हड़ताल से रक्सौल नगर में नर्क की स्थिति के बीच खरीदगी के लिए भीड़,कूड़े में आग लगाए जाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या का खतरा
रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल नगर परिषद अब नरक परिषद हो गया है।नगर में साक्षात नरक के दर्शन हो रहे हैं।स्वच्छ रक्सौल का नारा यहां दम तोड चुका है।इस बार धन तेरस के साथ ही दीपावली पर भी नगर परिषद क्षेत्र की स्थिति नरकीय बनी हुई है।यह तीसरी दीपावली है,जिस पर रक्सौल नरक बना दिखा। होल्डिग टैक्स सहित कई कर देने वाली रक्सौल की जनता और यहां के व्यवसायियों की भावना का भी किसी ने कोई ख्याल नही किया।जब घर घर सफाई की स्थिति होती है,कूड़ा घर से बाहर आता है, उस वक्त हड़ताल कर रक्सौल की जनता को परेशान कर दिया गया। यहां की जनता भी ऐसी है की सब कुछ चुप चाप सहती रही है और चूं भी मुंह से नही निकाला।व्यापारी भीड़ भरे बाजार में कूड़ो कचरों के बीच कारोबार करते रहे।ग्राहक किसी तरह खरीदगी में दिखे।गनीमत था कि एसडीओ के निर्देश पर नगर के मुख्य सड़कों पर लगे बैरिकेटिंग की वजह से समस्या कुछ कम हो गई।यह सब देखते हुए भी रक्सौल के जनप्रतिनिधियों,राजनीतिज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की रहस्यमय चुप्पी अखड़ने वाली रही।
यह नरक के हालात सफाई कर्मीयों के पांच सूत्री मांग के समर्थन में हुई हड़ताल के कारण हुई।जिसका नेतृत्व रक्सौल नगर परिषद के ही पूर्व कर्मी सह ट्रेड यूनियन के नेता चंद्रशेखर सिंह कर रहे थे।उनका कहना था कि नगर परिषद प्रशासन को पूर्व में ही सूचना दी गई थी,लेकिन,इस पर ध्यान नहीं दिया।सूत्रों के मुताबिक,इसको ले कर 4नवंबर को बैठक बुलाई गई है।जिसके बाद हड़ताल स्थगित कर दिए जाने की सूचना है।
इस बीच, लगातार दूसरे दिन बुधवार को रक्सौल बाजार से कूड़ा नही उठने से व्यापारी से ग्राहक तक काफी परेशान रहे।महिलाएं मास्क लगाने के साथ दुपट्टा,रुमाल से नाक ढक कर मार्केटिंग करती दिखीं।वहीं,दीपावली मनाने देश प्रदेश से घर आए लोग इस विपरीत और अप्रिय हालात से आहत दिख रहे हैं।घर की सफाई की वजह से सारा कूड़ा सड़क पर है।लोग कूड़े कचरे पर गुजरने को विवश हैं।बदबू से परेशान हैं।कूड़े कचरा से निजात के लिए लोग कूड़े में आग भी लगा रहे हैं।ऐसा ही दृश्य बुधवार की सुबह बैंक रोड दिखा। कूड़ा नही उठाए जाने पर कूड़ा में आज लगा दी गई।ऐसी स्थिति कमोवेश सभी सड़क मुहल्लों में हैं।इससे प्रदूषण की गंभीर समस्या खड़ी हो रही है।अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डा राजीव रंजन ने चेताते हुए कहा की यह स्थिति मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है।गंदगी बिमारी की जड़ है।कई घातक बिमारी हो सकती है।श्वास ,नेत्र संबंधी रोगों का प्रकोप बढ़ेगा।
इस बीच,पूर्व विधान सभा प्रत्याशी सह महागठबंधन नेता रामबाबू यादव नगर वासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देने पहुंचे,तो,उन्हे भी जगह उलाहने सुनने को मिले।बैंक रोड में एक व्यापारी वसंत जालान ने कूड़े कचरे की व्याप्त नारकीय समस्या से अवगत कराते हुए लालटेन भेंट दिया और पूछा कि आखिर रक्सौल कब रौशन होगा? कब तक रक्सौल नरक बना रहेगा?बाद में पत्रकारों से बात चीत में भड़कते हुए श्री यादव ने सभापति सहित जन प्रतिनिधियों को निशाने पर लिया और जम कर कोसा।
इधर,सीमा जागरण मंच के प्रदेश संयोजक महेश अग्रवाल ने भी रक्सौल प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया और इस स्थिति को शर्मनाक और जनहित के खिलाफ बताया।उन्होंने कहा की यदि प्रशासन कुछ नही करेगी तो वे स्वयं सेवकों की मदद से बाजार की सफाई करेंगे।दीपावली साफ सुथरे माहौल में ही मनेगा।
हालाकि,एसडीओ शिवाक्षी दीक्षित के द्वारा मॉनिटरिंग शुरू किए जाने के बाद सकारात्मक संकेत मिले हैं और साफ सफाई शुरू होने की उम्मीद जगी है।समाचार लिखने तक देर रात्रि बाजार के विभिन्न हिस्सों में कूड़ा कचरा का ढेर लगा दिखा।आवारा पशु विचरण करते दिखे।स्वच्छता पदाधिकारी और सफाई निरीक्षक का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था।