष सौरंजन यादव के अध्यक्षता की घोषणा हुई,वहीं,आदापुर प्रखंड अध्यक्ष मुबारक अंसारी को मंच संचालन करना था।उनके नहीं रहने पर मंच संचालन के लिए रवि मस्करा के नाम का ऐलान हुआ।प्रस्ताव और समर्थन के बाद रवि मस्करा ने ज्यों ही मंच संचालन शुरू किया,उनके नाम पर विरोध हो गया।इस बीच स्टेज से नीचे कार्यकर्ता दीर्घा में बैठे राजद नेता सह पूर्व विधान सभा प्रत्याशी सुरेश यादव ने विरोध शुरू कर दिया और कहा कि पार्टी का जो निर्देश है,उसका अनुपालन हो।परिपाटी को नहीं तोड़ा जाए।विरोध के बाद मंच संचालन के लिए रवि मस्करा का नाम वापस लेते हुए राजद के नगर अध्यक्ष चंद्रशेखर कुमार का नाम ऐलान किया गया।जिसके बाद कार्यक्रम शुरुआत की ओर बढ़ी।इसी बीच मंच संचालन के लिए ऐलान के बाद नाम वापसी से नाराज राजद के जिला प्रवक्ता रवि मस्करा हंगामा करते हुए अपने समर्थकों के साथ मंच से नीचे फर्श पर बैठ गए और गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया।इससे अफरातफरी मची रही।बात इतनी बढ़ी कि पूर्व विधान सभा प्रत्याशी राम बाबू यादव मंच से उतरे और पूर्व प्रत्याशी सुरेश यादव के पास पहुंच गए,जहां वे संतोष जायसवाल के साथ बैठे थे।इसके बाद तल्खी बढ़ गई।पूर्व विधान सभा अध्यक्ष सह वरीय राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने इस हालत पर नाराजगी जताई और कहा कि क्या आप लोग यही करने यहां आए हैं?उन्होंने माइक से वीडियो बनाने और लाइव चलाने को रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी मंच पर आ जाएं और चार पांच कुर्सी नीचे खाली कर दें । हम वहीं आ जाते हैं।यही नहीं सभी मंच पर आसीन नेताओं ने अपने वक्तव्य में हुए विवाद और हालात पर असंतोष और नाराजगी जताया।कार्यक्रम में इस बात की भी चर्चा तेज रही कि आखिर नब्बे के दशक में दो टर्म विधायक रहे राजननंदन राय का टिकट कटने के बाद रक्सौल विधान सभा से राजद दुबारा क्यूं नहीं जीत सकी?कार्यकर्ता इसकी समीक्षा की मांग करते दिखे।वैसे यह हंगामा काफी देर चला,बाद में किसी तरह समझा बुझा कर कार्यक्रम को शुरू कराया जा सका।इस खेमेबाजी की चर्चा खूब रही,कार्यकर्ता पेशोपेश में दिखे।कई विवाद के बाद उल्टे पांव लौट भी गए।मौके पर उपस्थित जिलाध्यक्ष मोहम्मद नूर आलम,मधुबन जिला के प्रधान महासचिव प्रेम चंद्र यादव, पूर्व विधान सभा प्रत्याशी कपिल देव राय,पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पूर्व मुखिया मदन प्रसाद गुप्ता सहित नेता कार्यकर्ता भौचक दिखे।विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी के बीच पार्टी के उच्च पदाधिकारियों के समक्ष घटित यह वाक्या विवादों में तो रहा ही,इसकी रिपोर्टिंग आलाकमान तक हुई,जिसके बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है कि तेजस्वी यादव को मुख्य मंत्री बनाने के लिए जी जान से जुटी पार्टी यहां से मिले संदेश के बाद अब क्या करेगी।