रक्सौल।(vor desk)। रक्सौल नगर परिषद कार्यालय विवादों के घेरे में आ गया है।इसकी आवाज रक्सौल शहर से बिहार विधानमंडल में गूंजने लगी है।विधान मंडल के दोनों सदनों के सदस्यों के निशाने पर वर्तमान व निवर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी आ गए है।उभय अधिकारियों द्वारा नगर परिषद क्षेत्र के कथित विकासात्मक योजनाओं के क्रियान्वयन में हुई धांधली व लूट खशोट को लेकर पक्ष व विपक्ष के विधायको ने भी मोर्चा संभाल लिया है।एक ओर वर्तमान ईओ मनीष कुमार के दुबारा पदस्थापन को लेकर एमएलसी महेश्वर सिंह तलख है तो दूसरी ओर नव स्थानांतरित ईओ अनुभूति श्रीवास्तव के क्रिया कलापों को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा गर्म है।एमएलसी महेश्वर सिंह ने तो ईओ के खिलाफ विधान परिषद में सवाल उछाल राजनीति गलियारे में तहलका मचा दिया है।वही, एमएलए प्रमोद कुमार सिन्हा ने निवर्तमान ईओ अनुभूति श्रीवास्तव द्वारा नगर परिषद में हुई अवैध नियुक्ति ,सफाई के नाम पर घोटाला,गुप चुप ढंग से सफाई से जुड़े उपकरण और कूड़ेदान,ठेला आदि के खरीदारी में गड़बड़ी जैसे मुद्दों को लेकर काफी तल्ख आबाद है।एक ओर इस मामले को जहां विधान पार्षद महेश्वर सिंह ने बिहार विधान परिषद ने कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार के दुबारा पोस्टिंग और एनजीओ को ठेका दे कर सफाई के नाम पर हो रहे घोटाला और रक्सौल में बने नरकीय स्थिति और पार्किंग जैसे मुद्दों को उठाते हुए सरकार को घेरा है।वहीं,नगर परिषद रक्सौल के अनेको पार्षद अनियमितता के खिलाफ गोलबंद दिख रहे है,जिनके आवेदन पर नगर परिषद कार्यालय ने बुधवार की दोपहर बैठक आहूत की है।जिसके हंगामेदार होने की उम्मीद है।बता दे कि नगर परिषद रक्सौल के 14 पार्षदों ने संयुक्त रूप से नगर परिषद में पूर्व में हुई 13-02-2024 सशक्त स्थाई समिति की बैठक में लाए गए प्रस्ताव के विरोध में बीते दिनों एक ज्ञापन दिया था,जिसके आलोक में यह बैठक बुलाई गई है। उक्त आवेदन में निम्नवर्गीय सहायक तथा चालको की नियुक्ति बिना पारर्दशिता का पालन किए हुए नियमो की अवहेलना करते हुए नियुक्ति कर देने का आरोप लगाया गया है।यह भी आरोप लगा है की बिना विज्ञापन निकाले ही नियुक्ति की गई है।गोलबंद पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इस बहाली में अपने सगे-संबंधियों का विशेष ख्याल रखा गया है। उन्होंने कई तरह से भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। उप मुख्य पार्षद पुष्पा देवी को दिए गए ज्ञापन में जांच कर कार्यवाही करने की मांग की गई है।वहीं,एक अन्य आवेदन में सभी गोलबंद पार्षदों ने मुख्य पार्षद को एक पत्र लिख कर पूर्व में हुई बैठक सशक्त स्थाई समिति की निर्णयों की समीक्षा बैठक बुलाने के लिए कहा था।जिसमे पार्षद मुकेश कुमार,ओम कुमार, जितेंद्र दत्ता, रंजित श्रीवास्तव, दीपक कुमार, कुंदन सिंह, सुगंती देवी, पन्ना देवी,सीमा गुप्ता, आशा देवी, रविता देवी, अनुरागणि देवी, आशा देवी, कांति देवी एवं घनश्याम प्रसाद आदि शामिल है।
बुधवार को दोपहर में होगी बैठक
रक्सौल स्थित नगर परिषद कार्यालय द्वारा बुधवार की दोपहर एक बैठक आहूत की गई है।मुख्य पार्षद के पत्रांक 94/दिनांक 27जुलाई2024के आलोक में 31जुलाई को यह बैठक अपराह्न दो बजे आहूत है।नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार ने सूचना जारी करते हुए जारी पत्र में कहा है कि दिनांक 16 नंवबर 23और 13फरवरी2024 को संपन्न सशक्त स्थाई समिति के बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा और निम्न बिंदुओं पर विचार विमर्श के लिए यह बैठक आहूत की गई है।सभी पार्षदों सहित सांसद डा संजय जायसवाल,विधायक प्रमोद सिंहा और विधान पार्षद महेश्वर प्रसाद सिंह को इसकी सूचना दे दी गई है।
कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार की दुबारा पोस्टिंग कैसे हुई, जबाब दे सरकार :महेश्वर सिंह
रक्सौल।विधान पार्षद महेश्वर सिंह ने नगर परिषद रक्सौल में घोटाला और अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।उन्होंने एन जी ओ को प्रति माह 16लाख रुपए का ठेका दे कर लूट खसोट मचाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि बावजूद इसके रक्सौल नगर की स्थिति नरकीय और भयावाह हो गई है।उन्होंने इसके लिए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार को घेरते हुए कहा कि ठेका उन्होंने ही जारी किया और नगर परिषद में जम कर लूट खसोट जारी है।उन्होंने सरकार और मंत्री को घेरते हुए कहा कि घोटाले और गंदगी फैलाने के आरोपी मनीष कुमार को दुबारा रक्सौल नगर परिषद में पोस्टिंग की गई है।उनका तबादला 30जून 2023को हुआ था।फिर एक साल बाद 30जून 2024को दुबारा पोस्टिंग कर दी गई।उन्होंने सवाल उठाया कि मंत्री जी का इसमें क्या इंट्रेस्ट है,जो हिसुवा और औरंगाबाद तबादले के बाद दुबारा उनकी पोस्टिंग एक साल बाद वापस रक्सौल में दुबारा कर दी गई।उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाए।
नगर परिषद के घोटाला और अनिमियमिता की जांच होगी:विधायक प्रमोद सिंहा
रक्सौल,एक संवाददाता। रक्सौल के भाजपा विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा ने कहा कि रक्सौल नगर परिषद में हुए घोटाला ,चोरी छिपे हुई करोड़ो की खरीद और बरते गए अनियमितता के एक एक मामले की जांच कराई जाएगी।कोई भी दोषी बक्सा नही जायेगा।एक एक करतूत सामने लाई जायेगी।उन्होंने कहा कि दागी अधिकारी की छवि वाले निवर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव के तबादले से घोटालेबाजों में खलबली है।उन्होंने आरोप किया तबादले के बाद अनुभूति श्रीवास्तव तिकड़म कर रहे हैं,जो सफल नहीं होगा।श्री सिन्हा ने बताया कि अक्तूबर2023के बाद नगर परिषद बोर्ड की बैठक आज तक नही बुलाई गई।पार्षदों के अधिकार का हनन हो रहा है।इस मामले की भी जांच होगी कि ऐसा क्यों हुआ।उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने नगर परिषद के विकास कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए कमिटी बनाई है,जिसके सचिव जिलाधिकारी होंगे।सदस्य जिले के प्रभारी मंत्री,विधायक,सभापति होंगे।उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का यह फैसला जन हित और पार्षदों के हित में है।विकास और नगर की बेहतरी के पक्ष में हैं।(रिपोर्ट:पीके गुप्ता)