
रक्सौल।(vor desk)।मुजफ्फरपुर से पहुंची डीआरआई की टीम की रक्सौल में छापेमारी से खलबली रही। टीम ने रक्सौल के वार्ड नंबर 19 हंस टोला में छापेमारी करते हुए अर्जुन प्रसाद गुप्ता के पुत्र संजीव गुप्ता उर्फ मामा को अपने अभिरक्षा में ले लिया।आरोप है कि संजीव गुप्ता दूसरे-दूसरे व्यक्तियों के कागजात से फरेब करते हुए उनके नाम पर गलत फर्म बनाते थे और उसी फर्म पर करोड़ों का लेन-देन किया जाता था।जबकि संबंधित व्यक्ति को इस बारे में किसी तरह की जानकारी नही होती थी।विभाग ने तफ्तीश में रक्सौल के कौड़िहार चौक स्थित महावीर नगर निवासी एक चाट का ठेला लगाने वाले व्यक्ति के नाम से फर्जी तरीके से जीएसटी फॉर्म खोल कर एक्सपोर्ट करने का मामले सामने आने के बाद उक्त करवाई शुरू की।इनपुट था कि 2021से ही उक्त व्यक्ति के नाम से कारोबार हो रहा था,आधार और पैन का उपयोग कर यह कार्य चल रहा था।

रविवार को जब डीआरआई की टीम का छापा मारा तो इस पूरे मामले का खुलासा हो सका, जिसके बाद कई ऐसे लोग जिनके नाम पर संजीव गुप्ता ने फर्जी कंपनी बना रखी थी, उनके पैरों तले जमीन खिंसक गयी।फिलहाल छापेमारी के बाद डीआरआई की टीम को यहां से कई तरह के कागजात मिले है, जिसके आधार पर आगे की जांच व पूछताछ की जा रही है।मिली जानकारी के अनुसार भारत-बंगलादेश बॉर्डर के पेट्रापोल सीमा से करीब 7 करोड़ 50 लाख रूपये के यह आयात पर डीआरआई की नजर पड़ी, जिसके बाद कलकता डीआरआई की टीम ने बिहार की टीम से संपर्क किया और इसकी जांच का जिम्मा सौंपा।इसके बाद मुजफ्फरपुर की टीम ने यहां रक्सौल पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की है।फिलहाल संजीव गुप्ता डीआरआई की अभिरक्षा में है और जांच रिर्पोट बनने के बाद जो आरोप साबित होगें, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगा। फर्म बनाने के साथ-साथ बैंक की मिलीभगत से गलत हस्ताक्षर कर संजीव गुप्ता के द्वारा खाता भी खोला जाता था, इसका भी प्रमाण डीआरआई को मिलने की सूचना है। दूसरे के नाम पर काम कर खुद की काली संपति बनाने के चक्कर में संजीव गुप्ता ने आठ से दस लोगों के साथ ऐसा काम किया है, इसके अलावा और भी कई लोग है, जिनकी जांच चल रही है। पुलिस निरीक्षक राजीव नंदन सिन्हा ने बताया कि डीआरआई की टीम के साथ हमलोग गए थे, मामले में डीआरआई की टीम आगे की कार्रवाई कर रही हैं। छापेमारी के दौरान कई लोगों के आधार कार्ड, बैंक खाता का पासबुक, चेक के साथ-साथ कई तरह के कस्टम से संबंधित पेपर भी जब्त किये गये है।जिसका डीआरआई की टीम सुक्ष्मता के साथ अध्ययन कर रही है। डीआरआई की टीम जांच पूरी होने के बाद इस मामले में विधि संवत् कार्रवाई करेगी।सूत्रों ने बताया कि रक्सौल के ऐसे कई फर्जी कारोबारियों की लिस्ट विभाग के पास है,जो रडार पर हैं।