
रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल नगर के मुख्य पथ स्थित नगर परिषद के जन सुविधा केंद्र का उद्घाटन बुधवार को भारी राजनीतिक विवाद और गहमा गहमी के बीच हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम में अप्रत्याशित विवाद के बाद तनाव उत्पन्न हो गया। सभापति धुरपति देवी के पुत्र सुरेश यादव के नेतृत्व में सांसद डॉ. संजय जायसवाल और विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।कार्यपालक पदाधिकारी डा मनीष कुमार भी निशाने पर रहे।स्थिति के असहज और तनाव पूर्ण होने की सूचना मिलते ही रक्सौल के थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक राजीव नंदन सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंच गई,जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आया।
जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे गूंजे
सुविधा केंद्र का उद्घाटन सांसद डा संजय जायसवाल,विधायक प्रमोद सिन्हा,सभापति धुरपती देवी, उप सभापति पुष्पा देवी आदि ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।इसके बाद सांसद और विधायक सहित जन प्रतिनिधि कार्यपालक पदाधिकारी डा मनीष कुमार के साथ कार्यालय कक्ष में गए।इस बीच अचानक से गेट पर खेमेबाजी शुरू हो गई और सभापति पुत्र भड़क गए।फिर कार्यक्रम के दौरान दोनों पक्षों के समर्थकों ने जम कर जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगाए। थोड़ी ही देर में स्थिति और गरम हो गई। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे।एक ओर जहां सभापति पुत्र सह विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी सुरेश यादव,पार्षद पुत्र अखिलेश दयाल आदि नारेबाजी और हंगामा किया,वहीं,दूसरे गुट में उप सभापति के समर्थक सांसद विधायक के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे।हालाकि,इस असहज स्थिति होती स्थिति के बीच उद्घाटन कार्यक्रम सम्पन्न कर सांसद और विधायक धैर्य का परिचय देते हुए लौट गए।सूत्रो का कहना है कि यदि जन प्रतिनिधि रुक जाते तो बवाल बढ़ जाता।हालाकि,इस दौरान दोनो पक्षों के कुछ पार्षद भी तू तू मैं मैं मैं में दिखे।सांसद विधायक के पक्ष में कुछ पार्षद यह आपत्ति जताते दिखे कि सभापति पुत्र ने मर्यादा का उलंघन किया है।वे कह रहे थे कि शिलापट्ट पर सभापति, उप सभापति,पार्षद सभी का नाम है,बेवजह गुमराह किया जा रहा है।यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था और तदनुरूप चल रहा था,जिसके तहत 5करोड़87लाख की लागत से 25योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन हुआ है।इधर,इस बीच पुलिस मौके पर मुस्तैद रही और सभापति को भी सुरक्षित निकलने की कवायद में दिखी,ताकि,कोई अप्रिय स्थिति न हो।
मामला हुआ गर्म,सभापति पुत्र समेत अन्य के खिलाफ पुलिस को आवेदन
मामला गर्म होने के बाद कार्यपालक पदाधिकारी डा मनीष कुमार ने इसे गंभीरता से लेते हुए रक्सौल पुलिस को अग्रतर करवाई हेतु एक आवेदन दिया गया है।सूत्रो के मुताबिक सभापति पुत्र सुरेश यादव,पार्षद पुत्र अखिलेश दयाल,छोटे लाल चौरसीया सहित तीन नामजद सहित अन्य अज्ञात के विरुद्ध यह आवेदन है।इनके विरुद्ध सांसद,विधायक उपस्थिति में प्रोटोकॉल का उलंघन,सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे आरोप लगाए गए हैं।आवेदन में कहा गया है कि ये बिना निमंत्रण के पहुंचे थे और इन्होंने हो हल्ला,धक्का मुक्की किया।जिससे तनाव और विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गई।इस बारे में कार्यपालक पदाधिकारी ने खुल कर कुछ भी बोलने से परहेज किया।कहा कि यह विभागीय मामला है।उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है।
पूर्व प्रत्याशी ने लगाए गंभीर आरोप-
पूर्व प्रत्याशी सह सभापति पुत्र सुरेश यादव ने कार्यक्रम में मौजूद मीडिया के सामने कार्यपालक पदाधिकारी डा मनीष कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जन सुविधा केंद्र निर्माण में सभापति को नजरअंदाज कर सांसद और विधायक के इशारे पर काम किया गया।उन्होंने आरोप किया की 24दिसंबर को पत्र जारी कर सभापति , उप सभापति और पार्षदों को 3बजे शिलान्यास,उद्घाटन आदि कार्यों के लिए बुलाया गया था।इससे पहले ही सांसद और विधायक द्वारा नगर में कई शिलान्यास,उद्घाटन आदि संपन्न कर लिया गया।महिला जन प्रतिनिधि को बुला कर अपमानित किया गया है।जिन योजना पर काम चल रहा है या पूरा हो गया है,उनका भी शिलान्यास /उद्घाटन कर दिया गया है।योजना का विवरण भी अंकित नहीं किया गया और पार्षदों का नाम भी गायब कर दिया गया।इसमें ऐसी योजना भी शामिल है,जिसको ले कर नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन के लिए लिखा गया है और हाई कोर्ट में मामला भी दायर किया गया है।
कार्यपालक पदाधिकारी पर सवाल-
सुरेश यादव ने आरोप लगाया कि जब वे जर्जर भवन को जन सुविधा केंद्र में बदलने का प्रयास कर रहे थे, तो कार्यपालक पदाधिकारी ने सहयोग नहीं किया। अब जब केंद्र बनकर तैयार हुआ, तो उद्घाटन सांसद और विधायक से कराया गया।
उन्होंने आरोप किया कि सांसद विधायक के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है।दोनो नगर परिषद में काम नहीं होने देना चाहते।खुद के फंड से नगर में आज तक कोई विकास का काम नही किया है।सभी काम पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के समय का है।
क्या कहा सांसद ने
घटना के बाद सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि सुरेश यादव का वहां होना ही गलत था। वे निर्वाचित व्यक्ति नहीं हैं। उनके किसी आरोप का जवाब देना उचित नहीं है।उन्होंने यह भी कहा कि एक सांसद के तौर पर यह मेरा संसदीय क्षेत्र है।यहां जो भी राशि मिलती है,बिहार सरकार की राशि मिलती है। मेरा और विधायक प्रमोद सिन्हा का भी इसमें सारा रोल है।आज मुख्य मंत्री सड़क योजना के तहत विभिन्न सड़को और योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया।इसके तहत योजना का चयन खुद विधायक और सांसद मिल कर करते हैं।नगर परिषद में नियम है कि 20प्रतिशत कार्यों का चयन सांसद और विधायक करते हैं।ये इसी राशि से चयनित योजनाओं से जुड़े कार्य है।उन्होंने कहा कि जन सेवा केंद्र चालू करने में जान बुझ कर विलंब किया जा रहा था,अब नगर वासियों को टैक्स जमा करने जैसे कार्यों में सुविधा होगी। रक्सौल नगर में जल्द ही स्टेडियम,नगर भवन और बस अड्डा आदि का भी निर्माण होगा।