
रक्सौल ।(vor desk)।रक्सौल जंक्शन पर हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद रक्सौल कस्टम टीम ने 2करोड़63लाख रुपए का चाइनीज ई सिगरेट बरामद किया है।यह ई सिगरेट रक्सौल से आनंद बिहार जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस संख्या 15273 के ब्रेक भान में लोडिंग के क्रम में बरामद की गई है।गुप्त सूचना पर जब कस्टम टीम छापेमारी करने पहुंची,तो, रेल पुलिस भी पहुंच गई।जिसके बाद तू तू मैं मैं से धक्कम धुक्की तक हो गई और फिर बात इतनी बढ़ी पांच सदस्यीय कस्टम टीम को नियंत्रण में ले किया गया। दिन भर चले जद्दोजहद के बीच मामला हाई प्रोफाइल होने पर कस्टम टीम शाम में बरामद ई सिगरेट की खेप के साथ वापस रक्सौल कस्टम हाउस लौट सकी।

दिन भर रही अफरा तफरी
यह वाक्या सुबह8.40 बजे रविवार की है।जब रक्सौल कस्टम टीम पहुंची और छापेमारी की। ई सिगरेट की बड़ी खेप बरामद होने की स्थिति में माल धनी के समर्थन में रेल पुलिस प्रशासन उतर पड़ी और बात बढ़ गई।मामले को ले कर उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब तस्करी की सिगरेट जब्त करने गए कस्टम अधिकारियों को जीआरपी ने हिरासत में ले लिया। कस्टम अधिकारी सादी वर्दी में थे और रेलवे पुलिस कर्मी आरोप लगा रहे थे कि वे रेलवे में बिना अनुमति पहुंच कर हस्तक्षेप कर रहे हैं।हालाकि,कस्टम अधिकारी अपना परिचय दे रहे थे।बात इतनी बढ़ गई कि जी आर पी ने कस्टम टीम को नियंत्रण में ले लिया।सूचना है कि उनकी मोबाइल भी ले ली गई।उन्हे देर शाम तक जीआरपी थाना में डिटेन किया गया।
सुप्रीटेंडेंट पर भारी पड़े इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी
रक्सौल जंक्शन पर चाइनीज ई सिगरेट की खेप सत्याग्रह एक्सप्रेस से तस्करी होने वाली थी। सूचना पर रक्सौल स्थित कस्टम कार्यालय के सुप्रीटेंडेंट और अन्य चार अधिकारियों ने रक्सौल जंक्शन पर जाकर उक्त सिगरेट के बंडल को बरामद कर लिया,जिसकी कीमत लगभग2करोड़ 63लाख रुपए के करीब है।लेकिन,इस बरामदगी को ले कर मुश्किलें खड़ी हो गई।सूत्रों और प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक,इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी सुप्रीटेंडेंट रैंक के अधिकारी पर भारी पड़ गए।प्लेटफार्म पर उक्त छापेमारी की सूचना पर जीआरपी के थानाध्यक्ष पवन कुमार अन्य पुलिस बल के साथ वहां पंहुच गए और उल्टे कस्टम अधिकारियों के साथ विवाद करने लगे। मामला यहां तक ही नहीं थमा, बल्कि जीआरपी थानाध्यक्ष नें अपनी दबंगई दिखाते हुए कस्टम सुप्रीटेंडेंट को जीआरपी थाने ले जाकर बैठा दिया।कस्टम टीम को नियंत्रण में ले कर देर शाम तक डिटेन किया गया।आरपीएफ भी सकारात्मक नही दिखी।बात इतनी बढ़ी कि कस्टम सुप्रीटेंडेंट और उनकी टीम दुर्व्यवहार झेलने को विवश दिखी।बाद में सूचना के बाद कस्टम हाउस सक्रिय हुई।वरीय अधिकारी भी पहुंचे।सूचना के मुताबिक,रेल पुलिस प्रशासन और कस्टम टीम अपने स्तर पर अलग अलग विभागीय करवाई में जुटी है।हालाकि,दोनो पक्ष विवाद के बारे में आधिकारिक तौर पर मुंह खोलने को तैयार नहीं दिख रहे।यहां तक कि रेल पुलिस ने लिखित देने के बाद कस्टम टीम को बरामद समान ले जाने की अनुमति दी।हालाकि,मीडिया को जीआरपी थानाध्यक्ष पवन कुमार ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा कि कस्टम अधिकारियों को कस्टडी में नही लिया गया था।जीआरपी ने सहयोग ही किया।खुद कस्टम अधिकारियों ने ही बक्झक किया।

ई सिगरेट की बड़ी खेप बरामद
रक्सौल कस्टम ने जारी प्रेस नोट में देर शाम बताया की कुल 6598पीस विदेशी ई सिगरेट बरामद होने की पुष्टि की है,जिसकी कीमत 2करोड़ 63लाख रुपए आंकी गई है।
छापेमारी टीम में सुप्रीटेंडेंट संतोष कुमार,मोहम्मद जफर आलम,इंस्पेक्टर रोशन कुमार,प्रमोद कांत,विमल कुमार,नीरज कुल्लु ,मनीष कुमार शामिल थे।यह पूरी करवाई कस्टम के सहायक आयुक्त विनोद कुमार की उपस्थिति में हुई।बता दे कि रक्सौल के कस्टम उपायुक्त रामानंद सिंह छुट्टी पर हैं।
छापेमारी पर रार,रवायत बनी तस्करी
देश की सुरक्षा पर पॉकेट मनी की कमाई भारी पड़ रही है।जिन अधिकारियों पर तस्करी और नशा खोरी रोकने की जिम्मेवारी है,वे पैसे के लिए आंख मूंदे दिखते हैं।इसकी बानगी रक्सौल रेलवे स्टेशन पर रविवार को दिखी।जानकारी के मुताबिक, तस्करी की वस्तुओं को रोकने और जब्त करने के लिए कस्टम के अधिकारी कहीं भी छापेमारी कर सकते हैं। इसके लिए उनको किसी से परमिशन की आवश्यकता नहीं है, लेकिन रक्सौल जंक्शन पर रेल पुलिस की इस दादागिरी से लोग हतप्रभ हैं। लोगों का कहना है कि तस्करी की वस्तुओं को जब्त करने में जीआरपी को सहयोग करना चाहिए।चर्चा तो इस बात को ले कर है की पार्सल से तस्करी का धंधा लंबे समय से चल रहा है,समय समय पर छापेमारी और अवैध समान की बरामदगी भी होती रही है।लेकिन,रेल प्रशासन के संरक्षण की वजह से यह धंधा रुकता नही।यही कारण था की छापेमारी के दौरान एक माल धनी बेखौफ स्टेशन पर चिल्ला चिल्ला कर बोल रहा था कि इसके लिए हम डेढ़ लाख रुपए दिए हैं।सबसे अहम बात यह है की कस्टम, एसएसबी हो या पुलिस कोई बेदाग नही,क्योंकि,सीमा पार से तस्करी कर ई सिगरेट रेलवे स्टेशन कैसे पहुंची,इस जांच के दायरे में सभी होंगे।

कस्टम करेगी जांच
रक्सौल कस्टम के सहायक आयुक्त विनोद कुमार ने जारी प्रेस नोट में कहा है कि सीमा शुल्क आयुक्तालय के निर्देश पर तस्करी के खिलाफ लगातार सघन एवं व्यापक अभियान चलाया जा रहा है ।लगातार तस्करी और एन डी पी एस समान जब्त किए जा रहे हैं।विभाग को सूचना है कि चाइनीज ई सिगरेट का प्रयोग आम लोगो और खास कर युवा वर्ग में काफी बढ़ा है।युवाओं के सेहत पर पड़ने वाले गंभीर दुष्परिणाम को देखते हुए भारत सरकार ने इसके उत्पादन,आयात निर्यात,संचालन,बिक्री वितरण,प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष विज्ञापन पर पूर्ण रोक लगा दिया है।उन्होंने बताया कि यह छापेमारी की करवाई सीमा शुल्क आयुक्त यशोवर्धन पाठक के निर्देश पर हुई है।इस बात की छान बीन की जा रही है कि इसके पीछे कौन कौन लोग शामिल हैं।उन्होंने स्वीकार किया की जब्ती की करवाई के दौरान तस्करो के कुछ स्थानीय सहयोगी लोगों ने व्यवधान उत्पन्न करने की कोशिश की,लेकिन, अंतत:उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया गया।