रक्सौल।(vor desk)। नगर परिषद कार्यालय में सोमवार को नगर परिषद के सशक्त स्थायी समिति की बैठक आयोजित हुई,जो काफी हंगामेदार रही।बैठक की अध्यक्षता सभापति धुरपति देवी ने किया।बैठक की शुरुवात सभापति ने नगर क्षेत्र में होने वाले जल जमाव की समस्या और उसके निराकरण के पहलुओं पर चर्चा के साथ किया ।साथ ही पार्षदों से मिल जुल कर काम करने अपील की।
सभापति के अभिभाषण के उपरांत,समिति सदस्यों ने नगर के विकास से संबंधी योजनाओं के चयन और उसे धरातल पर उतारने के संदर्भ में चर्चा की।इस दौरान नगर परिषद क्षेत्र में चल रहे विकास योजनाओं की समीक्षा भी की गई और भेद भाव पर आपत्ति जताते हुए नगर के साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने पर जोर दिया गया।
इस क्रम में उप सभापति सह समिति की पदेन सदस्य पुष्पा देवी की अगुवाई में बहुमत से समिति सदस्यों ने पूर्व में सभापति के नेतृत्व में लाए गए योजनाओं की जगह नगर में विकास कार्य से जुड़े करीब300योजना का प्रस्ताव लाया गया।
इस संदर्भ में सूत्रों ने दावा किया कि सभापति के द्वारा पूर्व में लाये गए प्रस्ताव को 2/3 के बहुमत से ख़ारिज कर दिया। और वार्ड 12 एवं 17 के पार्षद सह सशक्त स्थाई कमिटी सदस्य अनुरागिनी देवी और अंतिमा देवी ने उप सभापति के साथ मिलकर बहुमत से 300 से अधिक योजनाओं का चयन मात्र 14 वार्ड के लिए किया।इस प्रकार गुटबाजी सतह पर साफ़ दिखी।अर्थात साधारण बोर्ड की बैठक मे बहुमत खोने के बाद स्टैंडिंग कमिटी मे भी सभापति के पक्ष मे बहुमत नहीं होने से सभापति गुट अल्पमत में दिखा और उप सभापति गुट हावी दिखा।
वहीं,बैठक में नगर परिषद के दो कर्मियों के कार्यों की समीक्षा की गई और उस पर असंतुष्टि जताते हुए नप के प्रधान सहायक (बड़ा बाबू) सागर गुप्ता और सहायक अभियंता राज कुमार राय को पद मुक्त करने का प्रस्ताव इस उद्देश्य से लाया गया कि कार्य की गति तेज हो।प्रधान सहायक पद पर चंद्रेश्वर बैठा को नियुक्त करने का प्रस्ताव लाया गया।हालाकि,इस विषय पर अधिकारी सीधे तौर पर कुछ भी बोलने से परहेज करते दिखे।
इसी तरह,केंद्र सरकार के शहरी आजीविका मिशन से जुड़े डे नूलम द्वारा संचालित वार्ड 2स्थित आश्रय स्थल की उप सभापति समेत करीब पार्षदों की उपस्थिति में हुई जांच और पाई गई अनियमितता पर भी गंभीर चर्चा हुई।इसमें शहरी आजीविका मिशन प्रबंधक राकेश कुमार की भूमिका और बरती गई अनियमितता की जांच की मांग की गई।
सशक्त स्थायी समिति की बैठक के दौरान उपस्थित कार्यपालक पदाधिकारी डॉ. मनीष कुमार ने स्वीकार किया की बैठक काफी अच्छी हुई।सभी ने शहर के विकास के लिए मिल जुल कर काम करने की बात कही।नई योजनाओं पर चर्चा हुई और करीब 300से ज्यादा योजनाओं का चयन किया गया है।साफ सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने पर भी चर्चा हुई।उन्होंने यह भी स्वीकार किया की बेहतर कार्य कराने को ले कर कर्मियों के कार्यों की समीक्षा की गई और कार्यपालक शक्ति का प्रयोग करते हुए समिति ने बेहतर कार्य कराने का प्रयास किया है।आश्रय स्थल की जांच के मामले में कहा कि त्रुटि मिली है।पंजी का संधारण में चूक,सीसीटीवी काम नही कर रहा था,वाई फाई ठीक से इंस्टॉल नही था,कोई यात्री उस समय रैन बसेरा में उपस्थित नही था।कमियों को सुधारने की दिशा में यह सकारात्मक कदम था।उन्होंने कहा कि अब लगातार बोर्ड बैठक और समिति की बैठक हो रही है,जो सकारात्मक है।
बैठक करीब ढ़ाई बजे से शुरू हो कर देर शाम तक बंद कमरे में चलती रही।सभापति की अपील के बावजूद बैठक में गुटबाजी हावी दिखी।बैठक में उपसभापति पुष्पा देवी, सशक्त स्थायी समिति की सदस्य अनुरागिनी देवी, अंतिमा देवी और सोनू गुप्ता सहित अन्य नप कर्मी उपस्थित थे।