
रक्सौल।(Vor desk)।बिहार दिवस के अवसर पर रक्सौल अनुमंडल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।एक ओर जहां अनुमंडल कार्यालय सहित अन्य सरकारी कार्यालय झिलमिल करते नजर आए,वहीं, रक्सौल एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित के नेतृत्व में कई कार्यक्रम आयोजित हुए।इसमें स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान शिक्षा, कला, खेलकूद और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूली बच्चों द्वारा प्रभात फेरी के साथ हुई। हजारीमल हाई स्कूल समेत कई ग्रामीण स्कूलों के बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। बच्चों ने हाथों में बिहार दिवस से जुड़े नारे और तख्तियां लेकर पूरे उत्साह के साथ शहर में रैली निकाली।इसमें शरीक हो कर एसडीओ शिवाक्षी दिक्षित ने बिहार दिवस की शुभकामनाएं दी और गौरव बोध कराया।इस क्रम में स्वच्छता श्रम दान का आयोजन किया गया,जिसमें उन्होंने खुद झाड़ू ले कर मुख्य सड़क की साफ सफाई की और स्वच्छता का संदेश दिया।

इसके बाद शहर के टूमरिया टोला में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया।एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित ने खुद पौधारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा सभी का दायित्व है। हर व्यक्ति को कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण हासिल हो सके।

वहीं, रक्सौल स्थित कृषि भवन स्थित इंडोर स्टेडियम में बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें कई युवा खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया। प्रतियोगिता में विजेता और उपविजेता खिलाड़ियों को शील्ड और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

इसके अलावा अनुमंडल कार्यालय में चित्रकला, निबंध लेखन, रंगोली और वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। बच्चों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया और विविध विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या बच्चों ने भाग लिया,जिससे कार्यक्रम उल्लास और उत्साह के माहौल में संपन्न हुआ।

विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित और एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार ने शील्ड, प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया और हौसलाफजाई की गई।

कार्यक्रम के दौरान एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित ने बिहार दिवस का ऐतिहासिक महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि 22 मार्च 1912 को बिहार को बंगाल प्रांत से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित किया गया था। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे बिहार की गौरवशाली विरासत को आत्मसात करें और आगे बढ़कर प्रदेश का नाम रोशन करें।प्रबुद्ध जनों और आम लोगों से अपील में कहा-‘बिहार की उन्नति में अपना योगदान दें।’
कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि,सभी प्रमुख स्कूलों के प्रधानाचार्य, शिक्षक और अभिभावक उपस्थित रहे।