वीरगंज(vor desk)।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बीरगंज में भारतीय महावाणिज्य दूतावास की ओर से एक दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया गया.कार्यक्रम का आयोजन बीरगंज के पुराने बस पार्क में किया गया.
कार्यक्रम में बीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के महावाणिज्यदूत श्री देवी सहाय मीना ने कहा कि भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 21 जून 2015से अंतराष्ट्रीय योग दिवस समारोह मनाया जाता है।नेपाल सहित 177 सदस्य देशों द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी थी।योग का महत्व और प्रासंगिकता लगातार बढ़ती जा रही है।उन्होंने बताया कि योग एक ऐसा अभ्यास है जो मन और शरीर को पूरी तरह से शांत और स्वस्थ रखता है।योग शब्द संस्कृत से आया है और इसका अर्थ है जोड़ना या एकजुट करना। योग आपको पूरी तरह से आध्यात्मिक और अनुशासित बनाता है।मीना ने कहा, दूतावास ने बताया कि योग दिवस पर क्षेत्र में योग शिविर के 9 संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं।
आज के कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बीरगंज के मेयर राजेशमान सिंह, अतिथि गणेश लाठ,अशोक वैध, अशोक तेमानी,डॉ. सुबोध गुप्ता अनिल अग्रवाल,माधव राज पाल समेत अन्य स्थानीय निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। योग शिविर में विभिन्न प्रसिद्ध योग गुरुओं और गणमान्य व्यक्तियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं को आमंत्रित किया गया था और शिविर पूरी तरह से खुला और निःशुल्क था।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मधेस प्रांत के खेल मंत्री प्रमोद जयसवाल ने कहा कि नेपाल और भारत में योग का रिश्ता सदियों से चला आ रहा है. योग की उत्पत्ति भारत और नेपाल की भूमि से हुई है। मानव स्वास्थ्य में योग का बहुत महत्व है। योग के बिना यह जीवन अधूरा है। मनुष्य ही एकमात्र ऐसा प्राणी है जो योग के महत्व को जानते हुए भी योग नहीं करता है। योग वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हमारा शरीर, मन और आत्मा एक दूसरे से जुड़कर सकारात्मक तरीके से जुड़ते हैं अध्यात्म की प्राप्ति होती है।
कार्यक्रम का संचालन बीरगंज महावाणिज्य के शशिभूषण कुमार ने किया।स्वागत उप भारतीय महा वाणिज्य दूत तरुण कुमार समेत दूतावास के अधिकारियों ने किया।