गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मिल सकता है जगह,पहली बार नेपाल में हुआ इतना बड़ा प्रशिक्षण
मार्शल आर्टिस्ट ब्रूसली को किया गया याद,जन्म दिन पर काटा गया केक
रक्सौल।(vor desk)।नेपाल के प्रमुख आर्थिक नगरी वीरगंज में एक साथ करीब 13हजार किशोरियों को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी गई।वीरगंज महानगरपालिका और नेपाल भारत सहयोग मंच के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन नेपाल के पेय जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव, वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह,भारतीय महा वाणिज्य दूत श्री देवी सहाय मीणा,नेपाल भारत सहयोग मंच के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक वैध ,सांसद प्रभु हाजरा, वीना जायसवाल , प्रदेश सांसद वीना शर्मा,आदि ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया।यह कार्यक्रम विश्व प्रसिद्ध मार्सल और कुंग फू आर्टिस्ट ब्रूस ली के जयंती पर आयोजित की गई थी,जिसको ले कर केक काट कर उन्हें याद किया गया।
इस मौके पर भारतीय मार्शल आर्ट प्रशिक्षक डा चिता यजनेश शेट्टी और मंच पर उपस्थित गण मान्य लोगों को दोशाला ओढाने के साथ ही मेमेंटो दे कर सम्मानित किया गया।इस मौके पर अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री प्रदीप यादव ने मुंबई से आए भारतीय मार्शल आर्ट प्रशिक्षक डा शेट्टी के नेपाल में निशुल्क प्रशिक्षण देने पहुंचने पर स्वागत करने के साथ ही उनके नेपाल में दिए गए योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह आत्म रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम नेपाल और भारत के रिश्ते की कड़ी बनेगा,क्योंकि,प्रशिक्षण पाने वाली लड़कियां सीमा क्षेत्र की रहने वाली हैं ।उन्होंने संकेत दिया कि नेपाल सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए दीर्घकालिक रूप में ठोस कार्यक्रम शुरू करने की पहल करेगी।महिला हिंसा की घटना में लगातार इजाफा के वक्त यह प्रशिक्षण बहन बेटियों को न केवल आत्म रक्षा के लिए स्व निर्भर बनाएगा,बल्कि,उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस में वृद्धि करते हुए सबल बनाएगा।वे अपने साथ ही परिवार,समाज और देश के दुश्मनों से रक्षा करने में भी सक्षम होंगी।वे हिंसा सहन करने की बजाय हिंसा का प्रतिकार करने में सक्षम होंगी।वहीं,मेयर राजेश मान सिंह ने घोषणा किया कि यह प्रेरक कार्यक्रम एक दिवसीय शिविर से खत्म नही होगा,बल्कि,प्रत्येक हफ्ता सरकारी और निजी स्कूल कॉलेज स्तर के साथ ही शिविर आयोजन कर इसे निरंतरता देने की पहल होगी।उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए 15हजार100 रजिस्ट्रेशन हुआ था,जिसमे 12हज़ार974 लडकियों का फॉर्म गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रेषित हुआ है।इससे पहले भारत में डा शेट्टी के नेतृत्व में 7हजार401 छात्राओं के आत्म रक्षा प्रशिक्षण का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था।
बुधवार की सुबह करीब 11बजे से वीरगंज के आदर्श नगर स्टेडियम में यह आत्म रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और परसा जिला प्रशासन की निगरानी में हुई।
सुप्रसिद्ध भारतीय मार्शल आर्ट प्रशिक्षक डा चिता यजनेश शेट्टी ने किशोरियों को मार्शल आर्ट, कराटे , कुंग फू,ताइक्वांडो आदि का प्रशिक्षण दिया। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नेपाल में लड़कियों को प्रशिक्षित किया गया,जो,वर्ल्ड रिकॉर्ड बना गया।वीरगंज में हुए इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शुमार किए जाने की संभावना है,जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है।इस आयोजन को ले कर वीरगंज के स्कूल कॉलेज में अवकाश घोषित किया गया था,ताकि,लडकियां इस कार्यक्रम में हिस्सा ले सकें।उन्हे आने जाने के लिए वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी।मेडिकल कैंप भी लगाया गया था।करीब एक हजार महिला स्वयंसेवक भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए लगाए गए थे।यह प्रशिक्षण कार्यक्रम निशुल्क था।
मंच पर भारतीय प्रशिक्षक डा चिता सम्मानित होने के बाद अपने संबोधन में डा चिता यजनेश शेट्टी उर्फ मास्टर चिता ने कहा कि महिला और किशोरियों को प्रशिक्षण देना भगवान की पूजा से ज्यादा आशीर्वाद देने वाला है।आत्म रक्षा करने की कला प्राप्त होने से एक शक्तिशाली ऊर्जा प्राप्त होती है। जीवन संकट में होने के वक्त इस कला से महत्वपूर्ण सहयोग मिलता है।
मौके पर पूर्व प्रदेश सांसद जन्नत अंसारी,
परसा जिला के प्रमुख जिलाधिकारी गणेश अर्याल,एसपी कुमोद ढुंगेल,नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स के एसपी राधेश्याम धिताल ,,वीरगंज उद्योग वाणिज्य संघ के पूर्व अध्यक्ष गोपाल केडिया ,वीरगंज महानगर पालिका के डिप्टी मेयर इम्तियाज आलम,महा नगर पालिका के प्रशासक अरविंद लाल कर्ण ,महाराष्ट्र से आए श्री देवी शिव नंदिनी शेट्टी, हरि शेट्टी, डा जगदीप शेट्टी,मास्टर थापा आदि उपस्थित रहे।प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता मेयर राजेश मान सिंह ने किया।इस दौरान स्टेडियम पूरी तरह भरा रहा,जिसमे 95सरकारी और गैर सरकारी स्कूल कॉलेज की 6से12कक्षा की छात्राओं और किशोरियों ने इस प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।प्रशिक्षण में शामिल रेणुका पटेल, रंजिता मिश्रा,सरिता साह,इंदिरा लोहनी,इशरत जहां, प्रियंका ठाकुर आदि ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सरकारी स्तर पर अनिवार्य करने पर बल देते हुए कहा कि इससे हम खुद की आत्म रक्षा करने में सक्षम होंगी।इसने हमारे मन से डर को खत्म किया है,क्योंकि,हमने वह गुण सीखा है,जिससे हम आंख उठाने वालो को मात दे सकें।