Friday, November 22

भारतीय प्रशासन के अनुरोध के बावजूद छठ पर्व पर सरिसवा नदी रह गई प्रदूषित,उप सभापति पुष्पा देवी के नेतृत्व में नेपाली प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर त्वरित निदान की मांग!

रक्सौल।(vor desk)। छठ पर्व के मौके पर भी नेपाल से निकलने वाली सरिसवा नदी प्रदूषित रह गई।नेपाली फैक्ट्रियों से उत्सर्जित होने वाले गंदे जल के नदी में प्रवाहित होने से रक्सौल समेत सीमा क्षेत्र में गहरा आक्रोश है।इस ज्वलंत और आस्था से जुड़ी जन समस्या को ले कर रक्सौल नगर परिषद की उप सभापति पुष्पा देवी के नेतृत्व में पार्षदों के एक शिष्ट मंडल ने नेपाल के परसा जिला के प्रमुख जिलाधिकारी गणेश अर्याल से मिल कर बुधवार को एक ज्ञापन सौंपा है।इस मौके पर लोक आस्था के महा पर्व छठ पूजा को देखते हुए व्रतियों के अर्द्ध्य और पूजन को ले कर स्वच्छ जल प्रवाहित करने का आग्रह किया,ताकि,छठ व्रतियों को कष्ट न हो।शिष्ट मंडल में शामिल स्टैंडिंग कमेटी सदस्य अंतिमा देवी,वार्ड पार्षद रंभा देवी,आशा देवी, आशा देवी ,रणजीत श्रीवास्तव,जितेंद्र दत्ता सहित सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुशवाहा,अनुज कुमार,कमलेश कुमार,निपू गुप्ता आदि ने इस दौरान आपत्ति जताई कि जन भावना के विपरीत वीरगंज पथलैया औधिगिक कॉरीडोर के सुशील वनस्पति (राज हंस)उद्योग ,कई चमड़ा उद्योग सहित विभिन्न फैक्ट्री रसायन युक्त प्रदूषित और बदबूदार पानी प्रवाहित कर रहे हैं,जिससे तट पर बने घाटों पर रहना मुश्किल है। इससे पहले भी छठ पर्व पर विपरीत स्थिति बनी थी।उप सभापति ने नेपाली प्रशासन से मांग किया कि त्वरित तौर पर सरिसवा में प्रदूषित पानी का प्रवाह रोका जाए और प्रदूषण मुक्ति हेतु स्थाई निदान की पहल की जाए।इस जन समस्या को ले कर दल ने वीरगंज स्थित भारतीय महा वाणिज्य दूतावास के भारतीय महा वाणिज्य दूत श्री देवी सहाय मीणा और वीरगंज महानगर पालिका कार्यालय को भी ज्ञापन सौंप कर ध्यानाकर्षण कराया।भारतीय महावाणिज्य दूत श्री मीणा ने भी नेपाली प्रशासन से इस दिशा में गंभीर पहल करने का आग्रह किया।वहीं,ज्ञापन सौंपने के क्रम में जिलाधिकारी गणेश अर्याल और मेयर राजेश मान सिंह ने प्रदूषण मुक्ति की ठोस पहल करने के प्रति आश्वस्त करते हुए कहा कि लोक आस्था का पर्व दोनो ओर मनाया जाता है।जिसको देखते हुए प्रशासन गंभीर है।बुधवार की शाम से ही स्वच्छ पानी प्रवाहित करने की पहल की जा रही है।
बता दे कि रक्सौल प्रशासन द्वारा नेपाल के परसा जिला प्रशासन को पत्र लिख कर स्वच्छ जल प्रवाहित करने के आग्रह के बावजूद मंगलवार की शाम को प्रदूषित जल प्रवाहित किया गया,जो बुधवार को भी यथावत रहा।एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित ने इसको ले कर नेपाली प्रशासन से बात भी की है ।उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ फैक्ट्रियों ने गंदा जल प्रवाहित कर दिया गया है।नेपाली प्रशासन से बात हुई है।मंगलवार की सुबह तक साफ पानी प्रवाहित हो रही थी।शाम से विपरीत स्थिति हुई है।जिसको ले कर ध्यानाकर्षण कराया गया है।आश्वासन मिला है कि छठ पूजा के पहले साफ पानी प्रवाहित होगी।उन्होंने कहा कि आगामी दिनों इंडो नेपाल बॉर्डर मीटिंग में सरिसवा नदी को स्थाई रूप से प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए चर्चा की जायेगी,ताकि,स्थाई समाधान हो सके।

नेपाली फैक्ट्री संचालक जुर्माना के बावजूद उद्दंड

बता दे कि नेपाल के परवानीपुर के रामबाण से निकलने वाली सरिसवा नदी रक्सौल से गुजरते हुए सिकरहना नदी में मिल जाती है।यह नदी काफी प्रदूषित है। वीरगंज पथलैया औधोगिक कॉरिडोर के करीब चार दर्जन फैक्ट्रियों को प्रदूषण फैलाने के लिए चिन्हित किया गया है । चेतावनी के बावजूद स्थिति में लापरवाही पाए जाने और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट नही लगाने पर औधोगिक कॉरीडोर के पांच फैक्ट्री पर वीरगंज महानगरपालिका के द्वारा तीन तीन लाख रुपए जुर्माना भी किया गया है।
महानगरपालिका के पर्यावरण शाखा के प्रकाश ऐरे के मुताबिक,श्री सिद्धि टेक्सटाइल्स को अनुगमन के क्रम में दुबारा नदी प्रदूषित करते पाए जाने पर दीपवाली पर्व के पूर्व 1लाख20 हजार रुपए जुर्माना किया गया है।सूत्रो का कहना है कि महानगरपालिका के अभियान के बावजूद स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं दिख रहा है,जो,चिंता का शबब है।इस समस्या को ले कर दो दशक से इस नदी के प्रदुषण मुक्ति के लिए लगातार आवाज उठती रही है,लेकिन,निदान कोसो दूर दिखता है।सबसे ज्यादा परेशानी छठ व्रतियों को होता है।क्योंकि,सरिसवा नदी किनारे रक्सौल शहर के 80 प्रतिशत से भी ज्यादा छठ व्रती पूजा करते है। यहां की प्रमुख घाट आश्रम रोड छठिया घाट, भखुवा ब्रम्ह स्थान, कस्टम पुल स्थित घाट, बाबा मठिया नागा रोड, त्रिलोकी मंदिर घाट है। सबसे ज्यादा भीड़ आश्रम रोड छठिया घाट, बाबा मठिया छठ घाट पर होती है। यह सभी घाट सरिसवा नदी के किनारे है।

केंद्र सरकार के नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत रक्सौल में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने की घोषणा जनवरी 2024 में हुई,लेकिन,इस दिशा में धरातल पर कोई सुगबुगाहट नही दिख रही है।इसको ले कर स्थानीय जन प्रतिनिधियों की उदासीनता और हवा हवाई वायदों को ले कर आम जन में काफी नाराजगी देखी जा रही है।आंदोलन से जुड़े लोगों की चुप्पी भी चुभने वाली है।(रिपोर्ट:पीके गुप्ता)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected , Contact VorDesk for content and images!!