
वीरगंज।(Vor desk)। नेपाल के वीरगंज में विगत शनिवार से जारी तनाव ,अशांति और अस्थिरता के कम होने के बाद वीरगंज (परसा)प्रशासन ने
शुक्रवार की सुबह 7बजे से निषेधाज्ञा हटा लिया है।गुरुवार को जिला सुरक्षा समिति की बैठक में उक्त आशय का फैसला हुआ था, जिसमे जिलाधिकारी गणेश अर्याल,प्रमुख सेनानी निराजन कटुवाल,एसपी गौतम मिश्र,फोर्स एसपी राधेश्याम धीताल ,उप अनुसंधान निर्देशक दिलीप कुमार सिंह,सहायक प्रमुख जिलाधिकारी सुमन कुमार कार्की उपस्थित थे।इससे पहले गुरुवार की दोपहर जिला प्रशासन की एक बैठक राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ हुई,जिसमे पिछले अवस्था पर चर्चा हुई और शांति सौहार्द कायम रखने की प्रतिबद्धता जताई गई।जिसके बाद निषेधाज्ञा हटाने के लिए जिला सुरक्षा समिति ने सिफारिश की।
उधर, हनुमान जन्मोत्सव शोभा यात्रा पर पथराव ,झड़प और उपद्रव के मामले में परसा जिला पुलिस ने पकड़े गए तीन लोगों खिलाफ राजद्रोह और दो लोगों के खिलाफ अपराधिक उपद्रव का मुकदमा दर्ज किया है।वीरगंज के छपकईया और आस पास के क्षेत्र से इन पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है ।इसमें शेख खुर्शीद,सलाउद्दीन मियां ठाकुराई,शकील मियां ,रवि सर्राफ बलजीत सिंह शामिल हैं।इनमें मंगलवार को चार और बुधवार को एक लोग को गिरफ्तार किया गया था।इन्हें न्यायालय से छह दिनों के रिमांड पर ले कर पुछ ताछ और मिले इनपुट पर अनुसंधान किया जा रहा है।इसकी पुष्टि करते हुए परसा जिला के एसपी गौतम मिश्र ने बताया कि इनमें तीन लोगों के विरुद्ध राज द्रोह का मामला दर्ज किया गया है,जबकि,दो लोगों के विरुद्ध अपराधिक उपद्रव का मामला दर्ज किया गया है।इन पर पथराव ,हिंसा के साथ ही दुकान में तोड़ फोड,वाहन तोड़ फोड,आगजनी का आरोप है।घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज,ड्रोन, सोसल मीडिया के वीडियो सामग्री आदि के आधार पर जांच और कारवाई शुरू की गई है।जो लोग पकड़े गए है,उनके विरुद्ध घटना में शामिल होने के साक्ष्य मिले हैं।घटना में शामिल अन्य लोगों के गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी जारी है।इधर,पुलिस कारवाई के भय से अनेकों भूमिगत हो गए हैं।
इस बीच, रविवार की मध्य रात्रि कर्फ्यू हटाए जाने के बाद से लगातार पांच दिनों यानि गुरुवार तक वीरगंज नगर क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ निषेधाज्ञा जारी रहा।
इधर,शुक्रवार को निषेधाज्ञा हटाने जाने के बाद जन जीवन सामान्य बना हुआ है। वीरगंज बाजार के पूर्ण रूप से खुलने के बाद चलहल पहल के साथ रोजी रोटी,खरीद,जरूरी काम को ले कर आवाजाही बढ़ गई है।
क्या था मामला
शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पर विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य संगठनों द्वारा वीरगंज में शोभा यात्रा आयोजित हुई थी, जिसमें छपकइयां में हुई झड़प और पत्थरबाजी के बाद उपद्रव हुआ । शोभायात्रा में खुद जिलाधिकारी और एसपी आगे आगे थे।उपद्रव नियंत्रण के क्रम में एसपी गौतम मिश्र सहित 25पुलिस कर्मी के साथ करीब 50 से अधिक लोग घायल हुए ।दर्जन भर दुकान,घर में तोड़ फोड और आगजनी हुई। करीब8बाइक जला दिए गए।पुलिस ने स्थिति नियंत्रण के लिए दो राउंड हवाई फायरिंग के साथ 125 राउंड अश्रु गैस के गोले दागे,लाठी चार्ज किया।विस्फोटक स्थिति को देखते हुए शनिवार की शाम कर्फ्यू लागू हुआ।रविवार की मध्य रात्रि कर्फ्यू हटाते हुए अगले आदेश तक निषेधाज्ञा जारी किया गया।सोमवार को नव वर्ष का पहला दिन होने की वजह से शांति रही,वहीं,मंगलवार और बुधवार को मामले में गिरफ्तारी के बाद फिर बवाल हो गया।पथराव करने वालों पर कारवाई और निर्दोष युवकों की रिहाई , घायलों का उपचार,क्षति के विरुद्ध मुआवजा की मांग को ले कर मंगलवार को शाम को टायर फूंक कर विरोध प्रदर्शन के बीच पुलिस के साथ झड़प हुआ।वहीं,बुधवार को वीरगंज के साथ ही महोतरी के जलेश्वर के बाद बारा जिला के जीतपुर में भी विरोध प्रदर्शन हुआ।
शांति की अपील का हुआ असर
बिगड़ते हालात को देखते हुए परसा जिला के जिलाधिकारी गणेश अर्याल के नेतृत्व में हुई विभिन्न संगठनों,दलों के प्रतिनिधियों, और महानगर पालिका के सभी 32 वार्ड के पार्षदों की बैठक में रविवार को हुए 5सूत्री सर्व पक्षीय समझौते के अनुपालन ,दोषियों के खिलाफ करवाई और उनके लिए दबाव नहीं बनाने की सहमति और शांति,सौहार्द ,संयम की अपील के बाद वातावरण सहज होने लगा ।वीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ और विभिन्न राजनीतिक दलों की संयुक्त बैठक में की गई अपील का भी असर हुआ है।फिलहाल,तनाव के बीच स्थिति नियंत्रण में हैं।