
वीरगंज/रक्सौल।(Vor desk)।हनुमान जयंती पर नेपाल के वीरगंज में निकली शोभा यात्रा के दौरान छपकैया इलाके में हुए विवाद के बाद तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर लगाये गये कर्फ्यू के बाद भारत-नेपाल बार्डर पर सैकड़ो भारतीय नागरिक फंस गए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेपाल के पर्सा जिला के सीडीओ गणेश अर्याल ने शनिवार से बीरगंज में कर्फ्यू लागू कर दिया है,जिसे सर्वदलीय बैठक के बाद रविवार रात 12 बजे तक बढ़ा दिया गया है।कर्फ्यू उल्लंघन के मामले में करीब85लोगों को नियंत्रण में लिया गया,जिन्हें रविवार की शाम छोड़ दिया गया ।इस बीच परसा जिला के प्रमुख जिलाधिकारी के कार्यालय में सुबह से शाम तक सर्वदलीय और सर्वपक्षीय बैठक का दौर चलता रहा,जिसमे देर शाम तनाव हटाने और शांति के उद्देश्य से 5 सूत्री सर्व पक्षीय समझौता संपन्न हुआ।इसमें तीन दिनों के अंदर शोभा यात्रा पर पथराव करने वाले दोषियों की गिरफ्तारी और कानूनी कारवाई ,साम्प्रदायिक सद्भाव और सहिष्णुता कायम रखने और कानूनी प्रक्रिया में सहयोग करने,घायलों का निःशुल्क इलाज और घटना की क्षति पूर्ति देने के लिए प्रशासनिक पहल, किसी धार्मिक यात्रा कार्यक्रम में हथियार प्रदर्शन न करने और करने पर कानूनी करवाई करने,परसा जिला के धार्मिक संस्था और उसके अधीन चलने वाले मदरसा,स्कूल का सूक्ष्म जांच कर नियम विरूद्ध होने पर करवाई करना शामिल हैं।
हालाकि,जिला प्रशासन ने 12बजे रात्रि तक जारी कर्फ्यू को ले कर सख्ती बरकरार रखी है।उम्मीद है कि सोमवार से हालात ठीक रहने पर कर्फ्यू में ढील मिले।इस बीच वीरगंज नगर के कर्फ्यू एरिया में नेपाल सेना, पुलिस और एपीएफ चप्पे-चप्पे पर तैनात है।सेना को बीती रात्रि ही तैनात कर दिया गया था।इस दौरान हनुमान जन्मोत्सव पर वीरगंज के महावीर स्थान स्थित महावीर मंदिर परिसर में महा आरती का भी आयोजन कड़ी सुरक्षा में आयोजित हुआ।सख्ती बढ़ने के बाद पूरे नगर में तनाव के बीच सन्नाटा दिखा।वहीं,विवाद के दौरान पत्थरबाजी और झड़प की घटनाओं में पुलिसकर्मियों समेत शोभायात्रा में शामिल 25पुलिस कर्मी सहित 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं।इनमें पुलिस की गोली से घायल बुजुर्ग सहित दो लोगों का इलाज बीरगंज के नारायणी अस्पताल में किया जा रहा है।शेष को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया हैं।
घटना के बाद जारी कर्फ्यू के कारण भारत-नेपाल सीमा के रक्सौल बॉर्डर पर सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं, जिनमें बोधगया से नेपाल जा रहे हंगरी के एक दर्जन विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। उन्हें चितवन जाना था, लेकिन कर्फ्यू के चलते वे सीमा पार नहीं कर सके। विदेशी नागरिकों को ले जा रहे वाहन चालक दिनेश ने बताया कि वह सुबह 3 बजे से ही रक्सौल बॉर्डर पर मौजूद है, लेकिन कर्फ्यू के कारण आगे नहीं बढ़ सका। उन्होंने कहा कि सामान्य स्थिति होती तो अब तक यात्री गंतव्य तक पहुंच चुके होते। बीरगंज(नेपाल)की इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पश्चिम चंपारण के सांसद और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने वीरगंज में हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की सक्रियता बढ़ी है, जिसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों से अपील की है कि सीमावर्ती क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होने कहा कि दोनो देशों के सीमावर्ती क्षेत्र में बहुत ही साजिश चल रही है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोनों देशों को इस साजिश को बेनकाब करना चाहिए जिससे पता चल सके कि कौन ऐसे तत्व है जो ऐसी घटना को अंजाम दे रहे है। फिलहाल नेपाल प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।