Friday, November 22

उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही रक्सौल में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा सम्पन्न,व्रतियों ने किया पारण!


रक्सौल ।(vor desk )। लोक आस्था के महापर्व कार्तिकी छठ शुक्रवार को संपन्न हो गया। उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 36 घंटे का निर्जला उपवास सह चार दिवसीय अनुष्ठान संपन्न हुआ।व्रतियो ने उपवास को खत्म कर अन्न-जल को ग्रहण किया। इस बीच उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद घाट पर ही छठ व्रतियों ने सुहागिन महिलाओं को सिंदूर लगा कर उनके सौभाग्यवती होने की कामना की।साथ ही एक दूसरे को प्रसाद दिया।छठ पूजा को लेकर शहर के सबसे प्राचीन आश्रम रोड स्थित छठिया घाट,कस्टम चेक पोस्ट घाट,तुमड़िया टोला स्थित भकुआ ब्रह्म बाबा घाट, कोइरीया टोला स्थित त्रिलोकी नगर घाट,सभ्यता नगर घाट, कौड़िहार चौक घाट,नागा रोड स्थित बाबा मठिया घाट, सूर्य मंदिर स्थित सूर्य मंदिर घाट,तुमड़िया टोला शिव मंदिर घाट सहित अन्य स्थानो पर भक्तों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया।अहले सुबह से लोग घाट पर पहुंचने लगे थे़ ।कोसी की पूजा भी की गई।छठ घाट पर सुमधुर छठ गीत के बीच पूरी श्रद्धा से पूजा अर्चना की गईं ।मौके पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस पदाधिकारी के साथ सशस्त्र बल के जवान तैनात थे।खुद एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित और डीएसपी धीरेंद्र कुमार मॉनिटरिंग में जुटे दिखे।

रेलवे ट्रैक पर निगरानी:छठ पूजा खत्म होने तक अधिकारी रेलवे ट्रैक की निगरानी में रहे।एसएसबी व आरपीएफ के जवान सक्रिय रहे।दूसरी तरफ,इस अवसर पर घाट की सुरक्षा का मुकम्मल प्रबंध था।
शहर के सभी घाटों में सबसे बड़ा और संवेदनशील आश्रम रोड घाट पर प्रशासन का पड़ाव स्थल था।पूजा के दौरान ट्रेन हादसा या कोई अन्य हादसा नही हो।इसके लिए विशेष चौकसी रखी गई।

घाट पर मेडिकल टीम:रक्सौल के विभिन्न छठ घाट पर प्रशासन व विभाग के निर्देश पर मेडिकल टीम तैनात की गई थी।साथ ही शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप भी पिलाई गई।

घर पर छठ:सरिसवा नदी के प्रदूषित जल को देखते हुए रक्सौल में अनेकों श्रद्धालुओं ने अपने छत और दरवाजे पर हीं पोखरा और छठी माता की प्रतिमा बनाकर छठी माता को अर्घ्य देकर ब्रत किया गया।सूर्य मंदिर और तुमड़िया टोला शिव हनुमान मंदिर घाट पर व्रतियों की भीड़ जुटी। सरिसवा नदी का पानी काफी गंदा होने के कारण अपने ही घर के छतों पर घाट बनाकर अथवा विभिन्न मंदिर में छठ मनाने की होड़ रही।श्रद्धा व उल्लास पूर्वक पूजन किया गया।

कस्टम घाट पर साझा संस्कृति: रक्सौल-बीरगंज को जोड़ने वाले मैत्री पुल के नीचे कस्टम घाट सहित भकुवा ब्रह्म बाबा छठ घाट पर भारत व नेपाल के श्रद्धालुओं ने मिल जुल कर पर्व मनाया।सरिसवा नदी के दोनों ओर छठ पर्व का दृश्य काफी विहंगम रहा।बताया गया कि वर्षो से रक्सौल व सीमा पार बीरगंज के इनरवा क्षेत्र के नागरिकों यहां मिल जुल कर छठ मनाते हैं।जो भारत नेपाल की एकता का संदेश भी देता है।

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