
रक्सौल ।(Vor desk)। स्वच्छ रक्सौल संस्था द्वारा रक्सौल रेलवे स्टेशन परिसर से दो नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया गया। दोनों आपस में मामा-भांजा हैं।सूचना के मुताबिक, रेस्क्यू टीम को सूचना मिली थी कि दो बच्चे स्टेशन परिसर में संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं और नशे के हालत में हैं। मौके पर पहुंच कर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चों को सुरक्षित हिरासत में लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि मामा नेपाल के जीतपुर का निवासी है, जबकि भांजा बिहार के मोतिहारी ज़िले के घोड़ासहन क्षेत्र का रहने वाला है। दोनों काफी कम उम्र के हैं और लंबे समय से सुलेशन जैसे घातक केमिकल के सेवन के आदी हो चुके थे। यह लत उन्हें गलत संगत और खुले वातावरण में समय बिताने के कारण लगी।
रेस्क्यू के बाद दोनों बच्चों को आवश्यक प्राथमिक उपचार और काउंसलिंग के लिए संबंधित बाल देखरेख संस्थान को सौंपा गया है। आगे की कार्रवाई बाल संरक्षण इकाई और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी द्वारा की जा रही है।
स्वच्छ रक्सौल संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने इस मौके पर कहा, “यह घटना इस बात का प्रमाण है कि आज की पीढ़ी को सही मार्गदर्शन और सुरक्षित वातावरण कितना ज़रूरी है। हमारी संस्था बच्चों के पुनर्वास और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हरसंभव प्रयास करती रहेगी।”
हम समाज से अपील करते हैं कि यदि कहीं कोई बच्चा लावारिस, पीड़ित या नशे की चपेट में दिखाई दे, तो तत्काल स्थानीय प्रशासन या हमारी टीम को सूचित करें।