
रक्सौल।(Vor desk)।भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास में जुटी है।वंदेभारत से लेकर अमृतभारत जैसी नई श्रेणी की ट्रेनें यात्रियों की पसंदीदा बनती जा रही हैं।इसी कड़ी में पुरानी ट्रेनों में भी बदलाव किया जा रहा है, जिससे यात्री बेहतर सफर का मजा ले सकें।नई पहल के तहत रक्सौल-हावड़ा-रक्सौल एक्सप्रेस एलएचबी कोच लगाए गए हैं।इससे सफर करने वाले यात्रियो को सुरक्षा के साथ कई सुविधा मिल सकेगी।शनिवार को रक्सौल जंक्शन पर इस एलएचबी रैक वाले रक्सौल-हावड़ा एक्सप्रेस संख्या 13044 के परिचालन का शुभारंभ क्षेत्रीय भाजपा सांसद डा संजय जायसवाल ने हरी झंडी दिखा कर किया।इस मौके पर स्थानीय विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा मौजूद थे।इस बारे में सांसद डा संजय जायसवाल ने बताया कि एलएचबी कोच की खासियत यह है की गाड़ी कितनी भी तेज रफ्तार से चले काफी कम हिलती है। सीट भी चढ़े होते हैं और दुर्भाग्यपूर्ण रूप से किसी भी प्रकार की घटना होने पर, ईश्वर ऐसा कभी नहीं करे। परंतु उस परिस्थिति में भी रि-इन्फोर्सड स्टील के कारण डब्बे को काफी कम नुकसान होता है। किसी भी परिस्थिति में डब्बे एक-दूसरे से टकराते नहीं है। जिससे जीवन सुरक्षा की प्रत्याशा काफी बढ़ जाती है।

शुभारंभ के दौरान डा संजय जायसवाल और प्रमोद कुमार सिन्हा ने सीनियर डीसीएम अनन्या स्मृति और स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार सिंह के साथ ट्रेन का निरीक्षण भी किया एवं यात्रियों से बातचीत कर सुविधाओं का जायजा लिया।कहा कि रक्सौल एवं आसपास की जनता को एक और सहूलियत मिल गई है।
एलएचबी कोच से यात्रा आरामदायक
पूर्व मध्य रेल द्वारा यात्रियों की यात्रा को और ज्यादा सुरक्षित, आरामदायक बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए रक्सौल और हावड़ा के मध्य चलने वाली गाड़ी सं. 13044/13043 रक्सौल-हावड़ा-रक्सौल एक्सप्रेस आईसीएफ कोच के बदले अत्याधुनिक एलएचबी कोच लगाया है। यह बदलाव रक्सौल से 05 अप्रैल को शुभारंभ के साथ तथा हावड़ा से 09 अप्रैलसे प्रभावी होगा।एलएचबी रेक में परिवर्तन के बाद इस ट्रेन में द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी का 01, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के 02, शयनयान श्रेणी के 09, साधारण श्रेणी के 04 कोच तथा एसएलआर के 02 कोच सहित कुल 18 कोच लगे मिलेंगे।

यह होगा बदलाव
एलएचबी कोच अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव देंगे। स्टेनलेस स्टील से निर्मित बेहतर आंतरिक सज्जा युक्त उच्च गति क्षमता वाले अत्याधुनिक एलएचबी कोच आईसीएफ कोच की तुलना में वजन में हल्के और मजबूत होते हैं।कोचों में आधुनिक सीबीसी कपलिंग लगे होने से संरक्षा और बेहतर होती है। एंटी क्लाइम्बिंग की वजह से दुर्घटनाओं के दौरान कोचों को एक-दूसरे पर चढ़ने से रोकती हैं। कोच बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम व सस्पेंशन के साथ-साथ बेहतर आंतरिक सज्जा वाले होते हैं और शौचालय बेहतर होते हैं। एलएचबी कोच वाली ट्रेनों से यात्रा अब संरक्षित, सुरक्षित व आरामदायक होती है।