Saturday, September 21

केंद्र सरकार की योजना के तहत रक्सौल में संचालित आश्रय स्थल की उप सभापति पुष्पा देवी के नेतृत्व वाली टीम ने की जांच,मिला गड़बड़ी का पिटारा!

रक्सौल।(vor desk)।भारत सरकार के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन से जुड़े ‘डे नुलम ‘ के तहत रक्सौल नगर परिषद द्वारा शहर के टूमडिया टोला वार्ड2 में संचालित आश्रय स्थल के हुए औचक निरीक्षण में कथित अनियमितता और फर्जीवाडा सामने आया है।नगर परिषद की उप सभापति पुष्पा देवी के नेतृत्व में यह औचक निरीक्षण शनिवार के दोपहर में हुआ।केंद्र सरकार की योजना और मोटी राशि से संचालित इस आश्रय स्थल में जारी कारनामे से जांच को पहुंची टीम दंग रह गई।मौके पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डा मनीष कुमार भी मौजूद थे।

जांच में सामने आया कि नगर परिषद द्वारा निर्मित सामुदायिक भवन सह रैन बसेरा में इस आश्रय स्थल को संचालित किया जा रहा है।सामुदायिक भवन का बोर्ड वहां से हटा कर फेंक दिया गया है।यह स्थल नगर अथवा यू कहें की मुख्य आवाजाही की बजाय आबादी से दूर खेत खलिहान वाले जगह पर स्थित है, जहां पर आश्रय स्थल को चलाया जा रहा है, वहां लोग पहुंच ही नहीं पाएंगे।जबकि,यह योजना दूर दराज के गरीब,असहाय,दिव्यांग,वृद्ध, और जरूरतमंद महिला पुरुष को आश्रय देने के लिए हैं।

इस आश्रय स्थल का ए एल ओ प्रिया महिला विकास स्वावलंबी सहकारी समिति, रक्सौल है।जिसकी अध्यक्ष चंदा देवी और सचिव प्रियंका देवी,कोषाध्यक्ष अंजु देवी है।जब जांच टीम ने उनके वर्णित मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो अधिकांश नंबर बंद पाया गया।अध्यक्ष के नंबर पर लगा फोन पटना के किसी व्यक्ति के द्वारा उठाया जा रहा था,जिसने कह दिया रांग नंबर लगा है!
वहीं,यह आस पास के लोगों से बात चीत करने पर चर्चा सामने आई कि यह आश्रय स्थल फरवरी मार्च 2024से संचालन में है।लेकिन,इस मुत्तलिक दफ्तर में कोई रिकार्ड नहीं मिल सका,जिससे यह सामने आए कि यह योजना रक्सौल में कब से धरातल पर है।कितनी राशि प्रति माह अथवा सलाना प्राप्त हुई,कितनी खर्च हुई।

जांच में यह भी सामने आया कि संस्था की पंजी में मार्च के बाद एक भी मीटिंग नही हुई। माह बार पंजी अध्तन के लिए पदाधिकारी/सदस्यों के हस्ताक्षर भी अंकित नहीं है।जिससे यह संकेत मिले कि संस्था खानापूर्ति करती रही है।

स्टोर की जांच में राशन भी नगण्य था।इसमें चावल, दाल सब्जी नदारद था।थोड़ा बहुत सामग्री के साथ मसाला रखा हुआ था।जिससे राशन घोटाला के भी संकेत मिले,जो आगंतुकों के भोजन के नाम पर उठाव होता है।पंजी देखने और पुछ ताछ से पता लगा कि इस आश्रय स्थल पर औसतन दो तीन लोग ही आते हैं।वहां का सीसीटीवी कैमरा भी ऑफ मोड में पाया गया,जिससे जांच में सहयोग नही मिल सका। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि यह काफी समय से खराब पड़ा है।

आश्रय लेने वाले लाभुको की पंजी में नाम और नंबर दर्ज था,जिसकी संख्या करीब25थी।उनका आधार कार्ड लेने का नियम है।लेकिन,ऐसा नहीं किया गया है।जब जांच टीम ने उन मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो वे पंजाब,हरियाणा जैसे देश के दूसरे राज्यों के मिले। उस पर भी संतिष्टिपूर्ण से जबाब नही मिला।अनेकों नंबर स्विच ऑफ मिले।देखने से लगा कि एक ही व्यक्ति की लिखावट में सभी नामो को लिख कर खानापूर्ति की गई है।

आश्रय स्थल के दफ्तर में तीन लोग मिले।जो अपने को कर्मी बता रहे थे।इसमें युवती सोलटी कुमारी सहित एक महिला और एक युवक उपस्थित थे। अपने को प्रबंधक होने का दावा करने वाली सोल्टी कुमारी ने बताया कि अध्यक्ष और सचिव बीमार हैं।एक माह से नहीं आ रहे।जबकि,आस पास के लोगों ने बयान दिया कि अभी पंद्रह मिनट पहले ही वे निकली हैं।अक्सर आती जाती रहती हैं।प्रबंधक ने यह भी दावा किया कि यहां एक माह में करीब 100लोग आए हैं।विश्राम के लिए पहुंचे लोग 30रुपए दे कर भर पेट भोजन की सुविधा मिलती है।महिला और पुरुष के लिए अलग अलग व्यवस्था है।लॉकर भी दी जाती है।

इस मामले को देख कर हैरत में पड़े औचक निरीक्षण में शामिल उपसभापति पुष्पा देवी,नगर पार्षद जितेंद्र दत्ता,कुंदन सिंह,उप सभापति पति राकेश कुमार,पार्षद पति सुरेश साह,दीपक गुप्ता,पार्षद पुत्र कमलेश कुमार, नीपू कुमार आदि ने वहां मौजूद फाइल को सीन करते हुए हो रहे लूट खसोट और गड़बड़ी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया।कार्यपालक पदाधिकारी से कहा गया की वे रिकॉर्ड की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें,ताकि, छेड़ छाड़ न हो।उन्होंने कहा कि इस योजना में अनियमितता का मामला 31जुलाई2024के नगर परिषद के बोर्ड बैठक में भी उठाया गया था,लेकिन,कोई करवाई नही की गई।इस को नगर के मेन और आवाजाही वाले एरिया में होना चाहिए था,लेकिन,सामुदायिक केंद्र में आश्रय स्थल चलाई जा रही है।यह एरिया खेत के पास है, जहां,पहुंचने के लिए पार्षदों को भी मशक्कत करनी पड़ी,तो आश्रय लेने वाले कैसे पहुंचते होंगे यह विचारणीय विषय है।इस लापरवाही का आरोप उन्होंने नगर परिषद के आजीविका मिशन प्रबंधक राकेश कुमार पर मढ़ा और करवाई की पहल के संकेत दिए।उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी और नगर विकास विभाग को भेजी जायेगी।स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में यह मामला उठाया जायेगा।इधर,जांच से संचालकों में खलबली मच गई है।

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