
*मंत्री ने किया नगर परिषद के जन सुविधा केंद्र का
निरीक्षण,कहा दो मंजिला बनेगा नगर परिषद कार्यालय का पुराना भवन
*मंत्री नहीं कर सके घोषणा के बावजूद रक्सौल नगर परिषद की समीक्षा बैठक,जिस कारण नहीं मिल सकी विशेष सौगात
रक्सौल।(Vor desk)। रक्सौल नगर की जनता के ‘सपनो के साथ छलावा’ कोई नई बात नहीं,लेकिन,इस बार खुद नगर विकास विभाग के मंत्री जिवेश कुमार मिश्र भी ‘छलावे’ के शिकार बन गए ।उन्हें नगर परिषद कार्यालय में बुलाया तो गया,लेकिन,पुराने कार्यालय में!जो कहने भर का कार्यालय है और इन दिनों जनसुविधा केंद्र बन गया है।यहां हाल ही में डेटिंग पेंटिंग हुई है, सो यहां उन्हें बुला कर वाह वाही का इंतजाम कर लिया गया।लेकिन,उन्हें नए कार्यालय यानी प्रशासनिक कार्यालय से दूर रखा गया,ताकि, कूव्यस्था की पोल न खुल जाए।जबकि,मंत्री महोदय हरैया स्थित विधायक आवास गए थे और उन्हें इसी कार्यालय के रास्ते लौटना भी था,जो वहां से नजदीक भी था।लेकिन,आपसी शह मात के बीच बड़े ही चतुराई से कार्यक्रम को तय किया गया,जो शायद रक्सौल के जन प्रतिनिधियों के हक में जाता दिखा।विधायक आवास से मंत्री महोदय बाईपास होते हुए लक्ष्मीपुर चले गए,वहां स्वागत कार्यक्रम के बाद मेन रोड होते शहर के मुख्य पथ स्थित पुराने कार्यालय में निर्धारित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे।यानी कि विभागीय कागजी ‘कट पेस्ट ‘में नए प्रशासनिक नगर परिषद कार्यालय से उन्हें दूर कर दिया गया।मंत्री महोदय जब पुराने कार्यालय भवन में पहुंचे,तब उन्हें पता चला कि यहां दो कार्यालय है।इस पुराने कार्यालय की समस्याओं पर फोकस करते हुए इसे अतिरिक्त दो मंजिला भवन में बदलने की मांग रखी ।मंत्री जी इस पुराने कार्यालय के ताम झाम और स्वागत से खुश नजर आए।रही सही कसर उन्हें कार्यालय के छत के ऊपर पंडाल बना कर भीषण गर्मी और उमस के बीच बता दिया गया कि बेचारे रक्सौल वासी वास्तव में दिक्कत में हैं।इनके लिए कुछ सोचना और करना जरूरी है।शहर की साफ सफाई भी चुस्त दुरुस्त रखी गई,ताकि,मंत्री जी को लगे कि सीमाई शहर का नगर परिषद वास्तव में ‘नरक परिषद’ नहीं ,बल्कि, ‘रोल मॉडल ‘हो।सड़कों पर सफेदी,साफ सफाई,लगातार सफाईकर्मियों का काम में जुटे रहना नगर वासियों में भले ही कौतूहल का विषय हो,लेकिन,नगर परिषद के ‘कर्ता -धर्ता ‘अपने मकसद में कामयाब रहे।
कार्यक्रम स्थल पहुंचने के बाद नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार मिश्र को नगर परिषद के पुराने कार्यालय का निरीक्षण कराया गया। मोटी रकम खर्च कर नए सिरे से रिमॉडलिंग की गई इस कार्यालय भवन ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की इज्जत बख्श दी!
शहर के मुख्य पथ स्थित नगर परिषद कार्यालय के जन सुविधा केंद्र सह पुराने कार्यालय भवन के निरीक्षण के दौरान ईओ मनीष कुमार ने मंत्री महोदय को यह अवगत कराया कि यहां नगर परिषद का दो भवन हैं।इसमें तुमडिया टोला स्थित नए भवन में प्रशासनिक कार्यालय और पुराने भवन में नागरिकों की सुविधा के लिए जन सुविधा केंद्र संचालित होता है।जहां जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,साफ सफाई कोषांग,शिकायत,की सुविधा है।जल्द ही नक्शा कोषांग भी यहां स्थापित होगा।निरीक्षण के बाद बैठक में सभापति धुरपति देवी और उपसभापति पुष्पा देवी ने संयुक्त रूप से मांग किया कि मुख्य पथ स्थित नगर परिषद के इस पुराने कार्यालय भवन को जन सुविधा के दृष्टिकोण दो मंजिला बनाया जाए।इस पर मंत्री ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए इसके लिए पहल का आश्वासन दिया।
इस पूरे प्रसंग के बीच शहर के वार्ड1,तुमडिया टोला में करोड़ों की लागत से बने नए प्रशासनिक भवन से श्री मिश्र को दूर रखा जाना सवालों के घेरे में आ गया।जन चर्चा तेज रही।कुव्यवस्था छुपाने का आरोप लगा।समाजिक कार्यकर्ता नुरुल्लाह खान ने आरोप लगाया कि मंत्री जी को जान बुझ कर नए भवन में नहीं ले जाया गया ,क्योंकि,यह कार्यालय और इसका पहुंच पथ खुद बदहाल है।गलत तरीके से यह भवन बना है।यदि मंत्री वहां पहुंचते तो इनके करतूतों की पोल खुल जाती।मंत्री महोदय को समीक्षा बैठक करने की घोषणा भी हवा हवाई साबित हुई, क्योंकि,सभी फ़ाइल नए भवन में रहती है। जान बुझ कर मंत्री जी के आंखों में धूल झोंक कर अपने करतूतों पर पर्दा डाल दिया गया,क्योंकि,इसमें सबों की आपसी मिलीभगत है।यह पहला ऐसा नगर परिषद रहा,जहां पहुंचने के बाद समीक्षा बैठक नहीं हुई।
इधर,पूछने पर ईओ मनीष कुमार ने कहा कि सभापति और उप सभापति के सहमति से पुराने भवन में कार्यक्रम रखा गया।हमारा ध्येय है कि नगर का सभी भाग डेवलप होना चाहिए।
साफ सफाई रही चुस्त दुरुस्त
बिहार के नगर विकास सह आवास मंत्री जिवेश कुमार मिश्र के रक्सौल आगमन पर साफ सफाई को देख कर लोग यह कह रहे थे कि काश मंत्री जी बार बार यहां आते,तो,नर्क से मुक्ति मिल जाती।दरअसल,शहर में साफ सफाई और चमकती सड़के,गायब कूड़ा,और रात्रि से ही जारी अनवरत सफाई अभियान से शहर का फिजा बदला बदला था।नगर परिषद के सफाई इंस्पेक्टर रामनरेश कुशवाहा लगातार इसकी मॉनिटरिंग में दिखे।जबकि,आम दिनों ऐसी व्यवस्था नहीं दिखती।युवा कांग्रेस नेता अखिलेश दयाल ने प्रतिक्रिया में कहा कि यदि मंत्री आते रहे,तो,शहर चकाचक दिखेगी।वहीं,समाजसेवी दीपक कुमार गुप्ता ने नीति और नियत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि नगर परिषद को ऐसी व्यवस्था को निरंतरता देनी चाहिए,ताकि,शहर साफ सुथरा रहे।
गर्मी में परेशान दिखे मंत्री
रक्सौल।नगर परिषद के पुराने कार्यालय भवन के छत पर पंडाल लगा कर नगर परिषद ने मोटा बिल बना लिया।लेकिन,यहां हुई बैठक की व्यवस्था कुव्यवस्था से घिरी दिखी।मंत्री महोदय के साथ सांसद और विधायक के लिए स्टैंड फैन की व्यवस्था थी।बावजूद,खुद मंत्री जिवेश मिश्र भी इससे परेशान दिखे।उन्होंने छत से नीचे उतरते वक्त पसीने पोछा और कहा कि -उफ़ बड़ी गर्मी है!