रक्सौल।(vor desk)।अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने और प्राण प्रतिष्ठा के बाद विवाह पंचमी महोत्सव को यादगार और ऐतिहासिक बनाने की तैयारी है।इसके लिए जनकनंदिनी जानकी के नगर जनकपुर से अयोध्या के लिए जत्था कुच कर गया है,जिसका नेपाल के जलेश्वर ,पिपरा, मनरा सिसवा आदि जगहों पर खूब स्वागत हुआ।नेपाल के जनकपुर से जनकपुर धाम के मेयर मनोज कुमार साह की अगुवाई में निकली यह यात्रा शनिवार की देर शाम बारा जिला के बरियारपुर स्थित गढ़ी माई मंदिर प्रांगण में शनिवार की रात्रि पहुंची, जहां,मंदिर कमेटी और स्थानीय जन प्रतिनिधि,नागरिकों के समूह ने भव्य स्वागत किया।इस बार पंच वर्षीय गढ़ी माई मेला की शुरुवात मंसिर एक यानी 16नवंबर से हुई है,जो एक माह चलेगी।इसलिए यह पड़ाव स्थल खास है जहां रात्रि विश्राम की भव्य व्यवस्था की गई है।गढ़ी माता का आशीर्वाद ले कर तिलकऊवा जत्था रविवार की अहले से सुबह वीरगंज पहुंचेगी,जहां जलपान के बाद रक्सौल रास्ते अयोध्या धाम के लिए रवाना होगी। रक्सौल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया जायेगा।इसके लिए अंतराष्ट्रीय हिंदू परिषद के रक्सौल अध्यक्ष दिग्विजय पार्थ समेत विभिन्न संगठन स्वागत की तैयारी में जुटे हुए हैं।
नेपाल भारत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक वैध एवं स्वयं सेवक संघ से जुड़े रणजीत साह ने बताया कि अहले सुबह जत्थे को रक्सौल बॉर्डर तक गाजे बाजे के साथ पहुंचा कर अयोध्या धाम के लिए जत्थे को रवाना किया जायेगा।विवाह पंचमी महोत्सव में मां जानकी के ससुराल भारत के अयोध्या में बारातियों को आमंत्रण देने के लिए जनकपुर धाम से विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में तिलक सहित निमंत्रण पत्र ले कर जत्था जायेगा।प्रभु श्री राम जानकी के विवाह के लिए आमंत्रण के लिए 251 की संख्या साधु संत,गण मान्य का जत्था तिलक ले कर जत्था प्रस्थान कर रहा है,जिसमे तिलक स्वरूप 501भार शामिल है।जनकपुर में महंथ राम तपेश्वर दास वैष्णव और मधेश के मुख्य मंत्री सतीश सिंह ने जत्थे को विदा किया।वे खुद भी वीरगंज में शरीक हो कर अयोध्या रवाना होंगे।रविवार को ही जत्था अयोध्या पहुंचेगा।वहीं सोमवार को तिलक सहित जनकपुर मंदिर के आमंत्रण पत्र को विश्व हिंदू परिषद के महासचिव राजेंद्र सिंह पंकज की अगुवाई में राम मंदिर ट्रस्ट के चंपत राय को हंस्तात्रित करेंगे।उन्होंने बताया की त्रेता युग से ही नेपाल भारत के बीच संबंध चला आ रहा है,जिसे यह समारोह और प्रगाढ़ करेगी।इसलिए इस आयोजन को खास बनाने में मधेश सरकार पूर्ण सहयोग कर रही है।जानकी मंदिर के महंथ राम तपेश्वर दास वैष्णव ने इस यात्रा के बारे में कहा कि जानकी मंदिर पहली बार परंपरा को भंग करते हुए विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई तिलक भेज रहा है।इससे पहले हजाम ठाकुर तिलक सहित निमंत्रण के साथ अयोध्या जाते थे।पांच वर्ष पर अयोध्या से बरात जनकपुर आती है।इस बार विवाह पंचमी का कार्यक्रम भव्य और ऐतिहासिक होगा,जो सात दिवसीय होगा।इस बार भी विवाह पंचमी पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित होगा।