
रक्सौल ।(Vor desk)। ‘ऑपरेशन सिंदूर ‘के बाद इंडो नेपाल बॉर्डर के दोनों ओर निगरानी और जांच बढ़ा दी गई है।भारत पाक तनाव और युद्ध की आशंका के बीच बीते बुधवार को रक्सौल बॉर्डर पर चार चीनी नागरिकों को अवैध घुसपैठ करते हुए पकड़े जाने के बाद यह सुरक्षा बंदोबस्त और कड़ी कर दी गई है।एसएसबी जवानों की छुटियां रद्द कर दी गई है।बॉर्डर पर जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है।आतंकियों के खिलाफ भारत की कारवाई से पाकिस्तान में बौखलाहट है,जिस कारण पहले से ही अंतराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट है।अब रक्सौल वीरगंज बॉर्डर सहित सभी छोटे बड़े बॉर्डर प्वाइंट पर जांच के साथ सुरक्षा गश्त तेज हो गई है।पगडंडियों और ग्रामीण चौकी पर भी कड़ी सुरक्षा और जांच जारी है।भारतीय सीमा पर एसएसबी सुरक्षा में है,तो,सीमा पार नेपाल में एपीएफ मुस्तैद है।डॉग स्क्वॉड और एक्सरे मशीन का भी जांच में उपयोग हो रहा है।

बता दे कि पिछले 22 अप्रैल को आतंकवादीयों द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26पर्यटकों की हत्या के बाद की उपजी परिस्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने नेपाल से भारत में घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर इंडो-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट पर रखा है। इसी कड़ी मे भारत नेपाल सीमा पर स्थित रक्सौल मे एसएसबी और कस्टम ने उच्चस्तरीय निर्देश पर कड़ी जांच व्यवस्था लागू की है।प्रत्येक व्यक्ति की पहचान पत्र से जांच की जा रही है।एक एक व्यक्ति के पहचान पत्र के चेहरे से फोटो के मिलान के बाद ही इंट्री मिल रही है। अधिकारियों के मुताबिक,नेपाल के रास्ते होने वाली घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाये गये हैं। इसके तहत अब नेपाल से भारत में प्रवेश करने वालों को पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। अब भारत में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की पहचान की जांच की जा रही है। सीमा पर डॉग स्क्वॉड तैनात किये गये हैं। इतना हीं नहीं एसएसबी की सिविल विंग सीमावर्ती क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर भी कड़ी नजर रख रही है। एसएसबी 47 वीं वाहिनी के एक अधिकारी ने कहा कि नेपाल से जुड़ी मुख्य सड़क हो या ग्रामीण मार्ग, नदी पार के रास्ते हों या खेतों के बीच के, हर संभावित मार्ग पर सुरक्षा बलों ने पेट्रोलिंग व चौकसी तेज कर दी है।

सभी छोटे बड़े वाहनों की जांच और इंट्री के बाद प्रवेश दिया जा रहा है।रात-दिन निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि को रोका जा सके। भारत-नेपाल के बीच बेटी-रोटी का संबंध व खुला बॉर्डर होने के कारण नागरिकों को विशेष छूट मिली हुई थी पर बदले हुए परिस्थितियों को देखते हुए अब हालात बदल गये हैं।नेपाल से आने वाले हर व्यक्ति की पहचान पत्र जांच अब अनिवार्य कर दी गई है। गौरतलब है कि आम नागरिक भी एसएसबी की इस मुहिम में पूरा सहयोग कर रहे हैं।(रिपोर्ट:श्रेयांस कुमार)