
अस्पताल में नियंत्रण कक्ष 24×7 संचालित रखने का निर्देश
रक्सौल ।(Vor desk)।रक्सौल स्थित अनुमण्डलीय अस्पताल के सभागार में गुरुवार को एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित की अध्यक्षता में चमकी को धमकी के नारे के साथ एईएस/जेई के रोकथाम हेतु अनुमंडलस्तरीय एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत हुई।इस बैठक में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन कुमार एवं यूनिसेफ के एसएमसी डा धर्मेंद्र कुमार की उपस्थिति में रक्सौल ,आदापुर , छौड़ादानो,रामगढ़वा प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी,स्वास्थ्य प्रबंधक,आशा प्रबंधक,अनुमंडल के सभी विकास मित्र,यूनिसेफ़ के बीएमसी, कल्याण पदाधिकारी आदि को चमकी बुखार नियंत्रण की तैयारी,उपलब्ध सुविधा संसाधन और लक्षण -इलाज के बारे में जानकारी दी गई।साथ ही चमकी को तीन धमकी ,यानी खिलाओ,जगाओ और अस्पताल पहुंचाओ के मूल मंत्र के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मिल जुल कर काम करने का निर्देश दिया गया।

इस दौरान एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित ने सभी को एलर्ट करते हुए कहा कि पूर्वी चंपारण जिले में एईएस/जेई के ज्यादातर मामले देखने को मिलते हैं।ऐसे में इस रोग को गंभीरता से लेते हुए नियंत्रण के लिए सभी को मिल जुल कर काम करना होगा।सभी विकास मित्रों को उन्होंने निर्देशित किया कि ओआरएस और पारासीटामोल अपने पास रखें और जरूरतमंदों को वितरित करें। माइक्रो प्लान के अनुसार गांव गांव और टोला टोला में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएं।कमजोर वर्ग के लोगों के बीच पंपलेट बांटे,ताकि,जागरूक हो कर लोग अपने बच्चों को सुरक्षित करें।संध्याकालीन चौपाल में ऑडियो,वीडियो के माध्यम से विभिन्न पहलुओं पर जागरुक करें। समझाए कि ओझा गुणी के चक्कर में रहने से जान जा सकती है,क्योंकि,इसका सही समय पर इलाज जरूरी है। एईएस/जेई से आशंकित बच्चो को त्वरित रुप से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाने के मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।अस्पताल में इलाज ,दवा ,एंबुलेंस नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है।अस्पताल आने जाने का खर्च भी सरकारी स्तर पर दिया जाएगा।अस्पताल में नियंत्रण कक्ष और एइस/जेई वार्ड 24×7 संचालित रखने का निर्देश देते हुए एईएस के प्रबंधन में किसी प्रकार की कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी।बैठक में डा अमित जायसवाल,डा विकास कुमार,डा संतोष कुमार,यूनिसेफ के बीएमसी अनिल कुमार,रवि रंजन ,मूल्यांकन एवं अनुश्रवण सहायक जय प्रकाश कुमार,बीसीएम सुमित सिन्हा सहित अन्य उपस्थित थे।