रक्सौल।(vor desk)। राम नगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम का शुभ तिलकोत्सव 18नवंबर को दोपहर दो बजे विधि विधान संग धूमधाम से होगा। प्रभु आटे से बने सिंहासन पर विराजेंगे। सीताजी के भाई जनकपुरवासियों संग तिलक लेकर निकल गए हैं।
500 से अधिक जनकपुरवासी शनिवार को 501तिलक भार ले जनकपुर से अयोध्या के लिए रवाना हुए हैं,जिनकी अगुवाई जनकपुर के उत्तराधिकारी महंत राम रौशन दास और मधेश प्रदेश के मुख्य मंत्री सतीश कुमार सिंह कर रहे हैं।जिनके रक्सौल बॉर्डर पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ।अंतराष्ट्रीय विश्व हिंदू परिषद सह राष्ट्रीय बजरंग दल की रक्सौल इकाई,श्री मंगल मूर्ति गणेश पूजा समिति समेत अन्य हिंदूवादी संगठन के द्वारा पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया।परिषद के विभाग प्रमुख दिग्विजय पार्थ,जिलाध्यक्ष अरुण कुमार,जिला कोषाध्यक्ष राधेश्याम कुमार,बजरंग दल je जिला कार्याध्यक्ष नरेश कुमार,नगर अध्यक्ष सनी कुमार,श्री मंगल मूर्ति गणेश पूजा समिति के सचिव संदीप कुमार आदि के नेतृत्व में मुख्य मंत्री सतीश कुमार सिंह,जनकपुर के मेयर राज कुमार साह सहित मंत्री गण, साधु संतो ,विहिप कार्यकर्ताओं को फूल माला पहनाने के साथ दोषाला ओढ़ा कर अभिनंदन और स्वागत किया।नगरवासियों ने काफिले के साथ कोईरिया टोला तक पहुंच कर उन्हे विदा किया। एसएसबी जवानों ने भी जत्थे का बोर्डर पर स्वागत और सम्मान किया।
मुख्य मंत्री स्वागत से हुए अभिभूत,कहा भारत नेपाल संबंध को मजबूत करेगा तिलक यात्रा
रक्सौल पहुंचने पर स्वागत से अभिभूत मुख्य मंत्री सतीश कुमार सिंह ने कहा कि भारत नेपाल का संबंध त्रेतायुग से है,जिसे तिलक भार यात्रा और मजबूत बनाएगी।उन्होंने कहा कि हम अयोध्या वासियों को प्रभु श्री राम के बारात का निमंत्रण देने जा रहे हैं।सदियों की प्रतिक्षा के बाद प्रभु श्री राम को घर मिल गया है,इसलिए माता सीता के मायके मिथिला में भी खुशी है।इसी कारण यह तिलक पहली बार अयोध्या जा रहा है।इस बार विवाह पंचमी धूम धाम और यादगार ढंग से मनेगा।
अयोध्या में होगा दुल्हा श्री राम का तिलक,जनकपुर आएगी बारात
बताया गया कि अयोध्या के रामसेवकपुरम में शुभ तिलकोत्सव होगा।वहां बने मंच पर राम के स्वरूप में सज्जित 18 वर्षीय युवक को आटे से बनाए गए चौक अथवा सिंहासन पर विराजित किया जाएगा।इस अवसर पर जनकपुर से गया भार सौंपा जाएगा।वहीं,सीता के भाई के रूप में महंत राम रौशन दास तिलक चढ़ाएंगे।इसके साथ ही विहिप के राजेंद्र सिंह पंकज के माध्यम से अयोध्या ट्रस्ट को बारात के साथ जनकपुर आने का आमंत्रण सौंपा जायेगा।
इस पल के साक्षी बनने के लिए नेपाल के जनकपुर मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह अपने मंत्रियों के साथ मौजूद रहेंगे। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में जनकपुर के मेयर मनोज कुमार शाह नेपाल के अन्य तीन मेयर के साथ मौजूद रहेंगे। वेदज्ञ आचार्यों के मंत्रोच्चार के बीच तिलक चढ़ाया जाएगा। साथ ही अयोध्या की महिलाओं की टोली तिलक पर अवध क्षेत्र में गाए जाने वाले परंपरागत लोकगीतों का मंगलगान करेंगी। इससे अयोध्या व जनकपुर के संबंधों को एक बार फिर से नया आयाम मिलेगा।
रामलला के दर्शन भी करेंगे तिलकहरू
जनकपुर से आने वाले तिलकहरू श्रीरामलला के दरबार में भी हाजिरी लगाएंगे। रामलला के लिए नेग यानी उपहार लेकर आ रहे तिलकहरू सबसे पहले नेग को रामलला के चरणों में समर्पित करेंगे। रामसेवकपुरम से गाजे-बाजे के साथ नाचते-गाते जनकपुरवासी रामलला के दरबार पहुंचेंगे और दर्शन-पूजन करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से राम मंदिर में जनकपुर से आए मेहमानों का अभिनंदन भी किया जाएगा।
श्रीराम को तिलक में भेंट की जाएंगी ये वस्तुएं
जनकपुर के तिलकहरू अपने साथ सोने की सिकड़ी,अंगूठी,चांदी के पान पत्ता और कसैली ,कांसे के थाल, दो कटोरी, गिलास, चम्मच आदि पांच परंपरागत बर्तनों सहित अन्य बर्तन के साथ पीली धोती, गमछा, करधनी (डाड़ा), हल्दी गांठ, चंदन गांठ (मुट्ठा), धान, पीले चावल, दूर्वा (दूब घास), पान, इलायची, सुपारी (पुंगी फल), यज्ञोपवीत (जनेऊ), चांदी के सिक्के, आदि परंपरागत वस्तुएं तिलक समारोह के दौरान राम के स्वरूप को भेंट देंगे।
57 वाहनों से अयोध्या के लिए निकले तिलकहरू
शनिवार को जानकी मंदिर से करीब दस बजे 501 भार के साथ छह बस, 51 चार पहिया के साथ 500 से अधिक लोग जनकपुरधाम के मेयर मनोज कुमार साह की अगुवाई में अयोध्या के लिए प्रस्थान किए। जनकपुर से आ रहे पत्रकार पूर्ण गुप्ता ने बताया कि तिलक यात्रा को जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव और मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह ने रवाना किया।
जानकी मंदिर से अयोध्या के लिए निकले काफिला का जलेश्वर के मेयर सुरेश साहू ने स्वागत किया। पिपरा में मेयर राम जानकी यादव,मनरा सिसबा के मेयर ने अयोध्या में तिलकोत्सव में भाग लेने वाले सभी लोगों को अंगवस्त्र, फूल माला और अल्पाहार से स्वागत किया। जत्थे में वीरगंज से शामिल हुए ओम प्रकाश सर्राफ ने बताया कि रास्ते में बड़ी संख्या में लोग पुष्प,अक्षत से तिलकहरूओं का स्वागत कर भावविभोर होते रहे।यह यात्रा ऐतिहासिक और यादगार बन गया है।उन्होंने बताया कि जनकपुर से चले जत्थे का रात्रि विश्राम गढ़ी माई में हुआ।सुबह वीरगंज पहुंचने पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के रणजीत साह की अगुवाई में स्वागत और जलपान का कार्यक्रम हुआ।इसके बाद जत्था दोपहर रक्सौल पहुंचा।जहां से गोपालगंज और गोरखपुर के रस्ते अयोध्या गई।