
रक्सौल।(Vor desk)। पूर्वी चंपारण पुलिस ने एक मुर्गी फार्म के आड में चल रहे गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है।यह उद्भेदन मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात के नेतृत्व एवं निर्देश पर एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व वाली एसआईटी टीम ने शुक्रवार को किया है।
रक्सौल और रामगढ़वा थाना की पुलिस भी इस छापेमारी में शामिल थी।रक्सौल अनुमंडल के पलनवा थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव में यह गन फैक्ट्री संचालित था।करीब 12घंटे चले ऑपरेशन में आखिरकार पुलिस को जब सफलता मिली,तो,आंखे खुली रह गई।इस अवैध गन फैक्ट्री से कई सारी हथियार बनाने की मशीने मिली।इसके साथ ही भारी मात्रा में अर्द्ध निर्मित हथियार,भारी संख्या में कारतूस,कई सारे पिस्टल और कार्बाइन भी बरामद किए गए हैं।मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।खुद एसपी स्वर्ण प्रभात अवैध फैक्ट्री देखने पहुंचे और खुद से जांच भी की।बिहार सीमावर्ती इलाके में यह उद्भेदन बिहार पुलिस की बड़ी उपलब्धि है।

पुलिस सूत्रों ने बताया है कि छापेमारी के क्रम में इस गन फैक्ट्री का संचालक और मास्टर माइंड पंकज सिंह (पिता राजेश्वर सिंह)और राजेश्वर सिंह(पिता विश्वनाथ सिंह) ग्राम सिरसिया , पलनवा थाना क्षेत्र निवासी को पुलिस अभिरक्षा में ले कर पुछ ताछ किया गया।मिले इनपुट के आधार पर दो और विशेष पुलिस टीम का गठन कर छपरा और मुंगेर भेजा गया।वहां से गन फैक्ट्री के संचालन में शामिल दो और मास्टर माइंड अमिताभ शर्मा(पिता बैधनाथ शर्मा,ग्राम विशुनपुरा, थाना परसा, सारण, छपरा) और नौयर आलम(वल्द-मोहम्मद तैहिद उद्दीन,हजरत गंज खानकाह रोड,कासिम बाजार,मुंगेर) को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अमिताभ शर्मा के निशानदेही पर एक कार्बाइन ,पिस्टल ,कारतूस भी बरामद किया गया।
इसकी पुष्टि करते हुए एसपी स्वर्ण प्रभात ने जारी प्रेस नोट में बताया कि अब तक के जांच पड़ताल और पूछ ताछ के क्रम में यह बात सामने आई है कि पंकज सिंह और राजेश्वर सिंह घर में मुर्गी फार्म के आड में यह पूरा गन फैक्ट्री संचालित होता आ रहा था ।जबकि,छपरा से गिरफ्तार अभिताभ शर्मा और मुंगेर से गिरफ्तार नौयर आलम मास्टर ट्रेनर और मुख्य टेक्नीशियन के रूप में काम करते थे।आवश्यकतानुसार ट्रेंड मैंन पावर की सप्लाई भी करते थे।इस पूरे मामले में मोतिहारी पुलिस द्वारा इस बड़े नेटवर्क ,हथियार बनाने और उसके सप्लाई करने के सिस्टम ध्वस्त किया गया है।इस मामले में बैंक वर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज स्थापित करते हुए अग्रतर अनुसंधान जारी है।
इस छापेमारी में कंट्री मेड कार्बाइन 01पिस,देवी पिस्टल 03 पिस,,9एम एम कारतूस 43 पिस,3.5बोर का कारतूस 31पिस,7.62बोर का कारतूस 09पिस ,3.15बोर का खोखा 02पिस,देशी सिक्सर 01पिस,अर्द्ध निर्मित पिस्टल का बॉडी06पिस,अर्ध निर्मित स्लाइडिंग 10पिस,मैगजीन अर्द्ध निर्मित20पिस,स्लाइडिंग 09पिस,स्प्रिंग06पिस, नेम पंचिंग105पिस,विभिन्न प्रकार का मोहर06पिस,अर्द्ध निर्मित 03पिस ,ड्रिल मशीन 03पिस,वेल्डिंग मशीन01पिस,तलवार 01पिस,लेपपुली01पिस,शाम घाट 01पिस,अर्द्ध निर्मित फरमा07पिस बरामद हुआ है।
छापेमारी टीम में एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार, पलनवा थानाध्यक्ष सीता केवट, भेलाही थानाध्यक्ष शाहरुख , रामगढ़बा थानाध्यक्ष अमरजीत कुमार, छपरा के परसा थानाध्यक्ष सुनील कुमार और डीआईयू मुंगेर और मोतिहारी शामिल थे।