
वीरगंज।(vor desk)। अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के साल गिरह पर नेपाल में कार्यक्रमो की धूम रही।प्रभु श्री राम का ससुराल नेपाल के जनकपुर में है,इस कारण वहां उत्सवी माहौल रहा।
अयोध्या में नव निर्मित राम मंदिर में राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा पिछले वर्ष22जनवरी 2024को हुई थी।तदनुसार,हिंदी पंचाग तिथि के अनुसार यह अवसर आज शनिवार 11जनवरी को था।जिस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

जनक नंदिनी के मायके जनकपुर स्थित जानकी मंदिर में जानकी सेना द्वारा सवा लाख दीप प्रज्ज्वलित की गयी। इसी तरह जनकपुरधाम के सभी मठ मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलित किए गए हैं। जनकपुर वासियों ने भी अपने अपने घरो में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के सालगिरह पर दीप प्रज्ज्वलित किए। जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास वैष्णव, जनकपुरधाम उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सहित कई गणमान्य लोग दीपोत्सव के अवसर पर मौजूद थे।राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सभी मठ मंदिरों में सुंदर काण्ड पाठ तथा भंडारे का आयोजन किया गया है।

इधर,वीरगंज में भी यह साल गिरह समारोह पूर्वक मनाया गया।हिंदू स्वयं सेवक संघ के तत्वाधान में वीरगंज के बाईपास स्थित श्री माता वैष्णव देवी मंदिर चौक शाम पांच बजे से दीपोत्सव शुरू हुआ,जिसमे 5100 दीप जलाए गए।इसी तरह गहवा माई मंदिर प्रांगण में हिंदू परिषद नेपाल द्वारा आयोजित द्वितीय दीप उत्सव कार्यक्रम में 2100दीप प्रज्वलन किए गए।

गहवा माई मंदिर संचालन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र साह सहित हिंदू परिषद के संजय सर्राफ,पुरुषोत्तम दुबे आदि ने बताया कि वीरगंज वासियों ने इस दीपोत्सव को यादगार बना दिया।उन्होंने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भी यहां पिछले वर्ष भी दीपोत्सव का आयोजन हुआ था।
वहीं,विश्व हिंदू परिषद के तत्वाधान में वीरगंज स्थित गहवा माई मंदिर प्रांगण में प्रोजेक्टर के जरिए एलईडी पर राम मंदिर निर्माण के लिए लंबे संघर्ष की कहानी और हुए बलिदान की गाथा प्रस्तुत की गई।

उधर,नेपाल जनता पार्टी के नेता संतोषानंद महाराज के नेतृत्व में वीरगंज स्थित लाल बंगला परिसर से राम जानकी और हनुमान की झांकी युक्त विशाल शोभा यात्रा निकाली गई,जो जय श्री राम और जय सियाराम जैसे नारों की गूंज के बीच नगर परिक्रमा के बाद घंटाघर चौक पर पहुंच कर समाप्त हुआ,जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।

इसके साथ ही मठ मंदिरों सहित विभिन्न जगहों पर हनुमान आराधना,राम नाम जप ,दीप प्रज्वलन,पूजा अर्चना आदि का आयोजन हुआ।
हिंदू स्वयं सेवक संघ के माधव राज पाल,रंजित कुमार साह ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा पूरे सनातन के लिए अद्भुत और अविष्मरणीय है।500 वर्षों के संघर्ष ,बलिदान और प्रयास के बाद जनकनंदिनी जानकी और प्रभु श्री राम का वनवास खत्म हुआ और उन्हें अपना मंदिर रूपी भवन मिला।इस दिन को हम भुला नहीं सकते ,क्योंकि,यही दिन है,जब जानकी के कष्ट मिटे।यह भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ के वजह से संभव हुआ।नेपाल और भारत का संबंध त्रेतायुग से है,इसलिए भारत के साथ नेपाल में भी उत्सव का माहौल है।