रक्सौल।(vor desk)।रक्सौल सहित सीमा क्षेत्र में शारदीय नवरात्र पर भक्ति मय माहौल के बीच पूजा अर्चना शुरू हो गया है। नव रात्र के पहले दिन रक्सौल के मनोकामना मंदिर(मनसा माई मंदिर), सातो माई मंदिर,माता मंदिर,काली मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
रक्सौल में स्थित प्रसिद्ध काली मंदिर में 501 कलश की स्थापना की गई है। काली मंदिर में हर साल नवरात्र में 501 कलश की स्थापना कर तांत्रिक विधि से मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है।इस मंदिर में दस मुखी काली की प्रतिमा स्थापित है,जहां देश भर से श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं।मंदिर के पीठाधीश संजय नाथ के मुताबिक,सप्तमी दस महा विधा की पूजा और महा आरती होगी।काल भैरव की पूजा भी होगी।
गढ़ी माई मेला शुरू,गढ़ी माई मंदिर से निकली भव्य शोभा यात्रा निकली,गहवा माई मंदिर में दर्शन पूजन की होड़
इधर,नेपाल के शारदीय नवरात्र पर देवी मंदिरों में पूजा अर्चना की होड़ है ।इस बीच बारा जिला के बरियारपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध गढ़ी माई मंदिर में पंचवर्षीय मेला शुरू हो गई है।इस बार लगने वाले पंच वर्षीय मेला को ले कर गाजे बाजे के साथ विशाल शोभा यात्रा निकाली गई।
जिसमे हाथी,घोड़ा , ऊंट ,झांकी के बीच हजारों श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते हुए दिखे।मेयर उपेंद्र यादव की अगुवाई में यह शोभा यात्रा 13,गांव से होते हुए 20किलो मीटर की परिक्रमा के बाद मंदिर पहुंचा।जहां पूजा अर्चना और आरती का कार्यक्रम हुआ।
वहीं,वीरगंज के प्रसिद्ध गहवा माई मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया है।जहां गुरुवार को नवरात्र के प्रथम दिन से ही दर्शन पूजन की होड़ रही।
दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था और सुविधा के लिए पुलिस और स्वयं सेवक मुस्तैद दिखे।