रक्सौल ।(vor desk)।भारत नेपाल के सीमा पर अंतराष्ट्रीय तस्करों का मनोबल सातवे आसमान पर है। भारत नेपाल के रक्सौल बॉर्डर पर एसएसबी जवान ने तस्करी रोकने की कोशिश किया तो तस्करों ने झुंड बना एसएसबी जवान पर हमला बोल दिया।पिछले 2अक्तूबर के बाद यह दूसरी घटना है,जिसमे एसएसबी पर हमला हुआ है।इससे पहले पूर्वी चंपारण के कुंडवाचैनपुर बोर्डर पर शराब तस्करो ने जवानों को न केवल सीमा पार नेपाल की ओर खींचा , बल्कि,बुरी तरह मार पीट भी की।तब जवान हथियार के साथ नही थे ।मंगलवार की दोपहर हुई ताजा घटना रक्सौल वीरगंज मुख्य पथ स्थित भारत नेपाल मैत्री पुल के नज़दीक प्रेम नगर के पास पिलर संख्या 390 के पास घटी है। कुछ तस्कर समान लेकर जा रहे थे तो एसएसबी जवान ने रोका । इतने में तस्करों ने हल्ला करके आसपास के तस्करों को बुला लिया। सभी तस्करों ने झुंड बनाकर एसएसबी जवान नवीन कुमार और श्री पाल पर हमला कर दिया। गाली देते हुए खींच कर नो मैंस लैंड तक ले गए। पथराव भी हुआ।इस क्रम में तस्करों ने एसएसबी जवान से हथियार छीनने की कोशिश किया तभी जवान ने आत्मरक्षा में हवाई फायरिंग कर दिया। तब जाकर सभी तस्कर नेपाल की ओर भाग खड़े हुए।
तस्करों के हमले में एसएसबी जवान नवीन कुमार की वर्दी फट गई है वही जवान को हल्की चोट आई है। फायरिंग के बाद बॉर्डर पर तनाव की स्थित है।नेपाली सुरक्षाकर्मियों का दावा है कि खोखा नेपाली एरिया में मिला है।स्थानीय लोग आरोप लगा रहे है की एसएसबी जवान नेपाली एरिया में घुस कर करवाई और फायरिंग की ।हालाकि,इसकी जांच की जा रही है कि वह नोमेंस लैंड एरिया है या नेपाली भू भाग है।फिलहाल,नेपाल आर्म्ड फ़ोर्स ,नेपाल पुलिस, क्राइम ब्रांच , एसएसबी एवं जिला पुलिस मौके पर पहुँच कर जांच में जुट गई है। रक्सौल डीएसपी धीरेंद्र कुमार ने भी पहुंच कर जायजा लिया।वहीं,इस घटना के सबन्ध में एसएसबी के कमांडेंट विकास कुमार ने बताया की तस्करी रोकने के दौरान एसएसबी जवान के साथ तस्करों ने मारपीट किया हैं। आत्म रक्षा में एसएसबी जवान ने फायरिंग किया है। कौन से तस्करों का गिरोह है ,जिन्होंने इस तरह की हरकत की ,इसकी जांच और गिरोह के लोगों की पहचान की जा रही है।
बात दे बिहार नेपाल बॉर्डर के रक्सौल के अहिरवा टोला का प्रेम नगर जहाँ यह घटना घटी है।पूरी बस्ती अवैध बसा है। झुगी झोपड़ा बनाकर इसी के आड़ में तस्करी का अंजाम देते है। लेकिन आजतक प्रशासन या सुरक्षा एंजेसी कोई करवाई नही किया है। नतीजा नो मैस लैंड को अतिक्रमण कर लोगो ने घर बना लिया है। इसके वजह से भारत और नेपाल के सीमा को पहचान करना मुश्किल होता हैं।और तस्कर इसी का लाभ उठा कर तस्करी का अंजाम देते है। नो मेंस लैंड पर बने घरों में तस्करी के समान का भंडारण करते है।और मौका देख कर बॉर्डर पार कर लेते हैं।(रिपोर्ट: लव कुमार)