रक्सौल।(vor desk)। इस समय रक्सौल नगर परिषद को ले कर बड़ी खबर सामने आई है। बिहार के राज्य निर्वाचन आयोग ने रक्सौल नगर परिषद सभापति के विरुद्ध जांच के आदेश जारी किए हैं।यह जांच का आदेश पद पर रहते हुए कर्तव्य और दायित्व के निर्वहन नहीं करने के आरोप लगने के बाद जारी किया गया है।राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी ने एक पत्र (पत्रांक संख्या 50_19/2024/3291दिनांक 21/8/24 )जारी कर इसके लिए पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी(नगर परिषद ) को निर्देशित किया है कि नियमानुसार आवश्यक करवाई करते हुए विभाग को सूचित करें ।बताया गया है की यह जांच नगर परिषद की उप सभापति पुष्पा देवी के द्वारा दायर परिवाद के आलोक में निर्गत हुई है,जिसमे बिंदुवार तरीके से अपने एक रिश्तेदार मनीष यादव को सीधे कार्यालय सहायक सहित अन्य की विभिन्न पद पर अवैध नियुक्ति, बोर्ड की बैठक ना बुलाने,खरीद और अन्य योजनाओं में भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप लगाते हुए पद मुक्त करने की मांग की गई है।बता दे इस मामले को ले कर नगर परिषद की बैठकों में विक्षुब्ध पार्षदों द्वारा लगातार हंगामा किया जाता रहा है।इस संदर्भ में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते सामाजिक कार्यकर्ता नुरुल्लाह खान ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि पद के दुरुपयोग और अनियमितत्ता ,भ्रष्टाचार के मामले में निष्पक्ष जांच के बाद सभापति धुरपति देवी के पद पर संकट खड़ा हो सकता है।उन्होंने कहा कि हमे उम्मीद है कि जिलाधिकारी नियम सम्मत करवाई करेंगे, जो कि रक्सौल के हक हित और भविष्य के पक्ष में होगा।इस मुद्दे को लेकर सभापति (मुख्य पार्षद) से प्रतिक्रिया लेने हेतु संपर्क का प्रयास विफल रहा।फलत: उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त नही हो सकी।।